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मतदाताओं को थर्मल स्क्रीनिंग के बाद मिली वोट देने की अनुमति

लोकतंत्र के इस पावन पर्व में आशा, आंगनबाड़ी सेविका व सहायिकाओं ने निभाई अपनी महत्वपूर्ण भूमिका

मतदान केंद्रों पर कोविड-19 प्रोटोकॉल का शत-प्रतिशत किया गया पालन

पूर्णिया(बिहार)वैश्विक महामारी कोविड-19 के बीच हो रहे लोकतंत्र के इस महापर्व में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मुख्यालय से मिले दिशा-निर्देश के आलोक में ज़िले के सभी मतदान केंद्रों पर पुख़्ता व्यवस्था की गई थी। सभी मतदान केंद्रों पर स्वास्थ्य विभाग की ओर से आशा कार्यकर्ताओं एवं आईसीडीएस की ओर से महिला पर्यवेक्षिका व आंगनबाड़ी सेविकाओं की प्रतिनियुक्ति बूथ पर की गई थी। आशा कार्यकर्ताओं द्वारा मतदान केंद्रों पर आने वाले सभी मतदाताओं की थर्मल स्क्रीनिंग की गई। सभी मतदाताओं को मास्क से चेहरे को ढक कर आने और हाथों में ग्लब्स लगाकर ही मतदान करने के लिए प्रेरित किया गया।

मतदान केंद्रों के बाहर पहले से तैनात रहीं आशा:

मतदान केन्द्रों पर आने वाले सभी मतदाताओं को आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा सबसे पहले हाथ को सैनिटाइज कराया जा रहा था फिर उसके बाद थर्मल स्क्रीनिंग की प्रक्रिया से गुजरने के बाद ही मतदान करने की अनुमति दी जा रही थी। मतदान कर्मियों के द्वारा सभी मतदाताओं को ग्लब्स भी उपलब्ध कराया जा रहा था। इस तरह की प्रक्रिया से गुजरने के बाद ही मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर पा रहे थे। वैश्विक महामारी कोविड-19 के इस संक्रमण काल में हो रहे चुनाव के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग के द्वारा मतदान से पहले इस तरह की व्यवस्था की गई है। ताकि इस संक्रमण से खुद को सुरक्षित रखते हुए अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकें।

लोकतंत्र के महापर्व में आशा, आंगनबाड़ी सेविका व सहायिकाओं ने निभाई अपनी महत्वपूर्ण भूमिका: सीएस

सिविल सर्जन डॉ उमेश शर्मा ने बताया कि ज़िले के सभी मतदान केंद्रों पर विशेष रूप से दो गज की शारीरिक दूरी का ख्याल रखा गया था। आशा कार्यकर्ताओं को दिए गए दिशा-निर्देश के आलोक में कहा गया था कि हर हाल में मतदान केंद्रों पर आने वाले सभी मतदाताओं से कम से कम 6 फीट की शारीरिक दूरी का अनुपालन कराना सुनिश्चित करते हुए पहले से बनाये गए सभी गोल घेरे में मतदाताओं को अपनी बारी का इंतज़ार कराया जाना था ताकि एक दूसरे मतदाताओं के बीच की दूरी 6 फ़ीट तक बनी रहे। सीएस ने बताया कि स्थानीय जिला प्रशासन के द्वारा मतदान से पहले जिले के सभी मतदान केंद्रों को स्वास्थ्य कर्मियों के द्वारा सैनिटाइजेशन का कार्य कराया गया था। ताकि आने वाले मतदान कर्मियों को किसी भी तरह से संक्रमण से बचाया जा सके।

सभी मतदान केंद्रों पर कोविड-19 प्रोटोकॉल का शत प्रतिशत किया गया पालन: डीपीएम

ज़िला स्वास्थ्य समिति के डीपीएम ब्रजेश कुमार सिंह ने बताया कि लगभग 3 हजार आशा कार्यकर्ता, 100 एएनएम और लगभग 5 सौ चिकित्सक व प्रबंधक को इस महापर्व में प्रतिनियुक्ति की गई है। जिले के सभी मतदान केंद्रों पर आने वाले मतदाताओं को आशा कार्यकर्ता, आंगनबाड़ी सेविका व सहायिकाओं के द्वारा अपने-अपने पोषक क्षेत्रों में मतदाताओं को मास्क पहनकर आने के लिए जागरूक किया गया था, जिस कारण अधिकतर मतदाता मास्क पहनकर ही अपने मताधिकार का प्रयोग करते देखे गए। मतदाताओं का कहना था कि जान है तो जहां हैं। मतदान केंद्रों के बाहर पहले से बनाए गए गोल घेरे में ही खड़े होने के बाद सभी मतदाताओ को स्वास्थ्य विभाग के द्वारा ग्लब्स उपलब्ध कराया जा रहा था।

कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए मास्क, सैनिटाइजर के साथ ही सामाजिक दूरी का करें अनुपालन:

-बार-बार अपनी आंख, नाक या मुंह को छूने से करें परहेज.

  • खांसते या खांसते समय अपने मुंह को हाथ या रूमाल से ढकें.
  • एल्कोहल युक्त सैनिटाइजर का करें प्रयोग.
    -सार्वजनिक स्थलों पर मास्क पहनकर ही जाने का करें प्रयास.
    -अपने हाथों को हर आधे घंटे पर पानी व साबुन से धोये.