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संक्रमण का दौर हो रहा है समाप्त, लेकिन बचाव के लिए टीकाकृत होना जरूरी

नौनिहालों को संक्रमण से बचाव को लेकर टीके जरूर लगवाएं: प्रभारी सीएस
12 से 14 वर्ष वाले टीकाकरण में पूर्णिया पूर्व पीएचसी सबसे आगे: डीआईओ
अब तक 43,19904 लाभार्थियों को लगाए जा चुके है टीके: स्वास्थ्य विभाग
एक साथ तीनों सहेलियों ने ली टीके की दूसरी डोज़, अब दूसरे को करेंगी प्रेरित: तीन सहेलियां

पूर्णिया(बिहार)कोरोना संक्रमण की रफ्तार धीमें गति से कम होने लगी है। इसके बावजूद सरकार द्वारा जिलेवासियों को संक्रमण से बचाव के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। हालांकि इसके लिए 12 से 14 आयुवर्ष, 15 से 17 आयुवर्ष, इसके अलावा 18 आयुवर्ष से अधिक उम्र के लाभार्थियों को टीकाकृत किया जा रहा है। इतना ही नहीं बल्कि 60 आयुवर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्गो को बूस्टर डोज़ भी दी जा रही है। ताकि संक्रमण की संभावित लहर से भी लोगों को सुरक्षित रखा जा सके। प्रभारी सिविल सर्जन डॉ मोहम्मद साबिर ने बताया कि युवाओं के लिए जबसे टीकाकरण की शुरुआत की गई है तभी से वे बढ़ चढ़ कर अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रहे हैं। टीकाकरण की सफ़लता में सबसे ज़्यादा अभिभावकों को अपने बच्चों के भविष्य का ख़्याल करते हुए सबसे पहले कोरोना टीकाकरण को प्राथमिकता देने की आवश्यकता है। ताकि हम अपने नौनिहालों को संक्रमण से सुरक्षा प्रदान कर सकें। क्योंकि बच्चें ही देश के भविष्य है। हालांकि अब जिले में संक्रमण का दौर तेजी के साथ कम हुआ है। लेकिन इसके बावजूद जिलेवासियों को खास तौर से सतर्क रहने की आवश्यकता है।

12 से 14 वर्ष वाले टीकाकरण में पूर्णिया पूर्व पीएचसी सबसे आगे: डीआईओ
जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी डॉ विनय मोहन ने बताया कि 12 से लेकर 14 आयुवर्ष तक बच्चों के लिए टीकाकरण कार्य विगत 16 मार्च से शुरू किया गया है। ताकि ज़िले से कोरोना को जड़ से मिटाने में युवाओं की भूमिका महत्वपूर्ण हो। ज़िले के विभिन्न स्वास्थ्य केंद्रों के अलावा चयनित टीकाकरण केंद्र पर लाभार्थियों को टीकाकृत करने का कार्य सुचारू रूप से चलाया जा रहा है। शत प्रतिशत टीकाकरण के लिए विभिन्न टीकाकरण केंद्रों पर स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों द्वारा 6 अप्रैल तक अमौर में 3713, बैसा में 2465, बायसी में 4036, बनमनखी में 2612, बड़हरा कोठी 4963, भवानीपुर में 3130, डगरुआ में 3806, धमदाहा में 2948, जलालगढ़ में 1713, कसबा में 3093, कृत्या नगर में 3243, पूर्णिया पूर्व पीएचसी के अंतर्गत (ग्रामीण एवं शहरी) में 6580, रुपौली में 4365 एवं श्रीनगर में 1486 बच्चों को टीकाकृत किया जा चुका है।

अब तक 43,19904 लाभार्थियों को लगाए जा चुके है टीके: स्वास्थ्य विभाग
जिले में 12 से 14 आयु वर्ग वाले 48 हज़ार 1 सौ 53 बच्चों को टीकाकृत किया गया है। वहीं 15 से लेकर 60 आयुवर्ष तक के अलावा 60 आयुवर्ष से अधिक उम्र के बुजुर्ग लाभार्थियों को बूस्टर डोज़ भी दी जा रही है। ज़िलें में 2 लाख, 30 हज़ार 8 सौ 99 लाभार्थियों को टीके की पहली डोज़ दी गयी है वहीं 19 लाख 79 हजार 9 सौ 99 लाभार्थियों को टीके की दूसरी डोज़ लगायी गयी है। इसके अलावा 2 हज़ार 9 सौ 06 बुजुर्ग लाभार्थी जो 60 आयुवर्ष से अधिक उम्र के हैं उनको पूरी तरह से सुरक्षित रहने के लिए बूस्टर डोज़ दी गयी है।

एक साथ तीनों सहेलियों ने ली टीके की दूसरी डोज़, अब दूसरे को करेंगी प्रेरित
शहर के ज़िला स्कूल स्थित डॉक्टर्स फ़ॉर यू टीकाकरण केंद्र पर दूसरा डोज़ लेने आई गुलाबबाग स्थित इंडियन पब्लिक स्कूल में पढ़ने वाली इंटरमीडिएट की छात्रा सेजल कुमारी, सलोनी एवं आयुषी कुमारी ने बताया कि जनवरी महीने में ही हमलोगों ने एक साथ 15 से 18 आयुवर्ष वाले श्रेणी की डोज़ ली थी। लेकिन समय से दूसरा डोज़ नहीं ले पाने का मलाल था। क्योंकि पहला डोज़ लेने के बाद दूसरे डोज़ के समय बाहर चली गई थी। लेकिन जैसे ही हमलोग अपने शहर आये तो सबसे पहले दूसरा डोज़ लेने के लिए एक साथ हम तीनों सहेली टीकाकरण केंद्र पर आये और दूसरी डोज़ ली। अब हम सभी से अपील कर रही हूं कि आप भी नियत समय अपना दूसरा डोज़ ले लीजिए। ताकि कोरोना को जड़ से मिटाया जा सके। पहला डोज़ लेने से पहले हमलोगों को डर लग रहा था कि टीके लेने के बाद हमलोगों को कुछ हो जाएगा। लेकिन घर वालों के द्वारा जबर्दस्ती टीकाकरण केंद्र भेज कर टीका लगवाया गया था। लेकिन किसी भी तरह से कोई डर या दिक्कत नहीं है।