कटिहार(बिहार)समेकित बाल विकास परियोजना (आईसीडीएस) द्वारा जिले के अलग अलग क्षेत्रों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करते हुए पोषण पखवाड़े की शुरुआत की गई। इस दौरान आंगनवाड़ी सेविकाओं द्वारा क्षेत्र भ्रमण कर लोगों को सही पोषण के तकनीकों की जानकारी दी गई। पखवाड़े के दौरान क्षेत्र में लोगों को पोषण सम्बंधित जानकारी उपलब्ध कराने के लिए पोषण परामर्श केंद्र की भी स्थापना की गई। इसके अलावा सभी आंगनवाड़ी सेविकाओं द्वारा प्रत्येक माह की तरह इस माह भी 6 माह पूरी कर चुके बच्चों का अन्नप्राशन कराया गया। आईसीडीएस डीपीओ बेबी रानी ने बताया कि जिले में पोषण पखवाड़ा 16 मार्च से 31 मार्च तक मनाया जाएगा। पोषण पखवाड़े के दौरान विभिन्न क्षेत्रों में पोषण पंचायत का आयोजन कराया जाएगा जिसके द्वारा लोगों को कुपोषण दूर करने की कायवादों पर चर्चा की जाएगी।
पोषण पंचायत का किया जाएगा आयोजन:
आईसीडीएस डीपीओ बेबी रानी ने बताया कि पोषण पखवाड़े के दौरान जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों पर पोषण पंचायत का आयोजन किया जाएगा। पोषण पंचायत के आयोजन द्वारा लोगों को बच्चों में व्याप्त कुपोषण से बचाव व कुपोषण से होने वाली बीमारियों की रोकथाम के बारे में जागरूक किया जाएगा। इसके अलावा लोगों को कुपोषित एंव अतिकुपोषित बच्चों की पहचान करने और पोषण वाटिका के तहत पोषणयुक्त पौधे लगाने की भी जानकारी दी जाएगी।
हुई पोषण परामर्श केंद्र की शुरुआत :
पोषण पखवाड़े के दौरान लोगों को पोषण संबंधी जानकारी देने के लिए जिले के बलरामपुर प्रखंड में पोषण परामर्श केंद्र की शुरुआत की गई। इस सम्बंध में राष्ट्रीय पोषण अभियान के जिला समान्यवक अनमोल गुप्ता ने बताया कि पोषण पखवाड़े के दौरान जिले के सभी प्रखंडों में पोषण परामर्श केंद्र की शुरुआत की जाएगी। परामर्श केंद्र में लोगों के साथ पोषण सम्बन्धी विषयों पर चर्चा की जाएगी। इसमें लोगों को महिलाओं और शिशुओं के सही समय में सही पोषण दिए जाने की जानकारी दी जाएगी। इसके अलावा परामर्श केंद्र में लोगों को सरकार द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री मातृत्व वंदना योजना एवं कन्या उत्थान योजना की भी जानकारी दी जाएगी ताकि सभी लोग इन योजनाओं का लाभ उठा सकें।
आंगनवाड़ी केन्द्रों पर मनाया गया अन्नप्राशन दिवस :
पोषण पखवाड़े के दौरान विभिन्न गतिविधियों के आयोजन के साथ ही जिले में सभी आंगनवाड़ी केंद्रों पर अन्नप्राशन दिवस का भी आयोजन किया गया। अन्नप्राशन दिवस में क्षेत्र के 6 माह के सभी शिशुओं को खीर खिलाते हुए उनका अन्नप्राशन कराया गया। अन्नप्राशन दिवस की जानकारी देते हुए आजमनगर की सीडीपीओ पामेला टुडू ने बताया कि बच्चे को जन्म के बाद छः माह तक केवल माँ का दूध ही दिया जाना चाहिए। लेकिन छः माह बाद शिशुओं को अतिरिक्त आहार का भी सेवन कराना चाहिए। शिशुओं को दिए जाने वाले अतिरिक्त आहार पूरी तरह सुपाच्य होना चाहिए जिसे शिशु आसानी से ग्रहण कर सके। इस दौरान माँ का दूध भी नियमित देते रहना चाहिए। अतिरिक्त आहार के रूप में शिशुओं को खीर, दलिया, दाल, हलवा आदि पदार्थ दिया जाना चाहिए। सही उम्र में शिशुओं को अतिरिक्त आहार के देने से उनका पूरी तरह शारिरीक विकास होता है और वह कुपोषण का शिकार होने से बच सकता है।
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