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सड़क सुरक्षा के प्रति सभी बने जिम्मेदार: प्रो. टंकेश्वर कुमार

हकेवि में सड़क सुरक्षा पर केंद्रित पाँच दिवसीय एफडीपी की हुई शुरुआत

महेंद्रगढ़:हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय (हकेवि),में इंडियन रोड़ सेफ्टी केम्पेन के सहयोग से पाँच दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम (एफडीपी) की शुरुआत मंगलवार को हुई । कार्यक्रम को संबोधित करते हुए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टंकेश्वर कुमार ने कहा कि सड़क सुरक्षा के प्रति हर नागरिक को जागरुक होने के साथ-साथ जिम्मेदार भी बनना होगा। उन्होंने कहा कि ‘सड़क सुरक्षा, जीवन सुरक्षा’ के नारे के साथ आयोजित इस कार्यक्रम के माध्यम से अवश्य ही प्रतिभागियों को सड़क सुरक्षा के लिए आवश्यक नियमों, प्रयासों व व्यावहारिक पक्षों को जानने-समझने का अवसर प्राप्त होगा। कार्यक्रम के पहले दिन इंडियन रोड़ सेफ्टी केम्पेन के मानस चौधरी व दीपांशु गुप्ता ने इस अभियान के महत्त्व से अवगत कराया। विशेषज्ञ वक्ता के रूप में आईसीटी प्राइवेट लिमिटेड के अध्यक्ष प्रो. पी.के. सिकदर व आईआईटी जम्मू के डॉ. अंकित कथूरिया ने संबोधित किया।

विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के अंतर्गत आने वाले सिविल इंजीनियरिंग विभाग की ओर से सड़क सुरक्षा सप्ताह के तहत इस आयोजित इस पाँच दिवसीय कार्यक्रम की शुरुआत में विभाग के अध्यक्ष व कार्यक्रम के संयोजक प्रो. विकास गर्ग ने स्वागत भाषण प्रस्तुत किया। इसके पश्चात स्कूल ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के डीन डॉ. राजेश दुबे ने विश्वविद्यालय कुलपति का परिचय प्रस्तुत किया। कुलपति ने अपने संबोधन में नियमों महत्ता और उनकी अनुपालना की ओर ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि इस तरह के आयोजनों के माध्यम से सभी स्तर पर आवश्यक सड़क सुरक्षा के विभिन्न पक्षों को जानने में मदद मिलेगी। कुलपति ने अपने संबोधन में ढ़ांचागत सुधारों के साथ-साथ व्यावहारिक प्रशिक्षण व जागरुकता अभियानों को भी सड़क सुरक्षा के लिए जरूरी बताया। उन्होंने कहा कि यदि सभी जिम्मेदारी के साथ नियमों की अनुपालना सुनिश्चित करें तो सड़क पर होने वाली हानि से बचा जा सकता है।

इसी क्रम में विशेषज्ञ वक्ता प्रो. पी.के. सिकदर ने अंतर्राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा योजना एवं प्रबंधन से संबंधित भारत के समक्ष उपस्थित चुनौतियों विषय पर विस्तार से जानकारी दी और बताया कि किस तरह से व्यवस्थागत सुधारों को अपनाकर इस मोर्चे पर बेहतर परिणामों को प्राप्त किया जा सकता है। डॉ. अंकित कथूरिया ने ब्लैक स्पॉट दुर्घटना पर केंद्रित अपने संबोधन में इससे बचाव पर व्याख्यान देते हुए इसके कारणों और राहत के लिए आवश्यक प्रयासों का उल्लेख किया। कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. अभिषेक जिंदल ने इस आयोजन की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए बताया की इस पाँच दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम के अंतर्गत हमारा उद्देश्य है प्रतिभागियों को सड़क सुरक्षा से जुड़े नवीनतम प्रौद्योगिकी से अवगत कराना और इंजीनियर सन्नी तंवर ने विभाग के इस आयोजन पर विस्तार से प्रकाश डाला। इस मौके पर विश्वविद्यालय की विभिन्न पीठों के अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, शिक्षक, विद्यार्थी एवं शोधार्थी ऑनलाइन माध्यम से उपस्थित रहे।