गांवों में बदलाव लाएंगे 55 नए डीआरपी, प्रशिक्षण पूरा
लखनऊ:उत्तर प्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के सहयोग से दीन दयाल उपाध्याय राज्य ग्रामीण विकास संस्थान और राज्य कृषि प्रबंधन संस्थान, रहमानखेड़ा में जिला संसाधन व्यक्ति का सात दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण सोमवार को पूरा हुआ। प्रशिक्षण का उद्देश्य डीआरपी को मिशन की योजनाओं और कार्यों की जानकारी देना था। उन्हें गांवों में आजीविका संवर्धन, सामाजिक समावेशन, वित्तीय प्रबंधन और सामाजिक विकास के लिए तैयार किया गया।

प्रशिक्षण की शुरुआत संयुक्त मिशन निदेशक जन्मेजय शुक्ला ने की। उन्होंने कहा कि डीआरपी मिशन की जमीनी इकाई हैं। ये स्वयं सहायता समूहों को आजीविका से जोड़ेंगे और उन्हें सशक्त बनाएंगे। प्रशिक्षण में राज्य स्तरीय प्रशिक्षक डॉ. मजहर रसीदी और मोरिश कुमार ने सत्र लिए। इनके साथ विषय विशेषज्ञों ने भी भाग लिया।
राज्य कृषि प्रबंधन संस्थान की उप निदेशक डॉ. विनीता रावत, यूपीएसआरएलएम से सुधीर कुमार, अजय कुशवाहा, डॉ. नंदकिशोर साह, आलोक कुमार और वीरू कुमार भी मौजूद रहे। डॉ. नंदकिशोर साह ने कहा कि डीआरपी को गांवों में सामाजिक विकास और आजीविका संवर्धन के लिए तैयार किया गया है। ये ग्रामीणों के जीवन में बदलाव लाएंगे।
प्रशिक्षण में सात जिलों से 55 नए डीआरपी शामिल हुए। इनमें दुर्गेश शर्मा, सवीना, चंचल, वर्षा त्रिपाठी और महेश कुमार प्रमुख रहे। समापन पर सभी प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र दिए गए।