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एपीएचसी खमगड़ा में प्रसव सेवाएं शुरू होने से ग्रामीणों में उत्साह

एमओआईसी डॉ आशुतोष कुमार ने एपीएचसी में प्रसव सेवाओं का किया उद्घाटन
सुरक्षित मातृत्व के लिये संस्थागत प्रसव महत्वपूर्ण, आम लोगों को होगा इसका लाभ

अररिया(बिहार)अररिया प्रखंड के जमुआ पंचायत अंतर्गत खमगड़ा एपीएचसी में प्रसव सेवाओं का विधिवत उद्घाटन सोमवार को किया गया।अररिया पीएचसी प्रभारी डॉ आशुतोष कुमार,अस्पताल प्रबंधक प्रेरणा रानी वर्मा, केयर के बीएम नीतीश कुमार, पिरामल स्वास्थ्य के बीटीओ मनीष कुमार सहित अन्य ने एपीएचसी में प्रसव सेवाओं का सामूहिक रूप से उद्घाटन किया। एपीएचसी में प्रसव सेवा बहाल होने के बाद स्थानीय ग्रामीणों में इसे लेकर खुशी देखी गयी।मालूम हो कि इससे पहले आस-पास के दर्जनों गांव के लोगों को प्रसव संबंधी सेवाओं के लिये लगभग 25 से 30 किलोमीटर की दूरी तय करनी पड़ती थी।प्रसव संबंधी सेवाओं के लिये उनकी निर्भरता सदर अस्पताल, कुर्साकांटा व सिकटी पीएचसी पर बनी रहती थी।खमगड़ा एपीएचसी में प्रसव सेवा शुरू होने के बाद उन्हें दूर-दराज के चिकित्सा संस्थानों में प्रसव संबंधी सेवाओं के लिये जाने की मजबूरी से निजात मिल सकेगी।समय की बचत के साथ-साथ यातायात पर आने वाले खर्च में कटौती होगी।प्रसव के अंतिम क्षणों में महत्वपूर्ण समय की बचत होगी।इससे मातृ-शिशु मृत्यु मृत्यु दर के मामलों में कमी आयेगी।साथ ही क्षेत्र में संस्थागत प्रसव को बढ़ावा मिलेगा।

निकटवर्ती दर्जनों गांव के लोगों को मिलेगा लाभ:
एपीएचसी में प्रसव संबंधी सेवाओं के उद्घाटन के मौके पर एमओआईसी अररिया डॉ आशुतोष कुमार ने कहा कि एपीएचसी में प्रसव संबंधी सेवा बहाल होने का लाभ आस-पास के दर्जनों गांव के लोगों को होगा।जमुआ,घरबारी,बेलबाड़ी,रहटमीना,पलासी, तगेछिया,रामनगर,बखरी,कल्हूआ सहित अन्य गांव के लोग हमेशा से प्रसव संबंधी सेवाओं के लिये पीएचसी कुर्साकांटा व सिकटी के साथ-साथ सदर अस्पताल अररिया पर अब तक निर्भर रहे हैं। खमगड़ा एपीएचसी में प्रसव संबंधी सेवा बहाल होने के बाद लोगों को इस मजबूरी से निजात मिल जायेगी ।उन्होंने कहा कि ये इलाका हमेशा से बाढ़ की गंभीर विभीषिकाओं का शिकार होता रहा है।क्षेत्र में हर साल आने वाली बाढ़ के कारण कई सड़कें व पुल-पुलिया क्षतिग्रस्त होते हैं।इससे इलाके के लोगों का आवगमन प्रभावित होता है।बारिश के दौरान उन्हें जरूरी स्वास्थ्य सुविधाओं के लिये बेहद परेशानियों का सामना करने के लिये मजबूर होना पड़ता था। लिहाजा खमगड़ा एपीएचसी में प्राथमिकता के आधार पर प्रसव संबंधी सेवाएं शुरू की गयी हैं। इससे क्षेत्र के लोगों को प्रसव संबंधी चिंताओं से स्थायी तौर पर निजात मिल सकेगी।
क्षेत्र में सुरक्षित प्रसव को मिलेगा बढ़ावा:
इस मौके पर पीएचसी अररिया की बीएचएम प्रेरणा रानी वर्मा ने कहा कि एपीएचसी में बेहतर प्रसव संबंधी सेवा उपलब्ध कराने के लिये दो प्रशिक्षित एएनएम की प्रतिनियुक्ति की गयी है।प्रसव संबंधी जरूरी संसाधन की उपलब्धता एपीएचसी में उपलब्ध करायी गयी है।कहा कि एपीएचसी में प्रसव संबंधी सेवा बहाल होने के बाद इसके लिये किसी अन्य चिकित्सा संस्थानों पर लोगों की निर्भरता घटेगी। इससे क्षेत्र में सुरक्षित मातृत्व को बढ़ावा मिलेगा। केयर इंडिया के बीएम नीतीश कुमार ने कहा कि खमगड़ा सहित आस-पास का ग्रामीण इलाका होम डिलीवरी पॉकेट के रूप में चिह्नित है।जहां प्रसव संबंधी अधिकांश मामले घरों में ही अप्रशिक्षित कर्मियों की देखरेख में निपटाया जाता रहा है। लिहाजा इस इलाके में प्रसव संबंधी चुनौतियां हमेशा से व्याप्त रही हैं।एपीएचसी में प्रसव संबंधी सेवा बहाल होने के बाद इलाके में संस्थागत प्रसव को बढ़ावा मिलेगा।वहीं पिरामल स्वास्थ्य के बीटीओ ने कहा कि क्षेत्र में प्रसव संबंधी सेवा उपलब्ध होने के बाद मातृ-शिशु मृत्यु दर के मामले में अपेक्षाकृत कमी आयेगी।
एपीएचसी में स्थायी चिकित्सक बहाल करने की मांग:
एपीएचसी खमगड़ा में प्रसव संबंधी सेवा बहाल होने पर स्थानीय ग्रामीण बेहद उत्साहित नजर आये। उन्होंने कहा कि यहां लंबे समय से इसकी आवश्यकता महसूस की जा रही थी।जमुआ घरबाड़ी उत्क्रमित मध्य विद्यालय के शिक्षक अवधेश कुमार ने इसे स्वास्थ्य विभाग की बेहतर पहल बताते हुए कहा कि विकास के मामले में ये इलाका जिले के पिछड़े इलाकों में शामिल है।लिहाजा बेहतर स्वास्थ्य,शिक्षा सहित अन्य जरूरी संसाधनों तक आम लोगों की पहुंच बेहद सीमित है।अब एपीएचसी में प्रसव सेवा बहाल होने के बाद लोगों को इसके लिये किसी चिकित्सा संस्थान का रूख नहीं करना पड़ेगा। उन्होंने एपीएचसी में एक स्थायी चिकित्सक बहाल करने की मांग स्वास्थ्य अधिकारियों के समक्ष रखी। ताकि लोगों को जरूरी स्वास्थ्य सेवाएं एपीएचसी स्तर पर बहाल हो सके।