एफएलसी जांच में आयोग के निर्देशों का पूरा पालन
छपरा:सारण में ईवीएम की प्रथम स्तरीय जांच (एफएलसी) का कार्य पूरी तरह आयोग के निर्देशों के अनुसार हो रहा है। भारत निर्वाचन आयोग के सचिव एसके मिश्रा और केरल के डिप्टी मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अमिष टी ने शनिवार को इसका निरीक्षण किया। दोनों अधिकारी आयोग की ओर से सारण के लिए प्रेक्षक के रूप में नियुक्त हैं।

निरीक्षण के दौरान उन्होंने इंट्री गेट पर डीएफएमडी की कार्यशीलता, फ्रिक्सिंग, मोबाइल जमा केंद्र और सुरक्षा व्यवस्था की जांच की। खुद अपनी एंट्री लॉगबुक में इंट्री दर्ज की। रजिस्टर में तारीख, लोगों की संख्या और आने-जाने का समय देखा। सीसीटीवी की व्यवस्था का भी गहन निरीक्षण किया। यह सुनिश्चित किया कि कहीं कोई ब्लैक स्पॉट न हो। पुराने सीसीटीवी फुटेज को भी रैंडम समय पर जांचा।

फायर अलार्म, अग्निशामक यंत्र, शौचालय, पीने का पानी, चाय-नाश्ता जैसी सुविधाओं को देखा। एफएलसी हॉल की सफाई, रोशनी और हवा की व्यवस्था को संतोषजनक पाया। तकनीकी जांच के दौरान मशीनों की सफाई यूनिट में जाकर खुद देखा। इस्तेमाल हो रहे केमिकल की जांच की कि वह आईएसओ प्रोफाइल एल्कोहल है या नहीं।

एफएलसी से पहले मशीनों की पीएफएलसी यूनिट में जांच प्रक्रिया को देखा। एसएलयू से वीवीपैट में सिम्बल लोडिंग और सभी यूनिट को जोड़कर मॉक वोटिंग की प्रक्रिया को परखा। मॉक वोटिंग के दौरान सभी बटन पर छह-छह वोट डालकर सिम्बल की प्रिंटिंग देखी गई या नहीं, यह भी पूछा। 96 वोटिंग पूरी होने के बाद पर्चियों की गिनती कर उन्हें उसी समय श्रेडिंग मशीन से काटा गया।

एफएलसी ओके मशीन की ईएमएस पोर्टल पर स्कैनिंग की जांच की। ठीक और खराब मशीनों को अलग-अलग वेयरहाउस में रखने की व्यवस्था देखी। पीएफएलसीयू से रैंडम तरीके से ईवीएम और वीवीपैट की ओके और रिजेक्शन की जांच की।

करीब तीन घंटे के निरीक्षण के बाद दोनों अधिकारियों ने सारण की व्यवस्था को अत्यंत संतोषजनक और सराहनीय बताया। उन्होंने कहा कि इसकी रिपोर्ट आयोग को 45 बिंदुओं के एनेक्चर 14 में भेजी जाएगी। निरीक्षण के दौरान नगर आयुक्त सुनील कुमार पांडेय, उप निर्वाचन पदाधिकारी जावेद इकबाल, नोडल पदाधिकारी रवि प्रकाश और डीपीआरओ रतन परवेज मौजूद थे।