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पोषण माह: अब घर बैठे करें मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन

बच्ची के जन्म पर मिलेंगे रूपये 2000 रूपये

जन्म से लेकर ग्रेजुएशन की पढ़ाई तक का खर्च दे रही है सरकार
कन्या भ्रूण हत्या को रोकने के लिए सरकार की पहल

छपरा(बिहार)जिले में सितंबर माह को पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। इस दौरान आईसीडीएस के सेवाओं को जन-जन तक पहुंचाया जा रहा है। पोषण के साथ सरकार के कल्याणकारी योजनाओं के बारे में भी जागरूकता फैला जा रहा है। मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना को रफ्तार देने के लिए एक नयी पहल की शुरूआत की गयी है। अब घर बैठे बेटियों के माता-पिता मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे।

कोविड 19 के कारण विभाग ने यह प्रक्रिया शुरू की है। जिसके तहत ई-कल्याण पोर्टल पर जाकर जन्म से दो साल तक की बेटियों को लाभ दिलाने के लिए ऑनलाइन आवेदन भरे जाएंगे। आवेदन में संबन्धित सारी जानकारी डालनी होगी, साथ ही संबंधित आंगनबाड़ी केंद्र व सेविका का नाम भी देना होगा। इसके साथ जन्म प्रमाणपत्र व मां के साथ बच्ची की तस्वीर भी अपलोड करनी होगी। आईसीडीएस की डीपीओ बंदना पांडेय ने बताया कि पहले ऑनलाइन आवेदन को अपलोड कर अभिभावक सेविका के माध्यम से आवेदन भरते थे। अब कोरोना संक्रमण के कारण बच्ची के माता-पिता स्वयं आवेदन कर सकेंगे। आवेदनों का सेविकाएं सत्यापन करेंगी। इसके बाद ही लाभुकों को राशि दी जाएगी। यह लाभ एक परिवार में दो कन्याओं के जन्म तक ही दिया जाता है। पहली बार दो हजार रुपये और उसके बाद आधार जमा करने पर एक हजार रुपये दिए जाते हैं।

यहां करें ऑनलाइन अप्लाई:

समाज कल्याण विभाग के पोर्टल पर मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। http://icdsonline.bih.nic.in/ इस लिंक पर क्लिक करने के बाद फार्म अप्लाई कर सकते हैं।

हर घर पोषण और स्वच्छता का त्यौहार:

राष्ट्रीय पोषण मिशन के जिला समन्वयक सिद्धार्थ सिंह ने बताया कि 30 सितंबर तक पोषण माह को हर घर पोषण और स्वच्छता का त्यौहार के रूप में मनाया जा रहा है। जिले के विभिन्न प्रखंडों, पंचायतों व गांवों में स्वच्छता एवं पोषण जागरूकता को जनांदोलन का रूप देने के लिए विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित हो रहे हैं। इसका मुख्य उद्देश्य बच्चों व नवतात का उत्तम स्वास्थ्य, पोषण आवश्यकता के प्रति जागरूकता, गर्भावस्था जांच, पोषण देखभाल, शीघ्र स्तनपान व्यवहार, सही समय पर ऊपरी आहार को लेकर लोगों को जागरुक करना है। इसके अतिरिक्त शरीर में खून की कमी को दूर करने के लिए आयरन सेवा एवं खाद विविधता से 5 वर्ष तक के बच्चों की शारीरिक वृद्धि, निगरानी, किशोरी शिक्षा को शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से आंदोलन का रूप देना है।

मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना के उद्देश्य :

कन्या भ्रूण हत्या को रोकना, लड़कियों का जन्म निबंधन व संपूर्ण टीकाकरण, लिंग अनुपात में वृद्धि, शिशु मृत्यु दर में कमी, बालिका शिक्षा को बढ़ावा, बाल-विवाह पर अंकुश, प्रजनन दर में कमी, आत्मनिर्भर बनाना, सम्मानपूर्वक जीवन-यापन, परिवार-समाज में लड़कियों के आर्थिक योगदान बढ़ाना।

क्या है योजना का लाभ:

• बच्ची के जन्म होने पर 2000 रुपए दिए जाते हैं
• एक वर्ष का होने पर और आधार पंजीयन कराने पर 1000 रुपए दिए जाते हैं
• बच्ची के दो वर्ष होने व पूर्ण टीकाकरण होने पर 2000 रुपए दिए जाते हैं
• वर्ग 1 से 2 प्रतिवर्ष पोशाक के लिए 600 रूपये दिये जाते हैं
• वर्ग 3 से 5 प्रतिवर्ष पोशाक के लिए 700 रूपये दिये जाते हैं
• वर्ग 6 से 8 प्रतिवर्ष पोशाक के लिए 1000 रूपये दिये जाते हैं
• वर्ग 9 से 12 प्रतिवर्ष पोशाक के लिए 1500 रूपये दिये जाते हैं
• सैनेटरी नैपकिन के लिए 300 रुपए दिये जाते हैं
• 12 क्लास पास करने पर 10000 रुपए दिए जाते हैं
• स्नातक डिग्री हासिल करने पर 25000 रुपए दिए जाते हैं