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कटिहार डीएम की अध्यक्षता में संयुक्त संगठन कार्यशाला का आयोजन

पिरामल द्वारा आयोजित कार्यक्रम में जिले के नीति आयोग इंडिकेटर्स के विकास पर हुई चर्चा:
सभी प्रोजेक्ट के सफल क्रियान्वयन के लिए सभी संस्था का बेहतर समन्वय आवश्यक : डीएम
स्वास्थ्य विभाग व आईसीडीएस ग्रामीण स्तर पर लोगों को सरकारी सुविधा उपलब्ध कराने में सफल:
नीति आयोग के आकांक्षी जिलों में बेहतर प्रदर्शन जरूरी:

कटिहार(बिहार)जिले में स्वास्थ्य, शिक्षा व पोषण सम्बन्धी विकास के लिए विभिन्न संस्थाओं द्वारा ग्रामीण स्तर तक कार्य किया जाता है। उन सभी संस्थाओं के कार्यो के क्रियान्वयन,आवश्यक विकास व आपसी समन्वय स्थापित करने के लिए जिला डीआरडीए सभागार में डीएम उदयन मिश्रा की अध्यक्षता में संयुक्त संगठन कार्यशाला का आयोजन पिरामल फाउंडेशन द्वारा किया गया।कार्यशाला में डीएम ने सभी संस्थाओं के कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें आगे भी ग्रामीण स्तर तक कार्य करने के अपील की, जिससे कि जिला का सभी क्षेत्रों में आवश्यक विकास हो सके। कार्यशाला में डीआरडीए विनय कुमार, आईसीडीएस डीपीओ सुगंधा मिश्रा, डीपीएम (स्वास्थ्य) डॉ. किसलय कुमार, डीपीएम (जीविका) निखिल कुमार, पिरामल फाउंडेशन (शिक्षा) के राज्य समन्यवक पल्लव कुमार, डीपीएल आजाद सोहेल, पिरामल (स्वास्थ्य) के प्रमंडलीय समन्वयक अमित कुमार, जिला समन्वयक मनीष कुमार सिंह,गांधी फेलो सदस्य अनिकेत सेन,अस्तम रूमन,अंजली सहित कई अन्य फाउंडेशन के सदस्य उपस्थित रहे।

सभी प्रोजेक्ट के सफल क्रियान्वयन के लिए सभी संस्था का बेहतर समन्वय आवश्यक :डीएम
कार्यशाला को संबोधित करते हुए डीएम ने कहा कि कटिहार जिला नीति आयोग के आकांक्षी जिलों में शामिल रहा है। नीति आयोग के विभिन्न इंडीकेटर्स पर अच्छा प्रदर्शन करते हुए जिला को पहले भी 01 से 05 करोड़ जैसे फंड्स प्राप्त हुए हैं। इसमें और अच्छा प्रदर्शन करते हुए जिला को ज्यादा फंड्स प्राप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए विभिन्न प्रोजेक्ट्स पर कार्य जारी है। सभी तरह के प्रोजेक्ट्स जिलावासियों के विकास के लिए होता है। सभी संस्थाओं को ग्रामीण स्तर पर इसके लिए आवश्यक कार्य करना चाहिए ताकि आमलोगों को सभी तरह की सुविधा उपलब्ध हो सके। इसमें आईसीडीएस, जीविका का ज्यादा योगदान है क्योंकि यह ग्रामीण इलाकों तक सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है। इसके लिए लोगों को जागरूक करना आवश्यक है ताकि लोग सभी सरकारी योजनाओं का लाभ उठा सके।

डीआरडीए विनय कुमार ने कहा कि डीएम के सहयोग से हम नीति आयोग के इंडिकेटर्स के विकास के लिए अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। जिला द्वारा दिये गये एक प्रोजेक्ट को नीति आयोग द्वारा अच्छा रिस्पॉन्स भी मिला है। हम इसमें और अच्छा कर सकें इसके लिए सभी की सहभागिता आवश्यक है।

पोषण व स्वास्थ्य के प्रति लोगों को किया जा रहा जागरूक :
आईसीडीएस डीपीओ सुगंधा मिश्रा ने कहा कि आईसीडीएस द्वारा ग्रामीण स्तर पर लोगों को स्वास्थ्य व पोषण के लिए जागरूक करने का भरसक प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए कार्य करने वाले सभी संस्थाओं से समन्वय करते हुए इसमें और अधिक विकास का प्रयास किया जाएगा।

परिवार नियोजन सुविधा उपलब्ध कराने में जिला टॉप-03 में शामिल :
कार्यशाला को सम्बोधित करते हुए डीपीएम स्वास्थ्य डॉ. किसलय कुमार ने कहा कि जिले में लोगों को स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूरा प्रयास किया जाता है। जिले में लोगों को परिवार नियोजन सुविधा उपलब्ध कराने में जिला को राज्य स्तर पर टॉप-03 में स्थान मिला है। कुछ प्रखंड स्तरीय अस्पतालों को राज्य में बेस्ट हॉस्पिटल का अवार्ड भी दिया गया है। जिले के सभी सरकारी अस्पतालों में लोगों को बेहतर सुविधाएं मुहैया कराई जा रही हैं। इसमें और विकास हो सके इसके लिए स्वास्थ्य विभाग कार्यरत है।

नीति आयोग के आकांक्षी जिलों में बेहतर प्रदर्शन जरूरी :
पिरामल फाउंडेशन के राज्य समन्वयक पल्लव कुमार ने कहा कि नीति आयोग द्वारा आकांक्षी जिल कार्यक्रम के तहत जिलों को स्वास्थ्य, पोषण, शिक्षा, कृषि,जल संसाधन जैसे विभिन्न विभागों में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए प्रेरित किया जाता है। आयोग द्वारा जिला को 49 इंडीकेटर्स पर मूल्यांकन करते हुए बेहतर प्रदर्शन के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इसमें सभी सहयोगी संस्थाओं के समन्वय से और बेहतर प्रदर्शन किया जा सकता है। इसके लिए पिरामल फाउंडेशन द्वारा सभी सहयोगी संस्थाओं के बीच समन्वय स्थापित करने के लिए कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिससे कि जिला का हर क्षेत्र में बेहतर विकास हो सके।