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मुस्कान एक्सप्रेस प्रचार वाहन से कोरोना संक्रमण से बचाव एवं नियमित टीकाकरण पर लोगों को किया जा रहा जागरूक

जन्म के तुरंत बाद नवजात शिशुओं को सभी तरह के टीके लगाना होता हैं जरूरी: एमओआईसी
पूर्णिया के 6 प्रखंडों में नियमित टीकाकरण के लिए मुस्कान एक्सप्रेस प्रचार वाहन से किया जा रहा हैं लोगों को जागरूक
कुछ भी खाने या पीने से पहले हर आधा घण्टा पर हाथों को नियमित रूप से धोएं
वार्ड स्तर पर कोविड-19 टीकाकरण व नवजात बच्चों को नियमित रूप से टीकाकरण के लिए किया जा रहा जागरूक

पूर्णिया(बिहार)वैश्विक महामारी कोविड-19 से बचाव के लिए कई स्तर पर प्रयास किए जा रहे हैं। इसी कड़ी में जिले के डगरुआ पीएसची के एमओआईसी डॉ अविनाश कुमार ने कोविड-19 टीकाकरण सहित नियमित टीकाकरण एवं हाथों की सफाई के लिए जन-जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से मुस्कान एक्सप्रेस जागरूकता रथ को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। यह जागरूकता रथ जिले के 6 प्रखंडों में घूम-घूम कर लोगों को जागरूक करेगा। पंजीकरण, टीका, खानपान, आराम और समय पर टीका को लेकर कई स्लोगन को भी जागरूकता रथ में शामिल किया गया है।

जन्म के तुरंत बाद नवजात शिशुओं को सभी तरह के टीके लगाना होता हैं जरूरी:
डगरुआ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ अविनाश कुमार ने बताया वैश्विक महामारी कोरोना के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए कोविड-19 टीकाकरण के शत प्रतिशत लक्ष्य को पूरा करने के उद्देश्य से प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के साथ ही सोशल मीडिया के द्वारा आम से लेकर खास तक के लोगों के बीच जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। साथ ही ज़िले में यूनिसेफ एवं एलायंस फ़ॉर इम्यूनाइजेशन एंड हेल्थ के सहयोग से चलाये जा रहे नवजात शिशुओं के लिए नियमित टीकाकरण जैसे- जन्म के तुरंत बाद बीसीजी, हैपेटाइटिस, पोलियो, रोटा, पीसीवी, खसरा/रूबेला के साथ ही विटामिन ए का खुराक पर भी लोगों को जागरूक किया जा रहा है।

6 प्रखंडों में नियमित टीकाकरण के लिए मुस्कान एक्सप्रेस प्रचार वाहन से किया जा रहा हैं लोगों को जागरूक:
एलायंस फ़ॉर इम्यूनाइजेशन एंड हेल्थ के राज्य समन्वयक सोपन पोद्दार ने बताया बिहार के गया ज़िले के सात प्रखंड व पूर्णिया ज़िले के 6 प्रखंडों का चयन मॉडल के रूप में किया गया हैं। पूर्णिया के बैसा, बायसी, धमदाहा, अमौर, डगरुआ व पूर्णिया पूर्व प्रखंड के सभी गांवों में मिशन इंद्रधनुष कार्यक्रम के तहत मुस्कान एक्सप्रेस प्रचार वाहन के माध्यम से लोगों को टीकाकरण कराये जाने को लेकर जागरूक किया जा रहा हैं। नियमित टीकाकरण को शत प्रतिशत लागू करने के लिए आशा कार्यकर्ता, एएनएम व आंगनबाड़ी सेविकाओं के द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जा रहा हैं। लेकिन अब जीविका दीदी को प्रशिक्षित कराने के बाद इनलोगों का सहयोग लिया जाएगा। ताकि कोविड-19 टीकाकरण व नियमित टीकाकरण के लक्ष्य को पूरा किया जा सके। नवजात शिशुओं को पांच वर्ष में सात बार टीका लेने से 12 तरह की जानलेवा बीमारियों से बचाया जा सकता है।

कुछ भी खाने या पीने से पहले हर आधा घण्टा पर हाथों को नियमित रूप से धोएं:
कोरोना संक्रमण के कारण आम लोगों में हाथ धोने की परंपरा की शुरुआत को लेकर पहले की तरह लोगों में जागरूकता लाने के लिए एएनएम व आंगनबाड़ी सेविकाओं के माध्यम से डोर टू डोर भ्रमण किया जा रहा हैं। क्योंकि हाथ धोने मात्र से कोरोना संक्रमण के अलावे अन्य कई तरह की गंभीर बीमारियों से अपने आपको बचाया जा सकता है। ग्रामीण क्षेत्रों में ऐसा देखा जा रहा है कि अभी भी कुछ वैसे भी लोग हैं जो बगैर हाथ धोए खाद्य पदार्थ खा लेते है, जिसके कारण शरीर के अंदर कीटाणु प्रवेश कर जाते है और कई तरह की बीमारियां हो जाती हैं। कुछ भी खाने या पीने से पहले अपने हाथों की सफाई पूरी तरह से कर लेनी चाहिए, जिससे कई प्रकार की बीमारियों से बचा जा सकता है।

वार्ड स्तर पर कोविड-19 टीकाकरण व नवजात बच्चों को नियमित रूप से टीकाकरण के लिए किया जा रहा हैं जागरूक:
एलायंस फ़ॉर इम्युनाइजेशन एंड हेल्थ के जिला समन्वयक धर्मेंद्र कुमार ने बताया वैश्विक महामारी कोविड-19 संक्रमण के कोरोना का टीका लगाना बहुत ही जरूरी हो गया हैं। इसके साथ ही नियमित रूप से हर आधा घण्टे पर अपने हाथों की धुलाई रगड़-रगड़ कर अनिवार्य रूप से करें। कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए घर से निकलते समय अपने मुंह पर मास्क लगाने या किसी से मिलने के समय भीड़ भाड़ वाले इलाके में जाने से बचें और ज्यादा जरूरत होने के बाद सामाजिक दूरी का पालन करते हुए अपने कार्यो का निष्पादन करें। नियमित रूप से टीकाकरण के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा सीबीआई-आरआई के मॉड्यूल 04, 05, 06 एवं 07 से संबंधित जानकारी क्षेत्रीय आशा-एएनएम को पहले ही दी जा चुकी है।