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अति पिछड़ा आयोग के गठन के बाद बीजेपी नेता बदहवास:मंत्री विजय कुमार चौधरी

पटना:प्रदेश में अतिपिछड़ा वर्ग के आरक्षण को लेकर सत्ता पक्ष के दल जेडीयू और विपक्षी पार्टी बीजेपी के बीच खुद को अतिपिछड़ा का सबसे बड़ा हितैषी बताने की होड़ लगी है। जेडीयू के वरिष्ठ नेता और बिहार सरकार के वित्त मंत्री विजय कुमार चौधरी ने भारतीय जनता पार्टी को आरक्षण विरोध बताया है। उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी अतिपिछड़ों की हकमारी करने के लिए षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है। बिहार में अतिपिछड़ा आयोग के गठन होने से बीजेपी नेताओं की परेशानी बढ़ गई है।

विजय कुमार चौधरी ने कहा है कि नगर निकायों में अति पिछड़ों के आरक्षण का मामला जब भी सुलझता नजर आता है, तब बीजेपी के नेताओं की बेचैनी बढ़ जाती है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले ही स्पष्ट कर दिया हैं कि बिना अतिपिछड़ों के आरक्षण के सरकार नगर निगम का चुनाव नहीं कराएगी। बिहार सरकार ने अतिपिछड़ा आयोग का गठन कर दिया है। हाई कोर्ट ने भी सरकार के इस कदम पर अपनी सहमति देते हुए इसके बाद चुनाव कराने की अनुमति दे दी है।उन्होंने कहा कि अब बीजेपी के नेता इस बात से परेशान हैं कि आयोग का अध्यक्ष राजद से क्यों नहीं बनाया गया। बीजेपी नेता आयोग के अध्यक्ष का पद राजद को देने का सुझाव दे रहे हैं, तो बीजेपी के दूसरे नेता राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों को सदस्य बनाने बनाए जाने से परेशान हैं। जब इस आयोग के सदस्य बीजेपी से जुड़े ब्रजकिशोर बिंद और अर्जुन सहनी जैसे लोग थे, तब उन्हें अच्छा लगता था लेकिन आज जब अतिपिछड़ों का हक सुरक्षित होता दिख रहा है तो बीजेपी नेता बदहवासी में अनाप-शनाप बयान दे रहे हैं।