कालाजार से बचाव को 140 गांवों में छिड़काव शुरू
सिवान:जिले को कालाजार मुक्त बनाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने बड़ा अभियान शुरू किया है। शनिवार को सदर पीएचसी से सिंथेटिक पाइरोथाइराइड (एसपी) कीटनाशक का छिड़काव कार्य शुरू हुआ। यह छिड़काव जिले के 17 प्रखंडों के 97 पंचायतों के 140 राजस्व गांवों में किया जाएगा। कुल 93345 घरों के 309588 कमरों में स्वास्थ्यकर्मी कीटनाशक छिड़केंगे। इन गांवों की कुल जनसंख्या 490401 है।

फिलहाल जिले में कालाजार के 38 मरीज हैं। इनमें विसराल लीशमैनियासिस (वीएल) के 17 और पोस्ट कालाजार डरमल लिश्मैनियासिस (पीकेडीएल) के 21 मरीज शामिल हैं। सिविल सर्जन डॉ. श्रीनिवास प्रसाद ने बताया कि यह रोग लिशमेनिया डोनोवानी नामक रोगाणु से होता है। यह बालू मक्खी के काटने से फैलता है। यह रोग एक व्यक्ति से दूसरे में भी फैल सकता है। दो सप्ताह से अधिक बुखार, तिल्ली और जिगर का बढ़ना, कमजोरी, वजन घटना इसके लक्षण हैं। नमी और अंधेरे वाले स्थानों पर बालू मक्खी ज्यादा पनपती है।

जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. ओम प्रकाश लाल ने बताया कि पीकेडीएल एक त्वचा रोग है। यह कालाजार के बाद होता है। इसके लक्षणों में सूखी, पतली, परतदार त्वचा, बाल झड़ना, भूख न लगना और एनीमिया शामिल हैं। इलाज में देरी से हाथ, पैर और पेट की त्वचा काली हो सकती है।
सरकार कालाजार पीड़ितों को इलाज के साथ आर्थिक सहायता भी देती है। विसराल लीशमैनियासिस (वीएल) मरीज को 7100 रुपये की श्रम क्षतिपूर्ति राशि दी जाती है। इसमें भारत सरकार की ओर से 500 रुपये और राज्य सरकार की ओर से 6600 रुपये की मुख्यमंत्री प्रोत्साहन राशि शामिल है। वहीं पीकेडीएल मरीज को राज्य सरकार की ओर से 4000 रुपये की सहायता राशि दी जाती है।
जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण सलाहकार नीरज कुमार सिंह ने बताया कि गर्मी के दिनों में सतर्कता जरूरी है। यह रोग गर्मी में ज्यादा फैलता है। बालू मक्खी से बचाव के लिए घरों में साफ-सफाई जरूरी है। फिलहाल जिले में वीएल, पीकेडीएल और एचआईवी-वीएल के कुल 38 मरीजों का इलाज चल रहा है।
छिड़काव अभियान के शुभारंभ मौके पर सदर पीएचसी प्रभारी डॉ. नेसार, वीडीसीओ विकास कुमार, कुंदन कुमार, बीएचएम गुलाम रब्बानी, बीसीएम सुनीता गिरी, वीबीडीएस जावेद मियांदाद, सिफार के डीपीसी धर्मेंद्र रस्तोगी, पिरामल स्वास्थ्य के कार्यक्रम अधिकारी राजेश कुमार तिवारी और पीओसीडी पूर्णिमा सिंह सहित कई अधिकारी और कर्मी मौजूद रहे।