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पंचायतीराज संस्थानों के सदस्यों ने लगाया कोविड-19 का टीका, कहा- बिल्कुल सुरक्षित है वैक्सीन

  • 60 वर्ष से अधिक एवं 45 से 59 वर्ष के गंभीर रोग ग्रसित सदस्यों को लगाया जा रहा है कोविड-19 टीका
  • 12 मार्च से पंचायतीराज जनप्रतिनिधियों के कोविड-19 टीकाकरण के लिए कार्यपालक निदेशक ने दिया है निर्देश
  • जनप्रतिनिधियों से स्थानीय बुजुर्गों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करने की हुई अपील

पूर्णिया(बिहार)कोविड-19 टीकाकरण के तीसरे चरण में 12 मार्च से जिले में पंचायतीराज जनप्रतिनिधियों के टीकाकरण की शुरुआत की गई। इसमें पंचायती राज के ऐसे सभी सदस्यों को टीकाकृत किया जाएगा जिसकी उम्र 60 वर्ष से अधिक है। इसके साथ ही 45 से 59 वर्ष के वैसे सभी सदस्यों को भी टीका लगाया जाएगा जो गंभीर रोग से ग्रसित होंगे। ज्ञात हो कि कोविड-19 टीकाकरण के तीसरे चरण में सभी पंचायत जनप्रतिनिधियों एवं उनके द्वारा प्रेरित कर टीकाकरण हेतु लाए गए सभी योग्य लाभार्थियों को टीकाकृत करने का निर्देश राज्य स्वास्थ्य समिति के कार्यपालक निदेशक मनोज कुमार द्वारा जारी किया गया था। उक्त निर्देश का पालन करते हुए जिले के सभी टीकाकरण स्थल पर पंचायतीराज जनप्रतिनिधियों एवं सदस्यों के टीकाकरण की शुरुआत की गई है।

बिल्कुल सुरक्षित है लगाया जा रहा टीका :
कसबा प्रखंड बनैली पंचायत के मुखिया नसीम अख्तर ने बताया कि भारत सरकार द्वारा दिया गया टीका पूरी तरह सुरक्षित है। इसके लगाने से किसी तरह की परेशानी नहीं होती है। हमसे पहले भी स्वास्थ्य कर्मियों, पुलिस, प्रशासनिक अधिकारियों ने कोविड-19 का टीका लगाया है। टीके से किसी तरह की परेशानी नहीं देखी गई है। उसी को देखते हुए हमने भी अपना टीका लगवाया और हमें भी किसी तरह की दिक्कत नहीं हुई। टीकाकरण के बाद 30 मिनट तक टीकाकरण स्थल पर ही चिकित्सकों की निगरानी में रखा जाता है जिससे कि किसी तरह की परेशानी पाए जाने पर उसका समुचित इलाज किया जा सके।हालांकि इससे किसी तरह की परेशानी नहीं होती है। इसलिए सभी योग्य व्यक्ति को टीका जरूर लगवाना चाहिए।

चिह्नित योग्य व्यक्तियों को ही लगाए जा रहे टीके :
बीएचएम कसबा उमेश कुमार ने कहा कि कोविड-19 टीकाकरण के तीसरे चरण में चिह्नित योग्य व्यक्तियों को ही टीका लगाया जा रहा है। टीकाकरण के लिए व्यक्ति की उम्र 01 जनवरी 2022 तक 60 वर्ष या उससे अधिक होनी चाहिए। इसके अलावा वैसे सभी व्यक्ति जिसकी उम्र 45 वर्ष से 59 वर्ष की है और वह किसी गंभीर रोग से ग्रसित हैं तो उन्हें भी तीसरे चरण में टीकाकृत किया जा रहा है। गंभीर रोग ग्रसित व्यक्ति को टीकाकरण से पूर्व अपने गंभीर रोग से ग्रसित होने के प्रमाण पत्र दिखानी पड़ती है।

जनप्रतिनिधियों से स्थानीय बुजुर्गों को टीकाकरण के लिए प्रेरित करने की हुई अपील :
जिला सिविल सर्जन डॉ. एस. के. वर्मा ने तीसरे चरण के टीकाकरण के लिए समाज के योग्य व्यक्तियों को जनप्रतिनिधियों द्वारा प्रेरित करने की अपील की है। डॉ. वर्मा ने कहा कि सरकार द्वारा तीसरे चरण में जिले के इन सभी व्यक्तियों को टीका लगाया जा रहा है जो बुजुर्ग हैं या किसी बीमारी से ग्रसित हैं। ऐसे में उन्हें कोरोना वायरस से बचे रहने के लिए टीका लगाया जाना जरूरी है। इसके लिए सरकार द्वारा आदेश जारी किया गया है। समाज के सभी जनप्रतिनिधियों को अपने क्षेत्र के योग्य व्यक्तियों को टीका लगाने के लिए जागरूक करना चाहिए। टीका लगाने से वह कोरोना संक्रमण की चपेट में आने से सुरक्षित रहेंगे। इसके साथ ही वैक्सीन के लगाने से लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता का भी विकास होगा। अतः सभी योग्य व्यक्तियों को अपने नजदीकी टीकाकरण स्थल पर जाकर कोविड-19 का टीका आवश्य लगवाना चाहिए।