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ग्रामीण क्षेत्रों में बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराना करें सुनिश्चित : जिलाधिकारी

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुई स्वास्थ्य संबंधी मामलों की हुई मासिक समीक्षा बैठक
एएनसी जांच व सुरक्षित प्रसव को बढ़ावा देने के लिए अधिकारी उठाएं जरूरी कदम
अररिया(बिहार)जिले के ग्रामीणों क्षेत्रों में भी बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। ताकि ग्रामीणों को भी उत्कृष्ट स्वास्थ्य लाभ मिले। उक्त बातें स्वास्थ्य विभाग से संबंधित मामलों को लेकर समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में आयोजित समीक्षात्मक बैठक में मंगलवार को बैठक की अध्यक्षता करते हुए डीएम इनायत खान ने कहीं। बैठक में आगामी नवंबर माह से संचालित एनडीडी कार्यक्रम की सफलता, डेंगू के प्रसार को नियंत्रित करने को लेकर विभागीय तैयारी,नियमित टीकाकरण, कोविड वैक्सीनेशन,एएनसी जांच,संस्थागत प्रसव, से जुड़ी सेवाओं के साथ ओपीडी व इमरजेंसी सेवाओं से जुड़े मामलों की गहन समीक्षा की गयी। समीक्षा के उपरांत जिलाधिकारी इनायत खान ने स्वास्थ्य सेवाओं की बेहतरी को लेकर संबंधित अधिकारियों को कई जरूरी निर्देश दिए।

एएनसी जांच व प्रसव सेवाओं की मजबूती का हो प्रयास

जिलाधिकरी ने कहा कि सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित कराना जिला प्रशासन की प्राथमिकताओं में शामिल है। इसे लेकर जरूरी कदम उठाये गये हैं। संबंधित मामलों का नियमित रूप से निरीक्षण व अनुश्रवण किया जा रहा है। बावजूद एएनसी जांच व प्रसव संबंधी मामलों में कुछ प्रखंडों का प्रदर्शन जिले के औसत से कम है। इसमें सुधार की जरूरत है। उन्होंने कहा कि शत प्रतिशत गर्भवती महिलाओं को एएनसी जांच के दायरे में लाने व संस्थागत प्रसव के मामलों में बढ़ोरती को लेकर उन्होंने जरूरी दिशा निर्देश दिये। इसके लिये उन्होंने अधिक से अधिक संस्थानों में प्रसव सेवा बहाल करने क निर्देश दिया।

अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाएं ओपीडी सेवाओं का लाभ

विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में ओपीडी संचालन संबंधी मामलों की समीक्षा में रानीगंज, नरपतगंज व भरगामा के कमतर प्रदर्शन पर नाराजगी व्यक्त करते हुए डीएम ने इसमें सुधार का निर्देश दिया। उन्होंने प्रथम तिमाही में गर्भवती की पहचान व शतप्रतिशत गर्भवती माताओं का चार एएनसी सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। कोविड टीकाकरण मामले की समीक्षा करते हुए स्कूली बच्चों के कमतर प्रदर्शन पर चिंता जाहिर करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि चिह्नित बच्चों टीकाकरण के लिये हाउस टू हाउस कैंपन संचालित किये जाएं।

आपसी समन्वय से एनडीडी कार्यक्रम को बनाये सफल

बैठक में जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ मोईज ने एनडीडी कार्यक्रम से संबंधित विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने बताया कि जिले में आगामी सात नवंबर को एनडीडी दिवस आयोजित किया जाना है। छूटे बच्चों को अल्बेंडाजोल की दवा खिलाने के लिए 11 नवंबर को मॉपअप राउंड संचालित किया जाएगा। अभियान के क्रम में 16 लाख से अधिक बच्चों का दवा सेवन कराने का लक्ष्य है। जिलाधिकारी ने जिला शिक्षा पदाधिकारी को शत प्रतिशत बच्चों का दवा सेवन सुनिश्चित कराने को लेकर जरूरी पहल का निर्देश दिया। इसी तरह डेंगू से संबंधित मामलों की जानकारी देते हुए डीवीबीडीसीओ डॉ अजय कुमार सिंह ने कहा कि अब तक जिले में डेंगू के 25 मरीज मिले हैं। सभी की स्थिति सामान्य बनी हुई है। फारबिसगंज के डेंगू वार्ड में इलाजरत मरीज को रिलीज कर दिया गया है।

कर्तव्यों के निवर्हन के प्रति रहें ईमानदार

बैठक को संबोधित करते हुए डीडीसी मनोज कुमार ने कहा कि चिकित्सकीय पेशा लोगों को नया जीवन देने से जुड़ा है। सेवा से जुड़े लोगों को ईमानदारी पूर्वक अपने कर्तव्यों के निवर्हन के लिये उन्होंने प्रेरित किया। वहीं सिविल सर्जन डॉ विधानचंद्र सिंह ने विभिन्न मानकों में कमतर प्रदर्शन करने वाले प्रखंडों को इसमें सुधार के साथ.साथ अपने अधीनसस्थ चिकित्सा संस्थानों का नियमित निरीक्षण व अनुश्रवण का आदेश दिया। बैठक में डीईओ राजकुमार, आईसीडीएस डीपीओ रंजना सिंह, नप के कार्यपालक पदाधिकारी भवेश कुमार सहित शिक्षा, स्वास्थ्य व आईसीडीएस विभाग के कई अधिकारी व कर्मी शामिल थे।