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विश्व हिंदी परिषद, ओड़िशा के उपाध्यक्ष बने मनीष पाण्डेय

नई दिल्ली:विश्व हिंदी परिषद के महासचिव डॉ. विपिन कुमार ने मनीष कुमार पाण्डेय को ओड़िशा प्रांत का उपाध्यक्ष मनोनीत किया है। परिषद ने आशा जताई है कि श्री पाण्डेय संस्था के उद्देश्यों को आगे बढ़ाएंगे। हिंदी भाषा को देश-विदेश में जन-जन तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाएंगे। परिषद का उद्देश्य भारतीय भाषाओं के माध्यम से हिंदी को राष्ट्रभाषा के रूप में स्थापित करना है।

डॉ. विपिन कुमार, राष्ट्रीय महासचिव डीपी मिश्रा और राष्ट्रीय संपर्क समन्वयक डॉ. नंदकिशोर साह ने श्री पाण्डेय को इस दायित्व के लिए बधाई दी है। परिषद हिंदी के प्रचार-प्रसार के लिए समर्पित वैश्विक संस्था है।

हाल ही में हिंदी कवि और साहित्यकार विक्रमादित्य सिंह को ओड़िशा प्रांत का अध्यक्ष बनाया गया था। उन्होंने संस्था के विस्तार के लिए श्री पाण्डेय के नाम की अनुशंसा राष्ट्रीय कार्यकारी समिति को भेजी थी। समिति ने इसे सहर्ष स्वीकार किया।

श्री मनीष कुमार पाण्डेय कंप्यूटर एप्लिकेशन में स्नातकोत्तर हैं। उनकी दो हिंदी कविता संग्रह ‘धरोहर नहीं धरा चाहिए’ (2002) और ‘ज़िंदगी आओ जीना सीखें’ (2023) प्रकाशित हो चुकी हैं। उनकी कविताएं और लेख कई पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित होते रहते हैं। तकनीकी विषयों पर हिंदी में लेखन भी करते हैं।

श्री पाण्डेय को राष्ट्रीय स्तर पर कई पुरस्कार मिल चुके हैं। देश के विभिन्न मंचों पर प्रस्तुति दे चुके हैं। उनके परदादा पंडित लोचन प्रसाद पाण्डेय साहित्य वाचस्पति थे। उनकी 45 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी हैं।

श्री पाण्डेय को इस दायित्व के लिए विक्रमादित्य सिंह, कई पत्रकारों, साहित्यकारों और समाजसेवियों ने शुभकामनाएं दी हैं।