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कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देख प्रतिदिन चार से साढ़े चार हजार लोगों की जांच का लक्ष्य

वैक्सीनशन के साथ- साथ कोरोना जांच पर भी फोकस
टीका लगाने के बाद भी एहतियात बरतना बेहतर

अररिया(बिहार)जिले में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों को देख कर जिला स्वास्थ्य विभाग आवश्यक तैयारियों में जुट गया है।गुरुवार को कोरोना संक्रमण के तीन नए मामले सामने आये हैं। इसको देखते हुए कोरोना जांच की संख्या में वृद्धि करने की योजना पर अमल शुरू हो चुका है। प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की चिंता दरसल इस बात को लेकर है कि होली व कुछ अन्य पर्व त्यौहार में विभिन्न राज्यों से घर लौटने वाले प्रवासियों से कोरोना संक्रमण एक बार फिर से फैल सकता है।लिहाजा संक्रमण की संभावना को काबू में करने के लिये स्वास्थ्य विभाग अलग अलग आयामों पर काम कर रहा है।

टीकाकरण प्रक्रिया में तेजी लाने का हो रहा प्रयास:
जिला स्वास्थ्य सामिति के डीपीएम रेहान अशरफ ने संक्रमण के बढ़ते मामलों से निपटने के लिये की गयी तैयारियों की बाबत कहा कि टीकाकरण को तो गति दी ही जा रही है। खास तौर पर 45 से 60 वर्ष आयुवर्ग के उन लोगों के टीकाकरण पर जोर दिया जा रहा है जो किसी गंभीर रोग से ग्रस्त हैं। टीकाकरण को गति देने पर पूरा जोर है। इस संबंध में सभी आवश्यक निर्देश दिये गये हैं।

टीकाकरण के बाद एहतियात बरतना जरूरी:
कोरोना टीका को संक्रमण से बचाव के लिये जरूरी बताते हुए उन्होंने कहा कि टीकाकरण के बाद भी लाभुकों के लिये बेहतर है कि वे मास्क,सैनिटाइजर और सामाजिक दूरी का पालन करते रहें। वहीं देश के कुछ राज्यों में कोरोना संक्रमितों की संख्या में होने वाले इजाफे पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि अभी और सावधान और सतर्क रहने की जरूरत है।कहा कि आने वाले पर्व त्यौहार के मौके पर अन्य प्रदेशों से घर लौटने वालों के कारण संक्रमण फैल सकता है। खास कर छोटे कस्बों और देहातों में संक्रमण फैलने की अधिक संभावना है। डीपीएम ने कहा कि इसी को ध्यान में रखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने प्रतिदिन कोरोना जांच की संख्या बढ़ा दी है। अब विभिन्न जांच केंद्रों पर कुल मिला कर चार से साढ़े चार हजार लोगों की जांच हो रही है।
संक्रमण का मामला सामने आने के बाद बनाया जायेगा माइक्रो कंटेनमेंट जोन:
उन्होंने कहा कि चिह्नित गांव में जांच के दौरान अगर किसी व्यक्ति में संक्रमण की पुष्टि होती है तो उस व्यक्ति के घर के आस पास के 25-30 घरों में शत प्रतिशत लोगों की जांच की जाएगी। जरूरी पड़ने पर माइक्रो कन्टेनमेंट जोन बनाया जायेगा। ताकि संक्रमित व्यक्तियों को आइसोलेट कर आवश्यक मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। इस संक्रमण के प्रसार पर भी नियंत्रण हो सकेगा। जिले वासियों से कोरोना संक्रमण से बचाव के लिये आवश्यक एहतियात बरतने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि संक्रमण पर काबू पाने के लिये सामाजिक सहयोग जरूरी है।