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मास्क के प्रयोग के प्रति बदल रहा है समाज का नजरिया, समुदाय में बढ़ी जागरूकता

• समुदाय को जागरूक करने में मीडिया का योगदान महत्वपूर्ण
•युवाओं ने कहा- मीडिया के माध्यम से समुदाय तक पहुंच रहा है जागरूकता का संदेश
• मास्क के प्रयोग के प्रति जिला प्रशासन भी है सख्त

छपरा(बिहार)वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण का प्रसार अब धीरे धीरे कम होने लगा है। कोरोना से संक्रमित व्यक्तियों के स्वस्थ होने की संख्या में भी लगातार वृद्धि हो रही है। कोरोना संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग के द्वारा किए गए प्रयासों का असर भी दिखने लगा है। कोविड-19 से बचाव के लिए मास्क के प्रयोग के प्रति लोगों का नजरिया भी बदलने लगा है । अधिकतर लोग मास्क का प्रयोग करने लगे हैं। इसको लेकर समुदाय में काफी जागरूकता आई है और लोगों के व्यवहार में परिवर्तन भी देखने को मिल रहा है। सारण के सिविल सर्जन डॉ माधवेश्वर झा ने बताया कि कोविड-19 से बचाव के प्रति समुदाय को जागरूक करने में मीडिया का सबसे बड़ा योगदान है। मीडिया के माध्यम से ही समुदाय में लोगों तक जागरूकता संदेश पहुंचाई जा रही है। इसके साथ साथ स्वास्थ्य विभाग के द्वारा समुदाय स्तर पर आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर लोगों को कोविड-19 से बचाव की जानकारी दे रही है। जिला प्रशासन के द्वारा भी मास्क का प्रयोग नहीं करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। जिसका परिणाम है कि अधिकतर लोग मास्क का प्रयोग करने लगे हैं।

समुदाय में बढ़ी जागरूकता:

एकमा प्रखंड निवासी प्रदीप पांडेय कहते है कि पहले के तुलना में समुदाय के लोंगो में कोरोना को लेकर काफी जागरूकता आयी है।कोरोना संक्रमण से बचाव के प्रति लोग जागरूक दिख रहे है। अब युवा वर्ग को अपनी भूमिका समझनी होगी और बढ़-चढ़कर आगे आना होगा। अभी सतर्कता और सुरक्षा के नियमों का पालन करना ही संक्रमण से बचाव का एकमात्र रास्ता है।

कोविड-19 के अनुरूप व्यवहार परिवर्तन में मीडिया का योगदान महत्वपूर्ण:

सारण जिले के परसा के रहने वाले मोटिवेटर राकेश शांडिल्य कहते हैं कि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों में भी कोविड-19 से बचाव के लिए जागरूकता आयी है। अब अधिकतर लोग मास्क का प्रयोग करते दिख रहें है। मास्क के प्रयोग को लेकर लगातार मीडिया में खबरें प्रकाशित होती रहती है। जिसका परिणाम है कि ग्रामीण क्षेत्र के लोगों में भी जागरूकता बढ़ी है। घर से बाहर निकलते समय मास्क जरूर पहन रहें है। लॉकडाउन के बाद अब अनलॉक के चरणों में जरूरत इस बात की बढ़ गई है कि लोग नाकारत्मकता से बचते हुए जीवन में सकारात्मक पहलुओं को अपनाने पर बल दें और जिंदगी पुन: सामान्य रूप से शुरू करें।

स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन का प्रयास सार्थक:

शहर के दौलतगंज निवासी युवा रितेश राय कहते हैं कि जिले में कोरोना संक्रमण का प्रसार अब धीरे-धीरे कम होने लगा है। इसका सबसे बड़ा कारण यह है कि लोगों में जागरूकता आयी है। स्वास्थ्य विभाग और जिला प्रशासन के द्वारा चलाये गये जागरूकता अभियान का सार्थक परिणाम देखने को मिल रहा है। मास्क नहीं लगाने वाले के खिलाफ प्रशासन सख्ती भी बरत रहा है। वहीं स्वास्थ्य विभाग के द्वारा समुदायस्तर पर लोगों को जागरूक किया जा रहा है। इन सबके बीच मीडिया का भी भूमिका अहम है। मीडिया में लगातार सकरात्मक खबरें आ रही है। मास्क का उपयोग, शारीरिक दूरी का पालन, साफ-सफाई का विशेष ख्याल रखने के सलाह पर आधारित लगातार खबर प्रकाशित हो रही है। जिसका प्रभाव समाज के लोगों में देखने को मिल रहा है।

युवा निभा सकते हैं अहम भूमिका:

शहर के दहियावा नारायण चौक निवासी रचित भारती कहते हैं कि कोविड-19 से बचाव को लेकर जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग को तो अपना फर्ज निभा हीं रहा है। इसमें हम युवाओं की भी जिम्मेदारी बनती है कि हम लोग भी कोरोना से बचाव के प्रति लोगों को जागरूक करें। मैं एक छात्र नेता होने के नाते अपने आस-पास के लोगों के इसके बारे में जानकारी देता भी हूं। अब लोगों का व्यवहार में काफी परिवर्तन भी आया है। पहले के तुलना में लोग काफी जागरूक दिख रहें है।