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डीएम की अध्यक्षता में हुई जिला कोविड-19 टास्क फोर्स की बैठक

  • जिले में हैं 486 सक्रिय कोविड मामले
  • हाई रिस्क मरीजों को भेजा जाएगा कोविड केयर सेंटर
  • पॉजिटिव मरीजों को जल्द उपलब्ध कराई जाएगी मेडिकल किट
  • चिह्नित किया जाएगा स्थायी टीकाकरण स्थल

पूर्णिया(बिहार)जिले में कोरोना संक्रमण की वर्तमान स्थिति और बढ़ रहे संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए डीएम की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में जिला टास्क फोर्स की बैठक आयोजित की गई। बैठक में डीएम राहुल कुमार ने सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को जिले में कोरोना संक्रमण की स्थिति नियंत्रित करने के लिए कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की संख्या में वृद्धि लाने, संक्रमित व्यक्तियों को होम आइसोलेशन या कोविड केयर सेंटर में आइसोलेट करने, टीकाकरण अभियान में पारदर्शिता लाने आदि का निर्देश दिया। डीएम ने संक्रमण को रोकने के लिए प्राइवेट अस्पतालों का भी सहयोग लेने का निर्देश दिया है। बैठक में एडीएम तारीक इकबाल, डीडीसी मनोज कुमार, सिविल सर्जन डॉ. एस. के. वर्मा, डीआईओ सुरेंद्र दास, एपिडेमियोलॉजिस्ट नीरज कुमार निराला, डीएमएनई दीपक कुमार,भीसीसीएम सोमेश सिंह के साथ ही केयर इंडिया, यूनीसेफ व डब्लूएचओ के अधिकारी के साथ ही वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से सभी प्रखंड स्वास्थ्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।

जिले में अभी 486 सक्रिय मामले मौजूद :
बैठक में डीएम को बताया गया वर्तमान में जिला में कोविड-19 के सक्रिय मामले (एक्टिव केसेस) की संख्या कुल 486 है। इसमें सबसे अधिक कोविड संक्रमित मरीज पूर्णिया पूर्व प्रखंड व शहरी क्षेत्रों में हैं। पूर्णिया पूर्व में 334 मामले पाए गए हैं। संक्रमित मरीजों को होम आइसोलेट करते हुए जिले में 89 कॉन्टेन्मेंट जोन बनाए गए हैं। डीएम ने सभी स्वास्थ्य अधिकारियों को कोविड-19 संक्रमित मरीज मिलने पर 24 घंटे के अंदर उसके घर व आसपास के क्षेत्रों को कॉन्टेन्मेंट जोन में तब्दील करने का निर्देश दिया है। संक्रमित मरीज के मिलने पर आसपास के लोगों की भी कोविड-19 जांच की जानी है। ज़्यादा मरीज मिलने की स्थिति में पूरे क्षेत्र को कॉन्टेन्मेंट जोन घोषित करते हुए वहां लोगों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाने का निर्देश दिया है। बड़े कॉन्टेन्मेंट जोन में डीएम ने पुलिस की भी उपलब्धता के प्रबंध करने का निर्देश दिया । संक्रमित पाए गए व्यक्तियों के घरों में पोस्टर भी लगाया जाना है जिससे कि आसपास के लोगों को सावधानी बरतने में सहायता हो सके।

हाई रिस्क मरीजों को भेजा जाएगा कोविड केयर सेंटर :
बैठक में डीएम ने कहा ऐसे संक्रमित मरीज जिसके यहां होम आइसोलेशन में रहने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है उसे कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया जाए। इसमें विशेष तौर से ऐसे व्यक्ति को लें जो ज्यादा संक्रमित पाए जाते हैं। इसके अलावा ऐसे व्यक्ति जिसके घरों में अन्य गंभीर बीमारी से ग्रसित मरीज हों, उन्हें भी अस्पतालों में भर्ती किया जाए। डीएम ने सिविल सर्जन को कोविड केयर सेंटर में टीबी की व्यवस्था भी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है। हाई रिस्क मरीजों को ऑक्सिजन आदि विशेष सुविधा उपलब्ध कराने के लिए डीएम ने प्राइवेट अस्पतालों से भी समन्वय स्थापित करने का निर्देश दिया है।

पॉजिटिव मरीजों को जल्द उपलब्ध कराई जाएगी मेडिकल किट :
डीएम राहुल कुमार ने सभी प्रखंड स्वास्थ्य प्रभारियों को कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग की संख्या में वृद्धि लाने का निर्देश दिया है। उन्होंने कहा लोगों को सावधानी बरतने के लिए संचालित प्रचार रथ के साथ ही जांच की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाए। जैसे ही कोई व्यक्ति कोविड पॉजिटिव पाया जाता है उसे तुरंत मेडिकल किट उपलब्ध कराया जाए। संक्रमित मरीजों के संपर्क में आने वाले अन्य लोगों की भी कोविड-19 जांच की जाए।

चिह्नित किया जाएगा स्थायी टीकाकरण स्थल :
डीएम ने कहा जिले में वैक्सीन पर्याप्त संख्या में उपलब्ध नहीं हो रहा है। ऐसे में सभी प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र, हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर जैसे कुछ स्थायी टीकाकरण स्थल चिह्नित किया जाए जहां लोगों को हमेशा टीका लगाया जाता हो। वैक्सीन कम होने की स्थिति में ऐसे केंद्रों पर ही टीका लगाया जाएगा। पर्याप्त वैक्सीन उपलब्ध होने पर अतिरिक्त टीकाकरण स्थलों का भी उपयोग किया जाए। लोगों को एएनएम, आशा, आंगनबाड़ी सेविकाओं के साथ ही स्थानीय जनप्रतिनिधियों की सहायता से स्थायी टीकाकरण स्थल की जानकारी दी जाए। जिलाधिकारी राहुल कुमार ने अमौर, बायसी व बैसा प्रखंड में कम हो रहे टीकाकरण में वृद्धि लाने के लिए धार्मिक गुरुओं से सहयोग लेने का निर्देश दिया है। पहला डोज ले चुके लोगों को दूसरा डोज लेने और उसकी पूरी डेटा भी पोर्टल पर दर्ज करने का जिलाधिकारी ने निर्देश दिया है।

कोविड-19 से बचाव के लिए इन बिंदुओं पर विशेष ध्यान :

• नियमित मास्क का प्रयोग करें
• हाथों को बार-बार पानी और साबुन से धोएं या सैनिटाइज करें
• लोगों से परस्पर 2 गज की दूरी बनाकर रखें
• बाहरी वस्तुओं को छूने से परहेज रखें
• मानसिक स्वास्थ्य का खयाल रखें, परस्पर परिवारिक सदस्यों से बातचीत करें
• सामान्य व्ययाम व योग जरूर करें।