Homeदेशविश्वविद्यालयहरियाणाहरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय

मिलेट सुपरफूड के प्रचार-प्रसार में मिलकर काम करेंगे हकेवि व न्यूट्रीहब

समझौता ज्ञापन पर हुए हस्ताक्षर

महेंद्रगढ़:हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि), महेंद्रगढ़ और न्यूट्रीहब,इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मिलेट रिसर्च (आईसीएआर),हैदराबाद ने शैक्षणिक व शोध गतिविधियों के संचालन हेतु साझेदारी की है। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि इस साझेदारी का उद्देश्य मिलेट से मूल्य वर्धित उत्पादों के उत्पादन और निर्माण में उन्नत तकनीक और अनुसंधान को क्रियान्वित करना है। इससे लाभार्थियों के पोषण विकास में मदद मिलेगी और आजीविका के नए आयामों में वृद्धि होगी। इस संबंध में दोनों ही संस्थानों ने समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर कर आपसी साझेदारी के साथ आगे बढ़ने की ओर कदम बढ़ाया है। विश्वविद्यालय कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार व न्यूट्रीहब के निदेशक प्रो. दयाकर राव के साथ-साथ शोध अधिष्ठाता प्रो. नीलम सांगवान, कुलसचिव प्रो. सुनील कुमार, भौतिकी विभाग के प्रो.सुनील कुमार व पोषण जीवविज्ञान विभाग की सहायक आचार्य डॉ. सविता बुधवार इस उल्लेखनीय प्रयास के साक्षी बने। विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि यह समझौता ज्ञापन दोनों संस्थानों के बीच घनिष्ठ सहयोग में मददगार साबित होगा। यह समझौता ज्ञापन विद्यार्थियों के आदान-प्रदान, प्रशिक्षण और राष्ट्रीय सेमिनार व कार्यशालाओं के आयोजन, ज्ञान, कौशल को साझा करने,संसाधन,अनुसंधान और ढांचागत सुविधाएं उपयोग आदि करने सहित संयुक्त पारस्परिक हित के अनुसंधान और अकादमिक गतिविधियों को बढ़ावा देगा और मजबूत करेगा। यहां बता दें कि न्यूट्रीहब, इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ मिलेट रिसर्च (आईसीएआर), हैदराबाद मिलेट रिसर्च और विकास के क्षेत्र में उत्कृष्टता को बढ़ावा देने में अग्रणी संस्थान है। इसी क्रम में हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय शिक्षण व अनुसंधान के मोर्चे पर स्नातक, स्नातकोत्तर व विद्या वाचस्पति की उपाधि प्रदान करने वाला देश का प्रतिष्ठित संस्थान है। दोनों ही संस्थानों के संकाय सदस्य अनुसंधान व शिक्षा के क्षेत्र में वैश्विक मंच पर पहचान रखते हैं। न्यूट्रीहब के निदेशक डॉ. दयाकर राव ने कहा कि मिलेट कभी ग्रामीण भारत की पोषण संबंधी पहली पसंद हुआ करता था, जो अब शहरी उपभोक्ताओं के लिए सुपरफूड बन गया है। सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर, मिलेट जीवन शैली की कई समस्याओं और मानव शरीर को प्रभावित करने वाली बीमारियों के समाधान के रूप में भी पहचाना जाता है। इस साझेदारी के माध्यम से, हरियाणा के केंद्रीय विश्वविद्यालय के साथ, हमारा लक्ष्य सुपरफूड को भारतीय व्यंजनों में फिर से पेश करना, इसके उपयोग को बढ़ावा देते हुए उत्पाद निर्माण, कौशल विकास और नवाचारों के माध्यम से इस सुपरफूड का प्रचार-प्रसार करना है।