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किशनगंज जिले में कोरोना रिकवरी रेट 93.2 प्रतिशत

कोरोना संक्रमितों को होम आइसोलेशन के दौरान उपलब्ध करायी जा रही जरूरी चिकित्सकीय सेवाएं

दवा आने तक मास्क, सोशल डिस्टैसिंग व सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन का अनुपालन ही संक्रमण से बचाव का एक मात्र जरिया

सीएस किशनगंज

किशनगंज(बिहार)जिले में कोरोना संक्रमण के प्रसार की रफ्तार कुछ कम हुई है। जिले में कोरोना से रिकवरी रेट 93.2 है। लेकिन यह थमने का नाम नहीं ले रहा है। अभी भी हर दिन दर्जनों लोग कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। ऐसे में संक्रमण से बचाव के साधनों का पर्याप्त ध्यान रखना बेहद जरूरी है। हमारी थोड़ी सी चूक का हमें बड़ा खामियाजा चुकाना पड़ सकता है।
सिविल सर्जन श्रीनंदन ने बताया जिले में फिलहाल कोरोना के 235 एक्टिव मामले हैं। जिसमें कुल 209 संक्रमित मरीज होम आइसोलेशन में हैं तथा 26 जिला आइसोलेशन सेन्टर में इलाज करवा रहे है। जहां जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा उन्हें उचित चिकित्सकीय सेवाएं उपलब्ध करायी जा रही हैं।

अब तक 1.35 लाख से अधिक लोगों की कोरोना जांच
सिविल सर्जन श्रीनंदन ने बताया जिले में अब तक एक लाख 35 हजार 654 लोगों की कोरोना जांच हुई है। इसमें एक लाख 30 हजार 342 लोगों की रिपोर्ट निगेटिव आई है। अब तक हुई जांच में 3658 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। अबतक कुल 15 लोगों का निधन हुआ है । 1614 लोगों की रिपोर्ट फिलहाल नहीं मिली है । कोरोना संक्रमण की चपेट में आने वाले 3658 लोगों में अब तक 3408 लोग पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं।

कोरोना संक्रमितों को होम आइसोलेशन में उपलब्ध करायी जा रही जरूरी चिकित्सकीय सेवाएं

जिले में फिलहाल कोरोना एक्टिव मरीजों की संख्या 235 है। जिसमें 209 मरीज होम आइसोलेशन में हैं। जहां उन्हें स्वास्थ्य विभाग द्वारा जरूरी स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया करायी जा रही हैं । डीपीएम स्वास्थ्य डॉ मुनाज़िम ने बताया कि विभागीय दिशा निर्देश के मुताबिक होम आइसोलेशन में रह रहे मरीजों की स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा नियमित तौर पर स्वास्थ्य की निगरानी की जा रही है । इसके अलावा सदर अस्पताल में संचालित कोरोना हेल्प डेस्क के माध्यम से भी दूरभाष पर संक्रमितों से संपर्क स्थापित कर लोगों में रोग संबंधी लक्षण की नियमित पड़ताल की जा रही है।

रोग के प्रति बढ़ी है लोगों में जागरूकता
सिविल सर्जन श्रीनंदन ने बताया की गुजरते वक्त के साथ कोरोना को लेकर लोगों में जागरूकता भी काफी बढ़ी है। होम आइसोलेशन के दौरान भी मरीज के परिजन जरूरी एहतियात बरत रहे हैं। मरीज भी नियमित रूप से लोगों से दो गज की शारीरिक दूरी, नियमित रूप से मास्क के सहित इम्यूनिटी बढ़ाने वाले खाद्य पदार्थ का नियमित सेवन कर जल्द से जल्द स्वस्थ होने की कोशिश में लगे हैं। पहले की तरह अब लोगों में रोग का भय खत्म हो रहा है।

दवा आने तक मास्क, दो गज की सामाजिक दूरी व सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का अनुपालन ही संक्रमण से बचाव का एक मात्र जरिया है ।

जिले में बढ़ते कोरोना के मामलों पर सिविल सर्जन श्रीनंदन ने कहा कि संक्रमण के प्रसार की रफ्तार थोड़ी कम हुई है । हालांकि संक्रमण का दौर फिलहाल खत्म नहीं हुआ है। लिहाजा लोगों को हर स्तर पर सावधानी बरतने की जरूरत है। अभी त्यौहारों का समय है। साथ ही जिले में विधानसभा चुनाव भी होने हैं। मौसम में बदलाव की प्रक्रिया भी जारी है। इसे ध्यान में रखते हुए विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है। इसलिये नियमित समयांतराल के बाद हाथों की सफाई, मास्क का उपयोग व आपस में दो गज की दूरी कोरोना का कोई कारगर दवा बाजार में आने तक लोगों के लिये बेहद जरूरी है।
कोविड-19 से बचाव के लिए इन बिंदुओं पर विशेष ध्यान:
• मास्क का प्रयोग अवश्य करें
• हाथों को बार-बार पानी और साबुन से धोएं या सैनिटाइज करें
• सहयोगियों से परस्पर दूरी बनाकर रखें
• कार्य के दौरान अति आवश्यक वस्तु को ही छुए
• सहकर्मियों से बात करें, अपने मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखें