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वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से मुख्य सचिव की अध्यक्षता में कोरोना संक्रमण के प्रबंधन एवं बचाव को लेकर बैठक

15 से 18 वर्ष तक के युवाओं के लिए 08 जनवरी को मेगा टीकाकरण अभियान:
दूसरे डोज़ के टीकाकरण के बाद कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना आवश्यक: जिलाधिकारी
ज़िलें में प्रवेश करने वाले हर नागरिक की कोरोना जांच अनिवार्य: डीएम
ज़िलें के विभिन्न स्थलों पर कोरोना जांच स्टॉल के माध्यम से जांच सुनिश्चित की जाए:

पूर्णिया:बिहार के मुख्य सचिव की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जिले में कोरोना महामारी की तीसरी लहर को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूर्व तैयारी को लेकर राज्य के सभी जिलाधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक आयोजित की गई है।कोरोना वैरिएंट ओमीक्रोन को लेकर राज्य सरकार से लेकर जिला प्रशासन के साथ ही स्वास्थ्य प्रशासन भी अलर्ट मोड में है। बिहार सरकार के दिशा-निर्देश के आलोक में पूर्णिया के जिलाधिकारी एवं सिविल सर्जन डॉ एसके वर्मा संयुक्त रूप से ज़िले में बढ़ते कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए एक बार फिर से तैयारी में जुट गए है। वहीं मुख्य सचिव आमिर सुब्हानी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कोरोना संक्रमण के प्रबंधन एवं बचाव को लेकर ज़िले के आलाधिकारियों के साथ बैठक कर नया गाइडलाइन जारी किया है। समाहरणालय सभागार में आयोजित वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान जिलाधिकारी राहुल कुमार, सिविल सर्जन डॉ एसके वर्मा, डीडीसी मनोज कुमार, एडीएम डीके प्रज्ज्वल, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ विनय मोहन, जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी दिलीप चंद्र देव सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

दूसरे डोज़ के टीकाकरण के बाद कोरोना प्रोटोकॉल का पालन करना आवश्यक: जिलाधिकारी
जिलाधिकारी राहुल कुमार ने बताया कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर से बचाव को लेकर कई तरह के आवश्यक दिशा-निर्देश जारी कर स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट कर दिया गया है। आगामी 08 जनवरी को 15 से 18 आयु वर्ग के छात्र एवं छात्राओं के लिए टीकाकरण के लिए मेगा कैंप चलाया जाएगा। जिसको लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इसके लिए शिक्षा विभाग को लगाया गया है।

ताकि शत प्रतिशत टीकाकरण का लक्ष्य पूरा किया जा सके। वहीं जिले में 18 वर्ष से ऊपर के निवासियों के लिए कोरोना के दोनों डोज़ लेकर सुरक्षित रहने के लिए आगामी 14 जनवरी को विशेष टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा। ताकि कोई भी व्यक्ति टीकाकरण से वंचित नहीं रह पाए। जो लोग टीकाकरण से वंचित हैं उन सभी को टीका लेने की आवश्यकता है। साथ ही दोनों डोज़ लेकर भी आने वाले को कोरोना संक्रमण की तीसरे लहर से बचाव के लिए कोरोना प्रोटोकॉल का भी पालन करने की आवश्यकता है। क्योंकि अभी भी कोरोना खत्म नहीं हुआ है। अभी भी सावधान रहने की आवश्यकता है। दूसरे डोज़ के बगैर कोरोना से हम सभी सुरक्षित नहीं हैं। क्योंकि दूसरे डोज़ के बाद ही शरीर में एन्टी बॉडी का निर्माण होता हैं। संक्रमण से बचाव को लेकर सावधानियां बरतने के लिए गाइड लाइन जारी किया गया है। सामाजिक दूरी, मास्क लगाकर घर से निकलें, ज़्यादा भीड़ भाड़ वाले इलाकों में जाने से बचें, अधिक आवश्यकता होने के बाद ही घर से निकलें।

ज़िलें के विभिन्न स्थलों पर कोरोना जांच स्टॉल के माध्यम से जांच सुनिश्चित की जाए: डीएम
मुख्य सचिव ने जिलाधिकारी से कोविड-19 संक्रमण के नए वैरिएंट को लेकर कई महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तृत रूप से चर्चा के दौरान निर्देशित किया कि कोरोना जांच अधिक से अधिक करायी जाए ताकि ज़िले का कोई भी व्यक्ति वंचित नहीं रह पाए। क्योंकि जब तक कोरोना जांच की संख्या में इज़ाफ़ा नहीं किया जाएगा तब तक कोरोना संक्रमण का खतरा मंडराते रहेगा। इसके लिए रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड सहित शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में कोरोना जांच के लिए स्टॉल लगाकर अधिक से अधिक जांच की जाए। विशेष रूप से कैंप का आयोजन कर यात्रियों की जांच की जानी है।

ज़िले में प्रवेश करने वाले हर नागरिक की कोरोना जांच अनिवार्य: डीएम
जिलाधिकारी राहुल कुमार ने बताया कोरोना संक्रमण के लिए चिह्नित केंद्रों को फिर से अपडेट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। ओमीक्रोन के प्रसार को रोकने के लिए बाहर से आने वाले नागरिकों की निगरानी को लेकर सख्त दिशा-निर्देश जारी किया गया है। उन्होंने कहा जिले में अगर कोई भी यात्री प्रवेश करता है तो उसकी सबसे पहले कोरोना जांच हर हाल में कराई जाए। ताकि यह पता चले कि प्रवेश करने वाले व्यक्ति में कोरोना संक्रमण की शिकायत नहीं है। संक्रमण से ग्रसित या संभावित हर किसी की जांच कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग के अलावा कई अन्य सहयोगी संस्थाओं का सहयोग मिल रहा है। कोरोना संक्रमित पाए जाने पर 14 दिनों तक होम क्वारंटाइन में रखना सुनिश्चित किया जाना है। ताकि ओमीक्रोन के संक्रमण के प्रसार को पूरी तरह से रोका जा सके।