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कोरोना टीकाकरण में तेजी लाने के लिए बीडीओ ने की जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक

सामाजिक जिम्मेदारी निभाएं सभी जनप्रतिनिधि : बीडीओ
ग्रामीण क्षेत्रों में वंचित लोगों को खोजने में जनप्रतिनिधियों का सहयोग जरूरी:
सभी के सहयोग से ही प्रखंड जल्द पूरा कर सकेगा शत प्रतिशत वैक्सीनेशन:
जलालगढ़ में 87 प्रतिशत लोगों ने लगायी है पहली डोज तो 73 प्रतिशत ने दूसरी डोज:

टीकाकरण के कारण कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर हुई कमजोर:

पूर्णिया(बिहार)कोरोना टीकाकरण जिले भर में जोर-शोर से चलाया जा रहा है। अब जिले के 15 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों को स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीका लगाया जा रहा है। लेकिन अभी भी बहुत से लोग हैं कोरोना टीका लेने से वंचित हैं। उनसभी लोगों को जागरूक कर टीका लगाने में जनप्रतिनिधियों की प्रमुख भूमिका है। इसे देखते हुए जिले के जलालगढ़ प्रखंड में टीकाकरण की गति में तेजी लाने हेतु पिरामल फाउंडेशन (स्वास्थ्य) द्वारा स्थानीय बीडीओ लोकेन्द्र यादव की अध्यक्षता में पूरे प्रखंड के सभी जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक का आयोजन किया गया। आयोजित बैठक में सभी जनप्रतिनिधियों को स्थानीय स्तर पर टीकाकरण से वंचित लोगों को चिह्नित कर उन्हें टीकाकरण करवाने की अपील की गई। आयोजित बैठक में बीडीओ लोकेन्द्र यादव, आईसीडीएस सीडीपीओ रूबी कुमारी, प्रखंड प्रमुख सदानंद झा, उपप्रमुख निखिल किशोर, बीईओ जफर इकबाल, प्रखंड स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मो. तनवीर हैदर, बीएचएम उस्मान गनी, पिरामल फाउंडेशन (स्वास्थ्य) के क्षेत्रीय प्रबंधक अमित कुमार, डीपीएल ज़ियाउद्दीन टीटू, पिरामल फाउंडेशन (शिक्षा) से जिला समन्यवक वेदांत मिश्रा सहित प्रखंड के सभी पंचायत के मुखिया, सरपंच व वार्ड सदस्य उपस्थित रहे।

सामाजिक जिम्मेदारी निभाएं सभी जनप्रतिनिधि : बीडीओ
आयोजित बैठक में बीडीओ लोकेन्द्र यादव ने कहा कोरोना संक्रमण से उबरने के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा नियमित रूप से टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। लेकिन जलालगढ़ प्रखंड में अभी भी बहुत से लोग हैं जो टीकाकरण से वंचित हैं। प्रखंड के सभी जनप्रतिनिधियों को इसमें तेजी के लिए आगे बढ़ कर लोगों को जागरूक करना चाहिए क्योंकि उनकी सामाजिक पहुँच ज्यादा लोगों तक है और लोग उनकी अपील को गंभीरता से लेते हैं। सभी जनप्रतिनिधियों द्वारा वंचित लोगों को चिह्नित कर स्वास्थ्य विभाग को सूचित करना चाहिए ताकि स्वास्थ्य विभाग द्वारा कैम्प लगाकर लोगों को टीकाकृत किया जाए। कैम्प के आयोजन या किसी अन्य तरह की परेशानी के लिए हमें कोई भी जनप्रतिनिधि कभी भी सूचित कर सकता है। अब तुरंत उसपर आवश्यक करवाई करेंगे जिससे कि सभी लोग पूर्ण टीकाकृत हो सके।

सभी के सहयोग से ही प्रखंड जल्द पूरा कर सकेगा शत प्रतिशत टीकाकरण :
आयोजित बैठक में प्रखंड प्रमुख सदानंद झा ने कहा कि अभी जिले में 15 से 18 वर्ष के किशोर-किशोरियों का भी टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। जिसके लिए विद्यालय में कैम्प लगाकर उन्हें टीका दिया जा रहा है। लेकिन बहुत से ऐसे बच्चे भी हैं जो स्कूल नहीं जाते। उन्हें स्थानीय जनप्रतिनिधियों द्वारा ही चिह्नित किया जा सकता है। वार्ड सदस्य ऐसे बच्चों को चिह्नित कर पंचायत या प्रखंड प्रतिनिधि को सूचित करें जिससे कि उसे समय पर टीका लगाया जा सके।

आईसीडीएस सीडीपीओ रूबी कुमारी ने कहा कि पहले टीकाकरण में बहुत समस्या होती थी और लोग टीका नहीं लगाना चाहते थे। आंगनबाड़ी सेविकाओं, सहायिकाओं द्वारा लोगों को जागरूक करने से बहुत से लोग टीका लगाना चाहते हैं लेकिन टीकाकरण के समय व्यस्त होने के कारण टीका नहीं लगाते। स्थानीय जनप्रतिनिधि द्वारा ऐसे लोगों को जागरूक करना चाहिए कि संक्रमण से सुरक्षा के लिए टीका लगाना सबसे जरूरी है। तभी लोग संक्रमण से सुरक्षित रह सकेंगे।

जलालगढ़ में 87 प्रतिशत लोगों ने लगायी है पहली डोज तो 73 प्रतिशत ने दूसरी डोज:
प्रखंड चिकित्सा अधिकारी डॉ. मो. तनवीर हैदर ने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण में जलालगढ़ अच्छा प्रदर्शन कर रहा है लेकिन फिर भी लक्ष्य के अनुसार बहुत से लोग टीकाकरण से वंचित हैं। 30 जनवरी तक प्रखंड में 15 से 18 वर्ष के 5134 बच्चों को पहला डोज टीका लगाने के साथ 18 वर्ष से अधिक उम्र के 65 हजार 568 लोगों को पहला डोज और 47 हजार 770 लोगों को दूसरा डोज टीका लगाया गया है। अभी भी कुछ लोग दोनों डोज टीका लगाने से वंचित हैं। जनप्रतिनिधियों के सहयोग मिलने से उनलोगों में जागरूकता आएगी और सभी लोग टीका लगाकर अपना और अपने परिवार को संक्रमण से सुरक्षित रख सकेंगे।

टीकाकरण के कारण कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर हुई कमजोर :
पिरामल फाउंडेशन (स्वास्थ्य) के डिविजनल समन्वयक अमित कुमार ने कहा कि पिछले एक साल से कोविड-19 टीकाकरण अभियान चलाया जा रहा है। इस दौरान ग्रामीण स्तर तक बहुत से रूढ़िवादी विचारधारा को झूठा साबित कर लोगों ने टीकाकरण को सफल बनाया है। टीकाकरण के कारण ही कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर उतने लोगों को प्रभावित नहीं कर सका। इसलिए सभी लोगों को टीका लगाना बहुत जरूरी है। जनप्रतिनिधि होने के कारण अपने क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित रखना उनका कर्तव्य है। इनमें आगे आकर जनप्रतिनिधियों को अपने क्षेत्र के लोगों को जागरूक करना चाहिए और शत प्रतिशत टीकाकरण सुनिश्चित करवाना चाहिए।