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लाॅकडाउन खत्म हुआ है ना कि कोविड-19 संक्रमण, बचाव के लिए अभी और सावधान रहने की जरूरत

संक्रमण की रफ्तार में कमी आते देख नहीं करें लापरवाही: सिविल सर्जन
टीका की दोनों डोज लेने के बाद भी जरूरी है नियमों का पालन: सिविल सर्जन
छः माह में छः करोड़ लोगों को टीकाकृत करने का है लक्ष्य:

किशनगंज(बिहार)जिले में कोविड-19 संक्रमण वायरस को पूरी तरह जड़ से मिटाने एवं सामाजिक स्तर पर लोगों को इस महामारी से स्थाई निजात दिलाने के उद्देश्य से जिले में लगातार कोविड-19 जाँच एवं वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है। जिसका लोगों पर प्रभाव भी दिखने लगा है और पूर्व की भाँति वैक्सीनेशन के प्रति लोगों में काफी रुचि भी बढ़ी है। क्योंकि, भले ही पूरे प्रदेश में संक्रमण की रफ्तार में आई कमी को देखते हुए सरकार द्वारा लाॅकडाउन खत्म कर दिया गया है। किन्तु,अभी इस महामारी का जड़ से खात्मा नहीं हुआ है। वहीं छःमाह छःकरोड़ के लक्ष्य को हासिल करने के लिए अब सप्ताह में 6 दिन टीकाकरण किया जायेगा। पहले सप्ताह में 4 दिन ही टीकाकरण करने का निर्देश दिया गया था। अब इसमें संशोधन किया गया है। राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक ने पत्र जारी कर कहा है कि कोविड-19 टीकाकरण के वृहत्त लक्ष्य को देखते हुए पूर्व निर्गत निदेश में संशोधन कर कोविड 19 टीकाकरण सप्ताह में चार दिन (सोमवार, मंगलवार, गुरूवार एवं शनिवार) के साथ-साथ नियमित टीकाकरण दिवस (बुधवार) के दिन स्थायी सत्रों अर्थात सदर अस्पताल, अनुमंडल अस्पताल, रेफरल अस्पताल, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र एवं 24X7 संचालित केन्द्रों पर किया जायेगा। इसके साथ ही शुक्रवार के दिन नियमित टीकाकरण के साथ कोविड 19 टीकाकरण का कार्य जारी रहेगा।

संक्रमण की रफ्तार में कमी आते देख नहीं करें लापरवाही: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने बताया, जिले वासियों के सकारात्मक सहयोग एवं जिले के तमाम पदाधिकारियों एवं कर्मियों की पहल से संक्रमण की रफ्तार में जरूर कमी आई है। किन्तु, रफ्तार में कमी आने का मतलब यह नहीं है कि इस महामारी का दौर खत्म हो गया। इसलिए, अभी भी एहतियात जारी रखने की जरूरत है। दरअसल, संक्रमण की रफ्तार में कमी आते ही लोगों में लापरवाही की खबरें सामने आने लगी है। जो भविष्य की सुरक्षा के मद्देनजर ठीक नहीं है। इसलिए, प्रत्येक व्यक्ति को मास्क का उपयोग और शारीरिक का पालन जारी रखने की जरूरत है। बाजारों में खरीददारी के दौरान हर जगह शारीरिक दूरी का पालन का ख्याल रखें और मास्क का अनिवार्य रूप से उपयोग करें।

टीका की दोनों डोज लेने के बाद भी जरूरी है नियमों का पालन: सिविल सर्जन
सिविल सर्जन ने दोनों टीका ले चुके लोगों को भी कोविड नियमों के पालन करते रहने की अपील की। उन्होंने कहा वर्तमान में 18 वर्ष तथा इससे अधिक आयु वर्ग के व्यक्तियों के लिये वैक्सीनेशन की सुविधा उपलब्ध है। वर्तमान में 18 वर्ष की आयु से कम अर्थात बच्चों के लिये वैक्सीनेशन उपलब्ध नहीं है, जब इस आयु वर्ग का वैक्सीनेशन होगा, तब भी इस आयु वर्ग के सभी बच्चों को टीका लगवाना चाहिए। जब हम खुद वैक्सीनेटेड हो जाते हैं तो गंभीर बीमारियाँ हमें नहीं होती हैं तथा किसी न किसी रूप में यह हमारे परिवार को भी सुरक्षित करता है। परिवार के अन्य लोगों का यदि वैक्सीनेशन हो जाता है तो बच्चों को स्वयं ही इस संक्रमण से सुरक्षा मिल जाती है। जिले में 18 साल से अधिक उम्र के कुल लक्ष्य 1098575 के आलोक में 200415 लोगों को कोरोना टीका की पहली डोज लगायी गयी है जो कुल लक्ष्य का 18.2% प्रतिशत हुआ है। माह दिसम्बर तक पूर्ण टीकाकरण कर जिले को संक्रमण मुक्त करना ही हमारा लक्ष्य है।
छः माह में छः करोड़ लोगों को टीकाकृत करने का है लक्ष्य:
शहरी एवं ग्रामीण क्षेत्रों में क्लस्टर एप्रोच को अपनाते हुए टीकाकरण कराने तथा ससमय कोविड-19 संक्रमण के प्रसार के नियंत्रण के साथ-साथ लक्षित लाभार्थियों को कोविड 19 के टीका से पूर्णतःआच्छादित करने के निर्देश दिए गए हैं।18 वर्ष और इससे अधिक आयुवर्ग के सभी व्यस्कों को कोविड 19 टीका से आच्छादित करने के उद्देश्य से आगामी छः माह में छः करोड़ अर्थात प्रतिमाह एक करोड़ व्यस्कों को कोविड-19 के टीकाकरण से आच्छादित किये जाने का लक्ष्य रखा गया है। छः माह में कम से कम 6 करोड़ व्यस्कों को कोविड 19 के टीका से आच्छादित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।