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विशेष अभियान चला कर पांच साल से कम उम्र के बच्चों को पिलायी जायेगी विटामिन ए की दवा

23 से 26 दिसंबर के बीच होगा अभियान का संचालन
7.25 लाख बच्चों का दवा पिलाने का है लक्ष्य

अररिया(बिहार)जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा पांच साल से कम उम्र के बच्चों को विटामिन ए की खुराक दिये जाने को लेकर विशेष अभियान का संचालन किया जा रहा है. अभियान का संचालन 23 से 26 दिसंबर के बीच किया जायेगा. इसके तहत नौ माह से लेकर पांच साल तक के उम्र के सभी बच्चों को विटामिन ए की खुराक पिलायी जायेगी. जिले में कुल सात लाख 25 हजार बच्चों को दवा पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. सिविल सर्जन रूपनारायण कुमार ने बताया विटामिन ए की कमी के कारण बच्चे लगातार बीमार पड़ते हैं. बच्चों में रोग प्रतिरोधात्मक क्षमता बढ़ाने सहित उन्हें आंखों से जुड़ी समस्या से बचाने के लिये अभियान खासा महत्वपूर्ण है.

7.25 लाख बच्चों को दवा पिलाने का है लक्ष्य:
जिले में विटामिन ए अनुपूरण कार्यक्रम का संचालन 23 से 26 दिसंबर के बीच किया जायेगा. अभियान के तहत नौ माह से लेकर पांच साल से कम उम्र के बच्चों को विटामिन-ए की छमाही खुराक पिलायी जायेगी. विभागीय तौर पर इस दौरान कुछ बातों का विशेष ध्यान रखे जाने का निर्देश है. सिविल सर्जन डॉ रूपनारायण कुमार ने बताया वैसे बच्चे जिन्हें नियमित टीकाकरण के क्रम में विगत चार माह के दौरान खसरे का टीका या बूस्टर डोज के साथ विटामिन ए की खुराक पिलाई गयी है. उन बच्चों को अभियान के तहत दवा की खुराक नहीं पिलायी जायेगी. अभियान के तहत जिले के 7.25 लाख बच्चों का दवा पिलाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. उन्होंने बताया कि नौ से ग्यारह माह तक के बच्चों को 01 एमएल दवा की खुराक पिलायी जायेगी. तो 12 से 60 माह तक के बच्चों को दो एमएल दवा की खुराक दिया जाना है.

आंगनबाड़ी केंद्रों पर भी दी जाएगी खुराक :
डीपीएम स्वास्थ्य रेहान असरफ ने बताया कि विटामिन ए अनुपूरण कार्यक्रम जिले में 23 से 26 दिसंबर के बीच संचालित किया जाना है. वहीं 25 दिसंबर को राजकीय अवकाश होने के कारण स्थानीय स्तर पर सुविधानुसार एक दिन अभियान को आगे बढ़ाया जा सकता है. इस संबंध में माइक्रोप्लान तैयार करने व सभी प्रखंडों के स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित करने के लिए आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये हैं. दवा पिलाने के लिए आशा कार्यकर्ता प्रथम दिन आंगनबाड़ी केंद्रों पर, दूसरे दिन गृह भ्रमण, तीसरे दिन आंगनबाड़ी केंद्रों पर व चौथे दिन गृह भ्रमण करने की कार्ययोजना तैयार करेंगी. साथ ही, इस दौरान आरोग्य दिवस सत्रों के लिए आशा व अन्य स्वास्थ्य कर्मी अपना तिथिवार माइक्रोप्लान अभियान के सात दिन पहले अपने संबंधित विभाग व वरीय अधिकारियों को सौंपेगे. कोई भी बच्चा खुराक से वंचित न हो, अभियान के तहत इस बात का खास ख्याल रखा जाना है.

अभियान के दौरान कोविड प्रोटोकॉल का होगा अनुपालन:
बच्चों का दवा पिलाने के दौरान आशा व अन्य स्वास्थ्य कर्मी मास्क व ग्लव्स का उपयोग अनिवार्य रूप करेंगे. इसके लिये सभी एएनएम व आशा कर्मी को जरूरी प्रशिक्षण संबंधित पीएचसी के स्तर से दिया जायेगा. अभियान के दौरान अगर किसी बच्चे में सर्दी, खांसी, बुखार के लक्षण दिखते हैं. तो अभिभावकों को तत्काल उसकी जांच नजदीकी पीएचसी में कराने की सलाह देगी. कोरोना संक्रमण के खतरों को देखते हुए बनाये गये कंटेनमेंट जोन में फिलहाल अभियान का संचालन नहीं किया जायेगा.