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महर्षि मेंहीं पर बनी फिल्म का फर्स्ट लुक जारी, ऐप-वेबसाइट भी लॉन्च

भागलपुर(बिहार)संत गुरुदेव महर्षि मेंहीं परमहंस जी महाराज के जीवन और विचारों पर आधारित हिन्दी फिल्म “मेंहीं एक विचार” का फर्स्ट लुक रविवार को कुप्पाघाट आश्रम में जारी किया गया। इस मौके पर आश्रम का मोबाइल ऐप और वेबसाइट भी लॉन्च किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने किया। उन्होंने कहा कि यह आयोजन आध्यात्मिकता और तकनीक का संगम है। अब संतमत का संदेश, सत्संग, भजन और साहित्य देश-दुनिया के कोने-कोने तक पहुंचेगा।

फिल्म का निर्देशन दीपक साह ने किया है। उन्होंने बताया कि यह सिर्फ एक बायोपिक नहीं, बल्कि भारत की आध्यात्मिक विरासत को सिनेमा के माध्यम से जनमानस तक पहुंचाने का प्रयास है। फिल्म में महर्षि मेंहीं जी के त्याग, तपस्या, ज्ञान और समाज सेवा को दिखाया गया है।

कार्यक्रम में भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि यह फिल्म समाज के हर वर्ग को नई ऊर्जा देगी। खासकर युवाओं के लिए यह अमूल्य मार्गदर्शन साबित होगी। अखिल भारतीय संतमत सत्संग महासभा, कुप्पाघाट के अध्यक्ष अरुण कुमार अग्रवाल ने कहा कि यह ऐप और पोर्टल विश्वभर के अनुयायियों को महर्षि मेंहीं जी से जोड़ने का माध्यम बनेगा।

महासभा के महामंत्री दिव्य प्रकाश ने कहा कि यह केवल फिल्म विमोचन नहीं, बल्कि संतमत की चेतना को नई दिशा देने का अवसर है। इस आयोजन की तैयारी लंबे समय से चल रही थी। फिल्म का निर्माण अखिल भारतीय संतमत सत्संग महासभा, कुप्पाघाट और अवर पाथ एंटरटेनमेंट के बैनर तले हुआ है।

मंच संचालन स्वामी डॉ. सत्यप्रकाश बाबा और प्रियंका ने किया। आयोजन में स्वामी सत्यानंद बाबा, पूज्य गुरु सेवी भागीरथ बाबा, प्रमोद बाबा, स्वामी पंकज बाबा, विधानपार्षद एन के यादव, लोजपा रामविलास की प्रदेश महासचिव संगीता तिवारी, पूर्णिया विधायक विजय खेमका, कहलगांव विधायक पवन यादव, बिहपुर विधायक कुमार शैलेन्द्र, नरपतगंज विधायक जयप्रकाश यादव, भागलपुर महापौर वसुंधरा लाल, भाजपा जिलाध्यक्ष संतोष जकुमार, नभय कुमार चौधरी, विजय साह, अररिया भाजपा जिलाध्यक्ष आदित्य नारायण झा, महासभा के उपाध्यक्ष मुकेश जायसवाल, प्रियंका चौहान, अवर पाथ एंटरटेनमेंट के डायरेक्टर रवि रंजन सहित बड़ी संख्या में साधु-संत, समाजसेवी, संतमत विचारक और श्रद्धालु मौजूद रहे।

सभी ने इस पहल को संतमत के प्रसार और आध्यात्मिक चेतना के जागरण की दिशा में ऐतिहासिक कदम बताया।