जाति आधारित गणना में कुल 17 सवाल पूछे जाएंगे,कर्मियों को दिया जा रहा प्रशिक्षण
15 अप्रैल से बिहार में जाति आधारित गणना के दूसरा चरण का कार्य शुरू होने जा रहा है। इस कार्य को 15 अप्रैल से 15 मई के बीच पूरा किया जाएगा। इसके लिए शिक्षकों को प्रशिक्षण देना भी शुरू कर दिया गया है। दूसरा चरण का कार्य मोबाइल ऐप, गणना प्रपत्रों और पोर्टल के माध्यम से किया जाना है ।
जनगणना में सबसे जरूरी परिवार के प्रधान का घोषणा पत्र होगा। हर घर के प्रधान को एक घोषणा पत्र देना होगा जिसमें लिखा होगा की “मैं घोषणा करता/करती हूं की मेरे द्वारा पूरे परिवार के संबंध में जो सूचना दी गयी हैं वह मेरे जानकारी और विश्वास में सत्य हैं और इसमें से किसी सदस्य की गणना अन्यत्र नहीं कराई गई है।
मोबाइल ऐप के माध्यम से जनगणना होगा
गणना कर्मी जिन्हें गणना कार्य करने के लिए नियुक्त किया गया है। वह सभी आवश्यक जानकारियों की प्रविष्टि मोबाइल ऐप के माध्यम से करना सुनिश्चित करेंगे। साथ ही अपनी नियुक्ति से संबंधित गणना / उप गणना ब्लॉक की सीमा के भीतर भ्रमण करेंगे। उक्त गणना / उप गणना ब्लॉक में आवासित सभी परिवारों से बिहार जाति आधारित गणना प्रपत्र में अधियाचित सभी जानकारी एकत्रित करेंगे। गणना कर्मी ब्लॉक के क्षेत्र में आवास करने वाले सभी परिवारों के हर व्यक्ति से बात करेंगे।
द्वितीय चरण में पूछे जाने वाले कुछ सवाल निम्नलिखित है परिवार के सदस्य का पूरा नाम
- पिता/पति का नाम
- परिवार के प्रधान से संबंध
- आयु (वर्ष में )
- लिंग
- वैवाहिक स्थिति
- धर्म
- जाति का नाम
- शैक्षणिक योग्यता
- कार्यकलाप
- आवासीय स्थिति
- अस्थायी प्रवासीय स्थिति
- कंप्यूटर / लैपटॉप
- मोटरयान
- कृषि भूमि
- आवासीय स्थिति
- सभी श्रोतों से मासिक आय
जानकारी के लिए बात दू कि जाति आधारित गणना दो चरणों में किया जा रहा है। पहले चरण का कार्य 21 जनवरी तक पूरा कर लिया गया है जिसमें सभी मकानों की गिनती की गई है। उसके बाद अब दूसरे चरण का कार्य भी 15 अप्रैल से शुरू कर दिया जाएगा।