Homeदेशबिहारराजनीति

राजस्थान सरकार के द्वारा पुरानी पेंशन देने की घोषणा के साथ देशभर में इसकी मांग तेज

पटना(बिहार)राजस्थान सरकार द्वारा पुरानी पेंशन देने की घोषणा के साथ ही पूरे देश में पुरानी पेंशन पर तेज बहस छीड़ गई है। नेशनल मूवमेंट फ़ॉर ओल्ड पेंशन स्कीम (एन.एम.ओ.पी.एस.) का आंदोलन अब रंग लाने लगा है। इसी कड़ी में एनएमओपीएस की बिहार इकाई द्वारा प्रदेश अध्यक्ष वरुण पाण्डेय की अध्यक्षता में गूगल मीट के जरिये वर्चुअल बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें बिहार के लगभग सभी जिलों से एनएमओपीएस के पदाधिकारियों ने सहभागिता की। अध्यक्षीय सम्बोधन में वरुण पाण्डेय ने बताया कि कल राष्ट्रीय अध्यक्ष विजय कुमार ‘बंधु’ की अध्यक्षता में एनएमओपीएस की राष्ट्रीय स्तर पर वर्चुअल बैठक आयोजित की गई जिसमें सभी प्रदेश की कार्यकारिणी को निर्देश दिया गया कि अपने-अपने राज्य में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष से मिलकर शुक्रिया अदा करते हुए आभार व्यक्त करें, क्योंकि कांग्रेस शासित राजस्थान सरकार ने मरुस्थलीय प्रदेश में पुरानी पेंशन देकर राज्यकर्मियों के लिए अमृत वर्षा की है।

आगे अपने सम्बोधन में वरुण पाण्डेय ने सभी जिला अध्यक्षों को निर्देश दिया कि 15 मार्च तक अपनी जिला कार्यकारिणी का गठन कर तथा प्रखण्ड स्तर की टीम गठित कर प्रदेश कार्यकारिणी को सूचित करें। साथ ही यह भी बताया कि केंद्र सरकार एनपीएस कर्मियों की आँकड़ा इकट्ठा करने लगी है, जल्द ही केंद्र सरकार को भी ओपीएस पर विचार करना पड़ेगा। कार्यक्रम का संचालन करते हुए वरिष्ठ प्रदेश उपाध्यक्ष अनिरुद्ध प्रसाद ने कहा कि एक अप्रैल से पूरे प्रदेश में सदस्यता अभियान चलाया जाएगा, जिसमें न्यूनतम शुल्क भी निर्धारित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान से जो सिलसिला शुरू हुई है वह रुकने वाली नहीं है, जल्द ही झारखंड सरकार भी ओपीएस लागू करने वाली है, और हमलोग का आंदोलन जैसे-जैसे तेज होगा वैसे-वैसे बिहार सरकार भी ओपीएस पर विचार करने को विवश होगी। बैठक की शुरुआत में सीवान के जिला अध्यक्ष डॉ.(प्रो.) पवन कुमार यादव ने अपनी जिला कार्यकारिणी की घोषणा की, ततपश्चात कटिहार जिला के सचिव प्रशान्त कुमार ने अपनी जिला कार्यकारिणी की घोषणा की। सारण (छपरा) के जिला अध्यक्ष डॉ. (प्रो.) दिनेश पाल ने सुझाव दिया कि सदस्यता अभियान में सदस्यता शुल्क रसीद के साथ-साथ एक तरफ ‘एनएमओपीएस’ तथा दूसरी तरफ ‘पुरानी पेंशन चाहिए’ लिखी हुई टोपी, संगठन का स्टीकर एवं आंदोलन के पक्ष में पम्पलेट आदि भी प्रदान किया जाए। कार्यक्रम में अनिता कुमारी, संवेदना, मृत्युंजय कुमार, बिनोद गुप्ता, अनुराग कुमार, मो. रिजवानुल्लाह, प्रदीप मेहता, राकेश कुमार, बिमलेश सिंहा एवं संजीव तिवारी आदि ने अपना पक्ष प्रस्तुत किया।