Homeदेशबिहार

पुरानी पेंशन व प्रोन्नति की मांग को ले पटना में शिक्षकों का जबरदस्त विधान सभा घेराव, प्रदर्शन

राजस्थान की तरह बिहार के नियोजित शिक्षकों को भी दी जाए पुरानी पेंशन : प्रदीप कुमार पप्पू

मांगों की पूर्ति होने तक संघर्ष रहेगा जारी : संघ

महबूब आलम,पप्पू यादव,अख्तरूल इमान ने भी शिक्षकों की मांग को बताया जायज

हाजीपुर/पटना(बिहार)बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ के राज्यव्यापी आह्वान पर गर्दनीबाग पटना स्थित धरना स्थल पर विभिन्न जिलों से जुटे हजारों शिक्षक – शिक्षिकाओं ने आक्रोश पूर्ण प्रदर्शन किया। पुरानी पेंशन, प्रोन्नति, केंद्रीय वेतनमान, समय पर वेतन भुगतान, अप्रशिक्षित शिक्षकों को वेतन देने की मांग को लेकर शिक्षकों ने जमकर नारा लगाया। धरना – प्रदर्शन की अध्यक्षता करते हुए संघ के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप कुमार पप्पू ने कहा कि राज्य सरकार की शिक्षा एवं शिक्षक विरोधी नीति के कारण राज्य की मुख्य धारा शिक्षा को संचालित करने वाले सुबे के लाखों शिक्षक आर्थिक, मानसिक व शारीरिक प्रताड़ना झेल रहे हैं।

धरना स्थल पर शिक्षकों को संबोधित करते वक्ता

जिससे गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सीधी तौर पर प्रभावित हो रही है। सरकार शिक्षकों की समस्याओं को कम करने के बजाय दिनों दिन नई – नई समस्याएं उत्पन्न कर रही है। जिसका नतीजा है कि शिक्षक विद्यालय को छोड़कर सड़क पर संघर्ष करने को मजबूर हुए हैं।

श्री पप्पू ने कहा कि राजस्थान सरकार ने 2004 से बंद पुरानी पेंशन को पुनः लागू कर शिक्षक एवं कर्मचारियों के हित में ऐतिहासिक कार्य किए है। नीतीश सरकार भी इनसे सीख लेते हुए बिना समय गवाएं राज्य के शिक्षक एवं कर्मचारियों के हित में अविलंब पुरानी पेंशन लागू करें। श्री पप्पू ने पंचायती राज एवं नगर निकाय संस्थानों के अंतर्गत नियुक्त शिक्षकों को केंद्रीय वेतनमान प्रोन्नति, ऐच्छिक स्थानांतरण, सेवा निरंतरता, वेतन उन्नयन, ग्रेच्युटी, ग्रुप बीमा जैसी मूलभूत सुविधाएं लागू करने की मांग को जोरदार तरीके से रखा।

वहीं राज्य संघ के नेता अनवर करीम, राकेश कुमार, विपिन प्रसाद, धनंजय कुमार, जनार्दन कुमार, शंभू यादव, निरंजन कुमार एवं नवनियुक्त माध्यमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष डॉ गणेश शंकर पांडेय ने संयुक्त रूप से कहा कि विभागीय लापरवाही के कारण राज्य के विभिन्न जिलों में शिक्षकों के वेतन में 15% की बढ़ोतरी का निर्धारण अब तक नहीं हुआ है। आवंटन के अभाव में कभी भी समय पर वेतन नहीं मिलता है। वहीं अप्रशिक्षित शिक्षकों के वेतन भुगतान पर रोक लगाने, डीपीई एवं नव प्रशिक्षित शिक्षकों के एरियर का भुगतान नहीं करने, दक्षता परीक्षा से वंचित शिक्षकों को वार्षिक वेतन वृद्धि नहीं देने जैसे ज्वलंत समस्याओं को लेकर शिक्षक अत्यंत आक्रोशित है। इन मांगों की पूर्ति होने तक संघर्ष जारी रहेगा। शिक्षकों के प्रदर्शन को मुख्य रूप से डॉक्टर मधु, संजीव कामत, पंकज कुमार मंटू, जय प्रकाश सिंह, रामजी प्रसाद, पवन कुमार, पंकज जयसवाल, संजय कुमार, जाफर रहमानी, तमीजुद्दीन रागीब उर्रहमान, साकेत सुमन, मनीष रौशन, राकेश कुंदन, नवल किशोर यादव, रमेश सिंह, शत्रुघ्न प्रसाद, केडी सिंह, उत्पल कांत, संतोष कुमार, सुधीर सिंह, जितेंद्र कुमार, कामेश्वर प्रसाद, सुनील कुमार, रतिकांत साह, उपेंद्र कुमार, अवधेश झा, बबीता चौरसिया, नूतन सिंह, नीलम कुमारी, अर्चना कुमारी ने भी संबोधित किया।इस अवसर पर बिहार राज्य प्रारंभिक शिक्षक संघ वैशाली के जिलाध्यक्ष उत्पलकांत,जिला सचिव पंकज कुशवाहा,जिला कोषाध्यक्ष रविंद्र कुमार,हाजीपुर प्रखंड अध्यक्ष योगेंद्र राय,जन्दाहा प्रखंड अध्यक्ष मोहम्मद अकबर अली,महुआ प्रखंड अध्यक्ष अशर्फी दास,राजापाकर प्रखंड अध्यक्ष वकील राय के नेतृत्व में विभिन्न प्रखंड से सैंकड़ो शिक्षक,शिक्षिका शामिल हो कर अपनी आवाज बुलंद की और सरकार से अविलंब पुरानी पेंशन स्कीम लागू करने समेत अन्य मांग किया।