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वक़्त के साथ खुद को बदलते हुए करें कोरोना पर प्रहार

  • सावधानी व सतर्कता को अब बनाएं जीवन का आम हिस्सा
  • मास्क का उपयोग हमेशा जरूरी
  • आम जीवनचर्या में बदलाव से ही हारेगा कोरोना

पूर्णियाँ(बिहार)कोरोना संक्रमण के पूरे देश अभी भी केस बढ़ते हुये दिखाई दे रहे हैं. साथ ही इलाज के लिए भारत में अब तक कोई वैक्सीन नहीं तैयार किया गया है. इसलिए आमलोगों को इससे निकलने का एकमात्र विकल्प अपने जीवन में बदलाव का लाना है. समय के साथ अगर हम अपने जीवन में बदलाव ले आएंगे तो हम कोरोना संक्रमित होने से बचे रह सकते हैं. इसके लिए सरकार के दिशा निर्देशों का पालन करने के साथ ही खुद के जीवनचर्या में बदलाव जरूरी है. साफ सफाई का खयाल रखें, मास्क का उपयोग करें, हैंड सैनिटाइज करें, बिना किसी आवश्यक कार्य के बाहर न निकलें इत्यादि ऐसे कार्य हैं जो हमें आम जीवन में प्रतिदिन अपनानी होगी. तभी कोरोना को हम अपने ऊपर हावी होने से रोक सकते हैं.

आपके साथ आपका पूरा परिवार हो सकता है कोरोना के निशाने पर :
लॉकडाउन के खुलने के बाद से ही लोग अपने घरों से बिना वजह भी बाहर निकल रहे हैं. जगह-जगह भीड़ भी बढ़ रही है. लोगों को यह समझना होगा कि अभी कोरोना पूरी तरह समाप्त नहीं हुआ है. अगर आप कहीं भी बाहर निकलते हैं और अनजाने में ही किसी कोरोना संक्रमित व्यक्ति के सम्पर्क में आ जाते हैं तो आप भी कोरोना संक्रमित हो जाएंगे. संक्रमण के थोड़े भी लक्षण दिखाई देते ही तुरंत अपनी जांच करवाएँ. लक्षणों को अनदेखा कर आप अपने साथ साथ अपने परिवार के सदस्यों को भी संक्रमित कर सकते हैं. कोरोना एक दूसरे व्यक्ति के नजदीक होने, सम्पर्क में आने आदि से एक दूसरे में फैल जाता है. इसलिए ऐसी स्थिति में किसी भी व्यक्ति के सम्पर्क में आने से परहेज करें. अगर आप संक्रमित हो गए हैं और होम क्वारंटाइन में रह रहे हैं तो अपने परिजनों से नियमित दूरी बनाकर रखें. कमरे से बाहर बिल्कुल भी न निकलें. अपने कपड़े, चप्पल आदि अलग रखें. ऐसा करने से आपके परिजनों को संक्रमण का खतरा कम होगा और वह सुरक्षित रह सकेंगे.

मास्क का उपयोग हमेशा जरूरी :

समय के साथ ही लोग मास्क के इस्तेमाल करने में कोताही बरतने लगे हैं. मास्क कोरोना से बचाव के लिए प्रथम कड़ी है. बाहर निकलने की स्थिति में ही नहीं बल्कि घर में भी किसी से बातचीत करने के समय आपको मास्क का इस्तेमाल करना चाहिए. बाहर बाज़ार में हमेशा मास्क के साथ ही जाएं. मास्क के साथ साथ हैंड सैनिटाइजर का प्रयोग भी जरुर करें. बाहर से आने पर, किसी सामूहिक चीज को छूने के बाद सैनिटाइजर से अपने हाथ साफ करें. अपने आसपास साफ सफाई का भी ध्यान रखें.

परिवर्तन से हराया जा सकता है कोरोना :

स्थानीय भट्ठा बाजार में फर्नीचर दुकान के संचालक देवनारायण शर्मा ने कहा कि “मेरा स्थायी घर समस्तीपुर जिला में है. यहां भाड़े के कमरे में रहते हुए अपना दुकान चलाता हूँ. लॉकडाउन के कारण दुकानें बंद पड़ गई थी. गाडियों के बन्द होने के कारण अपने घर भी नहीं जा सका. ऐसी स्थिति में भी मैं सरकार के दिशा निर्देश का पालन करता रहा. कमरे से कहीं भी बाहर नहीं निकला. दुकान भी पूरे लॉकडाउन में बंद रखा. आर्थिक स्थिति में इससे थोड़ी तकलीफ हुई पर यह संक्रमण ही ऐसा है जो सम्पर्क में आने से एक दूसरे में फैलने का खतरा बढ़ा देता है इसलिए थोड़े जमा पूंजी से ही वक़्त काट लिया. लॉकडाउन खुलने पर भी फर्नीचर की बिक्री नहीं के बराबर ही है, इसलिए मास्क भी बेचना शुरू कर दिया है. समय पर दुकान बंद कर देता हूँ. ग्राहक के साथ शारीरिक दूरी का पालन करता हूं. सैनिटाइजर और मास्क का प्रयोग खुद तो करता ही हूं साथ में लोगों को भी इसके लिए बोलता हूं. हमारी जिंदगी में यह परिवर्तन अब आम हो गया है और हम इस परिवर्तन को अपना रहे हैं. इसी से ही कोरोना को हराने में हम सफल हो सकेंगे.”