डीएम के जांच चौसा अंचल कार्यालय में गड़बड़ी उजागर, 15 दिन में रिपोर्ट मांगी
बक्सर:अपर समाहर्त्ता अरुण कुमार सिंह ने मंगलवार को चौसा अंचल कार्यालय का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण में कई अनियमितताएं सामने आईं। भू-मापी और भू-अतिक्रमण से जुड़े पुराने वाद वर्षों से लंबित मिले। इनमें 2021-22 से लेकर 2024-25 तक के मामले शामिल हैं। अंचल अधिकारी को निर्देश दिया गया कि सभी पुराने वादों का शीघ्र निष्पादन करें।
बसेरा-2 योजना के तहत 161 योग्य परिवारों में से 160 को भूमि आवंटित की गई है। लेकिन केवल 16 परिवारों को ही वासगीत पर्चा मिला है। शेष परिवारों को पर्चा देने की प्रक्रिया तेज करने का निर्देश दिया गया।
निरीक्षण के दौरान आगंतुकों से बातचीत में सामने आया कि भूमि अधिग्रहण और परिमार्जन प्लस से जुड़े कई मामले लंबित हैं। अंचल अधिकारी को निर्देश दिया गया कि विभागीय दिशा-निर्देशों के अनुसार इन मामलों का शीघ्र निष्पादन करें।
कार्यालय में कई जरूरी पंजियों की स्थिति भी खराब पाई गई। सरकारी भूमि पंजी, बंदोबस्ती पंजी, अतिक्रमण वाद पंजी अद्यतन नहीं मिले। इस पर नाराजगी जताते हुए अंचल अधिकारी को निर्देश दिया गया कि हल्कावार सरकारी भूमि की जानकारी वाली पंजी 15 दिन में तैयार कर उपलब्ध कराएं।
बेदखली से जुड़े मामलों की पंजी भी अद्यतन नहीं मिली। अंचल अधिकारी को निर्देश दिया गया कि राजस्व कर्मचारियों से हल्कावार सत्यापन कराकर प्रतिवेदन दें। दाखिल-खारिज के मामलों की समीक्षा में पाया गया कि कई वाद 75 दिनों से लंबित हैं। इन्हें प्राथमिकता पर निपटाने का निर्देश दिया गया। साथ ही आवेदकों को आम-खास सूचना जारी करने को भी कहा गया।
निरीक्षण के दौरान कई लोगों ने अपनी समस्याएं रखीं। मनोज कुमार चौबे, सुधा देवी, शहाबुद्दीन साह, शिव चंद्र चौधरी, जनार्दन दुबे, संजय कुमार दुबे और मुन्ना सिंह ने परिमार्जन प्लस, पर्चा मिलने के बाद भी दखल न मिलने और मुआवजा न मिलने की शिकायत की। अंचल अधिकारी को निर्देश दिया गया कि इन सभी मामलों का शीघ्र समाधान करें।
महादेवा घाट पर गंगा के बढ़ते जलस्तर का भी जायजा लिया गया। अंचल अधिकारी को निर्देश दिया गया कि विभागीय एसओपी के तहत आपदा प्रबंधन को मजबूत करें। प्रभारी पदाधिकारी आपदा इसका अनुश्रवण करेंगे।