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नई उम्मीद व आशाओं से भरा होगा नया साल, कोरोना वैक्सीनेशन की सफलता होगी बड़ी चुनौती

  • नये साल के जश्न के दौरान संक्रमण से बचाव के उपायों के प्रति विशेष सतर्कता जरूरी:
  • कोरोना वायरस जांच के लिये लिये गये लगभग 4.23 लाख लोगों के सैंपल में 6914 में मिले संक्रमित:

अररिया(बिहार)नया साल आम जिलावासियों के लिये नई उम्मीद व आशाओं से भरा होगा. हम धीरे-धीरे कोरोना संक्रमण से जुड़ी चुनौतियों से उबर रहे हैं. लेकिन संक्रमण से बचाव संबंधी उपायों पर हम सभी को अब भी विशेष सतर्कता बरतने की जरूरत है. उक्त बातें जिलाधिकारी प्रशांत कुमार सीएच ने शुक्रवार को आयोजित मासिक प्रेसवार्ता के दौरान कही. उन्होंने जिलावासियों को नववर्ष की शुभकामना देते हुए कहा नया साल का जश्न मनाने के दौरान संक्रमण से बचाव को लेकर केंद्र व राज्य सरकार द्वारा जारी गाइडलाइन का अनुपालन करें. ताकि संक्रमण से जुड़ी चुनौतियों को मात दिया जा सके. प्रेस वार्ता के दौरान उन्होंने जिले में कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर चल रही तैयारियों के साथ-साथ पूरे वर्ष के दौरान जिले के विकास से जुड़ी उपलब्धियों का विस्तृत विवरण पेश किया.

नवंबर माह के अंत तक 35 हजार 272 महिलाओं का हुआ सुरक्षित प्रसव:
डीएम ने कहा कोरोना वायरस संबंधी जांच के लिये जिले में अब तक 04 लाख 22 हजार 993 लोगों का सैंपल लिया गया. इसमें 6914 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई. वहीं 6885 लोगों ने संक्रमण से जुड़ी चुनौतियों को मात देकर पूरी तरह स्वस्थ हो चुके हैं. स्वास्थ्य संबंधी मामलों में जिले की उपलब्धियों का जिक्र करते हुए डीएम ने कहा सुदूरवर्ती ग्रामीण इलाकों में 25 स्थानों पर हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर का संचालन किया जा रहा है. इसमें सभी जगह सुरक्षित संस्थागत प्रसव को लेकर सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराये गये हैं. अगले माह तक 25 अन्य हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर का संचालन शुरू हो जायेगा. डीएम ने कहा इस साल नवंबर माह के अंत तक जिले में 35 हजार 272 महिलाओं का सुरक्षित संस्थागत प्रसव कराया गया है. इस दौरान 44 हजार 573 स्वस्थ बच्चों का जन्म हुआ. वर्तमान में जिले का लिंगानुपात 1000 पुरूष पर 952 महिला है. दिसंबर माह के अंत तक कुल 18399 आरोग्य दिवस आयोजित किये गये हैं. कुल 55 हजार 323 बच्चों का पूर्ण टीकाकृत किया गया है. कुल 1824 महिलाओं का बंध्याकरण ऑपरेशन व दो पु़‍रूष नसबंदी किया गया है. जनसंख्या नियंत्रण के उपायों तहत प्रसवोपरांत कुल 446 महिलाओं का बंध्याकरण ऑपरेशन किया गया. कुल 3655 महिलाओं को कॉपर टी लगाया गया व 6342 महिलाओं को अंतरा का टीका लगाये जाने की जानकारी डीएम ने दी.

पांच कलस्टर के माध्यम से प्रवासियों को रोजगार देने का हो रहा प्रयास:
जिले में संचालित अन्य विकास योजनाओं पर चर्चा करते हुए डीएम ने कहा कोरोना महामारी के दौरान प्रवासी मजदूरों को रोजगार उपलब्ध कराने के लिये जिले में पांच कलस्टर का निर्माण किया गया है. फारबिसगंज के खैरखां व नयानगर तिरसकुंड पंचायत में पेभर ब्लॉक व सिमेंट से निर्मित होने वाले अन्य वस्तु निर्माण के लिये दो यूनिट का निर्माण किया गया है. फारबिसगंज के रमै पंचायत के घोडाघाट में रेडिमेट वस्त्र निर्माण का कार्य आरंभ है. फारबिसगंज के खरैखां में एक जूता-चप्पल उद्योग इकाई के लिये समूह गठित कर लिया गया है. जल्द ही निर्माण भी शुरू होने का भरोसा उन्होंने दिलाया.

जिले में जल्द शुरू होगा कोरोना का टीका लगाने का कार्य:
डीएम ने कहा जिले में कोरोना टीकाकरण का कार्य जल्द शुरू होगा. इसे लेकर सभी जरूरी तैयारियां अपने अंतिम चरण में है. टीकाकरण कार्य की सफलता को लेकर जिलास्तरीय टास्क फोर्स का गठन किया गया है. टीकाकरण के पहले चरण में सभी सरकारी व निजी चिकित्सा संस्थानों में कार्यरत चिकित्सक व अन्य कर्मियों के साथ-साथ आईसीडीएस कर्मियों को टीका लगाया जाना है. इसकी लाइन लिस्टिंग कर ली गयी है. टीका के रखरखाव के लिये सरकार के माध्यम से कुछ आईएलआर उपलब्ध कराये गये हैं. पूर्व से भी जिले में आईएलआर उपलब्ध हैं. टीकाकरण के लिये माइक्रोप्लान तैयार किया जा रहा है. उन्होंने कहा इससे पहले भी पोलिया, मिजिल्स सहित अन्य बीमारियों के टीका लगाने का स्वास्थ्य अधिकारियों को बेहतर कार्य अनुभव हासिल है. लिहाजा उन्होंने कोरोना टीकाकरण कार्य की सफलता के प्रति अपना विश्वास जाहिर किया.