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फाइलेरिया मरीजों को मिली राहत, किट बांटी गई, ग्रेडिंग भी हुई

छपरा:रिविलगंज प्रखंड में फाइलेरिया से पीड़ित मरीजों के लिए विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। सिताब दियरा प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र पर 25 मरीजों के बीच एमएमडीपी किट का वितरण किया गया। किट में एंटीसेप्टिक क्रीम, साबुन, तौलिया, मग, गमला, चप्पल जैसी जरूरी सामग्री दी गई। मरीजों को सेल्फ केयर की जानकारी भी दी गई।

प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. राकेश कुमार गुप्ता ने बताया कि फाइलेरिया ग्रसित अंगों की सफाई से संक्रमण का खतरा कम होता है। सूजन भी घटती है। मरीजों को दवा भी दी जा रही है। कार्यक्रम में प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक संजीव कुमार जयसवाल, बीसीएम रितु कुमारी, वीबीडीएस घनश्याम यादव मौजूद रहे। इनकी ओर से जागरूकता वीडियो दिखाकर बीमारी से बचाव और प्रबंधन की जानकारी दी गई।

5 मरीजों का विकलांगता प्रमाण पत्र के लिए शारीरिक मूल्यांकन किया गया। इसका उद्देश्य है कि मरीजों को सरकारी योजनाओं और सामाजिक सुरक्षा का लाभ मिल सके। इसके लिए प्रमाण पत्र जरूरी है।

रिविलगंज के 5 आयुष्मान आरोग्य मंदिरों पर पेशेंट स्टेक होल्डर प्लेटफार्म का गठन किया गया। सीफार संस्था के प्रतिनिधि कृष्णा सिंह ने बताया कि यह मंच मरीजों को स्वास्थ्य सेवाओं से जोड़ता है। इससे इलाज, दवा, प्रमाण पत्र और पेंशन जैसी सुविधाएं मिलती हैं। कई मरीजों ने इस मंच की मदद से सामान्य जीवन की ओर वापसी की है।

डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि फाइलेरिया के लक्षण 5 से 15 वर्ष की उम्र में दिखते हैं। क्यूलेक्स मच्छर संक्रमित व्यक्ति को काटने के बाद स्वस्थ व्यक्ति को संक्रमित करता है। इससे हाथ-पैर या अंडकोष में सूजन हो सकती है। महिलाओं में स्तन के आकार में बदलाव आ सकता है।

कार्यक्रम में जीएनएम सुंदरम कुमारी, एएनएम इन्दू कुमारी, एएनएम निभा कुमारी, आंगनबाड़ी सेविकाएं, आशा कार्यकर्ता, आशा संगिनी, जीविका सीएम और अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौजूद रहे।