कालाजार प्रभावित गांवों में घर-घर जाकर आशा कार्यकर्ता करेंगी संभावित मरीजों की खोज:
माइक्रोप्लान के आधार पर होगी रोगियों की खोज, विभिन्न स्तरों पर होगा अनुश्रवण का इंतजाम:
कटिहार(बिहार)जिले में कालाजार मरीजों की खोज के लिये विशेष अभियान का संचालन किया जायेगा। अभियान का संचालन जिले के कालाजार प्रभावित चिह्नित गांवों में किया जायेगा। सात दिवसीय इस अभियान के क्रम में आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर कालाजार के संभावित मरीजों की खोज करेंगी। क्षेत्र भ्रमण के दौरान आशा कार्यकर्ता 15 दिन या इससे अधिक समय से बुखार पीड़ित वैसे मरीज जिनका बुखार मलेरिया व एंटीबायोटिक दवाओं के सेवन के बावजूद ठीक नहीं हो रहा वैसे उन लोगों को चिह्नित करते हुए आशा कार्यकर्ता उन्हें कालाजार संबंधी जांच के लिये प्रेरित करने का काम करेंगी। रोगी खोज अभियान की सफलता के लिये आशा कार्यकर्ता को खासतौर पर प्रशिक्षित किया जायेगा। अभियान की सफलता के लिये क्षेत्र में लोगों को भी जागरूक करने का प्रयास किया जायेगा।
जिले के चिह्नित गांवों में होगा अभियान का संचालन :
कालाजार मरीजों की घर-घर खोज अभियान की जानकारी देते हुए डीएमओ डॉ जेपी सिंह ने बताया कि अभियान का संचालन जिले के वैसे चिह्नित गांवों में किया जायेगा जहां हाल के दिनों में कालाजार के मामले सामने आये हैं। जिले में रोगी खोज अभियान 30 दिसंबर से शुरू होकर 31 दिसंबर तक संचालित होगा। इसके बाद अभियान पुन: 03 से 07 जनवरी के बीच संचालित किया जाना है। रोगियों की खोज के लिये प्रखंडवार तैयार किये जाने वाले माइक्रोप्लान के आधार पर आशा कार्यकर्ता घर-घर जाकर कालाजार के संभावित मरीजों की खोज करेंगे। उन्होंने बताया कि वैसे गांव जहां कालाजार के मामले हाल के वर्षों में सामने आये हैं, उक्त मरीज के घर से चारों ओर स्थित 50- 50 घर अधिकतम 250 घरों में जाकर आशा कर्मी वीएल (पेट का कालाजार), पीकेडीएल (चमड़ी का कालाजार), व एचआईवी-वीएल मरीजों की खोज करेंगी।
विशेष रणनीति के तहत होगा अभियान की सफलता का प्रयास :
अभियान के सफल संचालन को लेकर विस्तृत रणनीति तैयार की गयी है। जानकारी देते हुए वीडीसीओ एनके मिश्रा ने बताया कि 24 दिसंबर को सभी वीबीडीएस, बीएचडब्ल्यू, केबीसी, केयर इंडिया के प्रतिनिधि संबंधित पीएचसी से रेफरल पर्ची, आशा रजिस्टर व बैनर जिला मलेरिया कार्यालय से प्राप्त करेंगे। इसके बाद 27 से 29 दिसंबर के बीच पीएचसी स्तर पर विशेष कार्यक्रम आयोजित कर आशा कार्यकर्ताओं को अभियान के विषय में विस्तृत जानकारी देते हुए उन्हें जरूरी प्रशिक्षण उपलब्ध कराया जायेगा। इसके बाद 30 दिसंबर से रोगियों के खोज की प्रक्रिया शुरू की जायेगी।
15 दिनों से अधिक समय तक बुखार का होना कालाजार के लक्षण :
कालाजार रोग के संबंध में जानकारी देते हुए डीएमओ डॉ जेपी सिंह ने बताया कि 15 दिनों से अधिक समय तक बुखार का होना कालाजार के लक्षण हो सकते हैं। रोग संबंधी अन्य लक्षणों की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि भूख की कमी, पेट का आकार बड़ा होना, शरीर का काला पड़ना कालाजार के लक्षण हो सकते हैं। उन्होंने बताया कि वैसे व्यक्ति जिन्हें बुखार नहीं हो लेकिन उनके शरीर की त्वचा पर सफेद दाग व गांठ बनना पीकेडीएल के लक्षण हो सकते हैं।
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