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लक्ष्य योजना को लेकर राज्यस्तरीय टीम ने किया भवानीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र का निरीक्षण

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की गुणवत्ता की हुई मैपिंग:
मरीज व परिजनों से टीम के सदस्यों ने ली फीडबैक:
अस्पताल प्रशासन ने प्रसव केंद्र को फूलों से किया था सुसज्जित:
तीन स्तर से की जाती है रैंकिंग, 70 प्रतिशत अंक मिलने पर सांत्वना पुरस्कार से किया जाता है सम्मानित:

पूर्णिया(बिहार)लक्ष्य योजना के तहत चयनित भवानीपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का राज्यस्तरीय दो सदस्यीय टीम ने निरीक्षण किया। इस दौरान टीम के सदस्यों ने प्रसव कक्ष, प्रसव प्रक्रिया, सभी तरह के कागजातों का जायजा लिया। राज्यस्तरीय टीम ने क्रमानुसार सभी बिंदुओं पर लगभग 6 घंटे तक बारीकी से निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उपस्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के चिकित्सकों व स्वास्थ्यकर्मियों से बारी-बारी से पूछताछ भी की गयी। टीम के सदस्यों ने प्रसव कक्ष, प्रसव प्रकिया के तहत मिलने वाली हर तरह की सुविधाओं के संबंध में जानकारी ली और कुछ आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये। लक्ष्य योजना के तहत चयनित स्वास्थ्य केन्द्र की तीन स्तर पर रैंकिंग की जाती है। निरीक्षण के बाद राज्य सरकार द्वारा यह रिपोर्ट केंद्रीय टीम को भेजी जाएगी। जिसके बाद केंद्रीय टीम सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का निरीक्षण कर क्वालिटी की जांच करेगी। अगर रैंकिंग में 70 प्रतिशत लक्ष्य प्राप्त होता है तो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को एक लाख रुपये नकद राशि व प्रशस्ति पत्र के रूप में इनाम दिया जायेगा। मुख्य रूप से अस्पताल के प्रसव कक्ष, प्रसव प्रक्रिया तथा ऑपरेशन थिएटर को लक्ष्य कार्यक्रम के मानक के अनुरूप विकसित किया गया है।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की गुणवत्ता की हुई मैपिंग:
ज़िले के भवानीपुर स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को पहले से भी गुणवत्तापूर्ण सुविधाएं उपलब्ध कराने की दिशा में विभाग के द्वारा तैयारी की गई थी। निरीक्षण के दौरान पटना से आई टीम में शामिल डॉ प्रबीर मोहराना व अंतरराष्ट्रीय संस्था (निपी) के स्टेट हेड गौरव कुमार के द्वारा सीएचसी की मैपिंग की गयी। इस मैपिंग में आठ तरह के मूल्यांकन का स्वरूप बनाए गए हैं। जिसमें स्वास्थ्य केंद्र की आधारिक संरचना के साथ अस्पताल में साफ़-सफाई का स्तर, स्टाफ की उपलब्धता, लेबर रूम के अंदर आवश्यक मूलभूत संसाधनों की उपलब्धता के साथ ही ऑपरेशन थिएटर की भी मैपिंग की गयी है। गाइडलाइन के अनुसार निर्धारित लक्ष्य प्राप्त करने वाले प्रखंडस्तरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को प्रोत्साहन के रूप में राशि के साथ ही प्रमाणपत्र देने का प्रावधान है।

सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में आये मरीज व परिजनों से टीम के सदस्यों ने ली फीडबैक:
टीम के द्वारा निरीक्षण के दौरान सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में आये मरीज व उनके परिजनों से भी फीडबैक ली गयी। टीम ने मरीज के परिजनों से अस्पताल प्रशासन द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं व व्यवहार के अलावा उपलब्ध दवा के संबंध में जानकारी ली गई। मरीजों ने टीम को बताया कि यहां पर मिलने वाली हर तरह की सुविधाएं मरीजों को मिलती हैं। टीम के सदस्यों को मरीज के परिजनों ने कहा कि यहां पर मिलने वाली सुविधाओं से वह पूरी तरह से संतुष्ट हैं । अब पहले की अपेक्षा बेहतर सुविधाएं भी उपलब्ध कराई जाएगी जिसके लिए स्वास्थ्य विभाग के द्वारा गुणवत्ता में सुधार किया जा रहा है।

अस्पताल प्रशासन द्वारा प्रसव केंद्र व ऑपरेशन थियेटर को फूलों से किया गया था सुसज्जित:
क्षेत्रीय कार्यक्रम प्रबंधक नजमुल होदा ने बताया कि लक्ष्य योजना के मापदंडों के अनुसार सभी तरह के संसाधन उपलब्ध कराये गए हैं। लक्ष्य कार्यक्रम के मानकों के अनुरूप ही सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र परिसर में प्रसव गृह व ऑपरेशन थियेटर को फूलों से सजाया गया था। प्रसव कक्ष और ऑपरेशन थियेटर को बेहतर बनाने के लिए हरसंभव प्रयास किया गया है। उपचार कराने के लिए आने मरीजों को किसी भी तरह की कोई असुविधा नहीं हो इसका विशेष ख़्याल रखा गया है। क्योंकि सामुदायिक स्तर पर बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना प्राथमिकताओं में शामिल है।

तीन तरह से की जाती है रैंकिंग, 70 प्रतिशत अंक मिलने पर सांत्वना पुरस्कार से किया जाता है सम्मानित:
लक्ष्य योजना के तहत निरीक्षण के बाद तीन स्तरों पर रैंकिंग की जाती है। पहले जिलास्तर पर, दूसरा प्रमंडल स्तर पर और तीसरे चरण में राष्ट्रीय स्तर पर रैंकिंग की जाती है। जिसके तहत राज्य की ओर से मिलने वाली प्रोत्साहन राशि प्राप्त करने के लिए कम से कम 75 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य होता है। लक्ष्य योजना के द्वारा तय मानकों में 70 प्रतिशत तक अंक लाने पर सांत्वना पुरस्कार से सम्मानित करने का प्रावधान किया गया हैं, सांत्वना पुरस्कार के रूप में सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र या अनुमंडल स्तर पर अस्पतालों को एक लाख एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को 50 हजार नकद राशि दी जाती है।

तय मानकों के आधार पर किया जाता हैं सम्मानित:
1.अस्पताल की आधारभूत संरचना
2.साफ-सफाई एवं स्वच्छता
3.जैविक कचरा निस्तारण
4.संक्रमण रोकथाम
5.अस्पताल की अन्य सहायक प्रणाली
6.स्वच्छता एवं साफ़-सफाई को बढ़ावा देना