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पंचायत स्तर पर बनाए जाएंगे गोल्डन कार्ड, कार्यपालक सहायक का प्रशिक्षण शुरू

पंचायतों में कैंप लगाकर बनाया जाएगा कार्ड, 325 कार्यपालक सहायक को मिला प्रशिक्षण
जिले में 17 फ़रवरी से 3 मार्च तक आयुष्मान पखवाड़ा का आयोजन

मधुबनी(बिहार)जिले के सभी पंचायतों में कैंप लगाकर 17 फरवरी से 3 मार्च तक आयुष्मान पखवाड़ा का आयोजन किया जाएगा।पखवारा में पात्र लाभार्थियों के लिए गोल्डन कार्ड बनाने को लेकर जिले के 325 कार्यपालक सहायक को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना अंतर्गत गोल्डन कार्ड बनाये जाने के संबंधित जिला स्तरीय एक दिवसीय प्रशिक्षण स्थानीय होटल में दिया गया।प्रशिक्षण दो बैच में दिया गया। प्रशिक्षण के उपरांत पखवाड़ा के दौरान सभी पंचायतों में कार्यपालक सहायक से शिविर लगाकर पंचायत स्तर पर लाभार्थी का गोल्डन कार्ड बनाने का सघन अभियान चलाया जाएगा। गोल्डन कार्ड बनाने का शिविर 17 फरवरी से 3 मार्च तक लगातार प्रतिदिन बनाया जाएगा। सिविल सर्जन डॉ. सुनील कुमार झा ने बताया यह केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है।जिसे शत-प्रतिशत सफल बनाने में सभी की सहभागिता अनिवार्य है।खासकर पंचायती राज के प्रतिनिधियों की इसमें अहम भूमिका है।प्रस्तावित पखवाड़ा में अधिक से अधिक गोल्डन कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया। पात्र लाभार्थी को इस योजना के तहत 5 लाख रुपये प्रति वर्ष मुफ्त इलाज के लिए सरकार द्वारा सूचीबद्ध अस्पतालों में उपलब्ध करायी जाती है।

4,91,247 परिवारों का बनना है गोल्डन कार्ड:
जिले में कुल लक्षित परिवार 4,91,247 परिवारों को गोल्डन कार्ड बनाने के लिए लक्षित किया गया है| जिसमें 80 हजार 84 परिवारों को गोल्डन कार्ड उपलब्ध करा दिया गया है। इन लक्षित परिवार में 23 लाख 70 हजार 685 लाभार्थी सदस्य हैं। 1 लाख 54 हजार 979 लाभार्थी सदस्य को गोल्डन कार्ड निर्गत किया जा चुका है।

योजना के तहत 5 लाख रुपये तक की निःशुल्क चिकित्सा:
आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का क्रियान्वयन पत्र लाभार्थियों को वर्ष में 5 लाख रुपये तक की निःशुल्क चिकित्सा प्रदान करने के लिए किया जाता है। योजना के सम्पूर्ण क्रियान्वयन के लिए आवश्यक है कि सभी पात्र लाभार्थियों को योजना से सम्बंधित गोल्डन कार्ड बना कर उपलब्ध करायी जाये। जिले में निर्गत गोल्डन कार्ड का प्रतिशत कम है। अतः पात्र लाभार्थियों को आयुष्मान पखवाड़ा के तहत 17 फ़रवरी से 3 मार्च तक आयोजित विशेष शिविर चलाकर गोल्डन कार्ड उपलब्ध कराया यी जायेगा गी।

क्या है आयुष्मान भारत योजना:
आयुष्मान भारत के जिला कार्यक्रम समन्वयक कुमार प्रियरंजन ने बताया आयुष्मान भारत योजना के माध्यम से केंद्र सरकार गरीब, उपेक्षित परिवार और शहरी गरीब लोगों के परिवारों को स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराना चाहती है।आयुष्मान भारत योजना को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना भी कहा जाता है। यह योजना देश के गरीब लोगों के लिए हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम है।प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना के तहत परिवारों को सालाना 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा देना है।

किसे मिलता है योजना का लाभ:
आईटी मैनेजर प्रभाकर रंजन ने बताया, 2011 में सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना हुआ था जिसमें पात्रता के आधार पर लाभार्थी की सूची भारत सरकार के द्वारा ही तैयार किया गया है। सुरक्षा योजना दुनिया की का सबसे बड़ी बड़ा स्वास्थ्य सुरक्षा योजना है।आयुष्मान भारत योजना के जो लोग लाभार्थी हैं वह सीएससी सेंटर पर जाकर कार्ड के लिए अप्लाई कर सकते हैं। कार्ड की के पात्रता के लिए नए परिवार का नाम नहीं जुड़ सकता है, परंतु जिस जो परिवार का नाम सूची में है और उनके यहां उनके परिवार के नए सदस्य का नाम जोड़ा जा सकता है-जैसे शादी होने के बाद पत्नी बच्चे का नाम जोड़ा जा सकता है।

जिले में 5 अस्पताल हैं सूचीबद्ध:
आयुष्मान भारत के जिला कार्यक्रम समन्वयक कुमार प्रियरंजन ने बताया जिले में योजना अन्तर्गत जिले के सभी सरकारी अस्पताल सूचीबद्ध हैं एवं निजी अस्पतालों में मधुबनी मेडिकल कॉलेज, क्रिप्स हॉस्पिटल,आस्था सर्जिकल,मां उग्रतारा नेत्रालय एवं हरसन हॉस्पिटल सूचीबद्ध है। राज्य स्तरीय समीक्षा में निर्देश दिया गया है कि ज्यादा से ज्यादा जरूरतमंद लाभार्थियों को मुफ्त ईलाज मुहैया करवाया जाय।

23 लाख से अधिक कार्ड बनाने का है लक्ष्य:
जिले में लगभग 23 लाख70 हजार 685 लाभार्थी हैं जिनको गोल्डेन कार्ड दिया जाना है।राज्य स्तरीय निर्देश के आलोक में जिला पदाधिकारी के द्वारा निर्देश दिया गया है कि गोल्डेन कार्ड बनाने हेतु पंचायत कार्यपालक सहायकों सहायोकों को पंचायत में कैंप लगा कर लाभार्थियों को गोल्डेन कार्ड बनाया जाना है।जिसके लिए पत्र निर्गत कर सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी से पंचायत कार्यपालक सहायकों की अद्यतन सूची जिला क्रियान्वयन इकाई (आयुष्मान भारत), मधुबनी को उपलब्ध कराने का अनुरोध किया गया है। तथा स्वास्थ्य विभाग तथा पंचायती राज विभाग के समन्वय से लाभार्थियों को गोल्डेन कार्ड बनवाने का कार्य किया जाना है।साथ ही सीएसपी (कॉमन सर्विस सेंटर)को भी गोल्डन कार्ड बनाने का निर्देश दिया गया एवं जीविका के समूह को भी ग्राम स्तर पर समूह में चर्चा कर, लोगों को जागरूक कर गोल्डन कार्ड बनवाने का निर्देश दिया है।

जनप्रतिनिधि और स्वास्थ कार्यकर्ता भी करेंगे सहयोग:

सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी को पत्र जारी कर कहा गया है कि गोल्डन कार्ड बनवाने से एक भी व्यक्ति लोग वंचित नहीं रहे। इसके लिए पंचायत स्तरीय जनप्रतिनिधि मुखिया, वार्ड सदस्य समेत अन्य जनप्रतिनिधि भी सहयोग करें। साथ ही कार्ड बनाने को लेकर जागरूक करें। साथ ही स्वास्थ्य विभाग से जुड़ी आशा कार्यकर्ता भी अपने क्षेत्र में घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करेंगी और कार्ड बनाने के लिए प्रेरित करेंगी। एवं कार्ड बनने के बाद इलाज में होने वाली ले सरकारी मदद की भी जानकारी देंगी।