कालाजार मिटाने को 75 सूचना प्रदाताओं को मिला प्रशिक्षण
सिवान:कालाजार उन्मूलन अभियान को मजबूती देने के लिए जिले के गोरेयाकोठी, बसंतपुर और भगवानपुर हाट प्रखंडों में 75 सूचना प्रदाताओं को प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण में ग्रामीण चिकित्सक और सामाजिक कार्यकर्ता शामिल रहे। इन्हें कालाजार के लक्षण, पहचान, संदिग्ध मरीजों की रिपोर्टिंग प्रक्रिया और रैपिड डायग्नोस्टिक किट के उपयोग की जानकारी दी गई।

जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ ओपी लाल ने कहा कि कालाजार के संभावित मरीजों की पहचान कर समय पर इलाज कराना अभियान का मुख्य उद्देश्य है। उन्होंने बताया कि गांवों में रहने वाले सूचना प्रदाता, जिन्हें ‘Key Informers’ कहा जाता है, इस कार्य में अहम भूमिका निभाते हैं। ये लोग ऐसे मरीजों की पहचान करते हैं जो जानकारी के अभाव या सामाजिक कारणों से अस्पताल नहीं पहुंच पाते।

प्रशिक्षण कार्यक्रम पीरामल स्वास्थ्य की पहल पर आयोजित हुआ। इसे जनजागरण की दिशा में एक मजबूत कदम बताया गया। जिला वेक्टर जनित रोग सलाहकार नीरज कुमार सिंह ने कहा कि सरकार, गैर-सरकारी संस्थाएं और सामाजिक कार्यकर्ता मिलकर ही किसी बीमारी से लड़ सकते हैं। इसके लिए साझा रणनीति और जनभागीदारी जरूरी है।

पीरामल स्वास्थ्य के कार्यक्रम अधिकारी राजेश कुमार तिवारी ने बताया कि तीनों प्रखंडों से 75 सूचना प्रदाताओं को संयुक्त रूप से प्रशिक्षित किया गया। प्रशिक्षण के बाद प्रतिभागियों ने अपने क्षेत्रों में जागरूकता फैलाने का संकल्प लिया। कई महिला सूचना प्रदाताओं ने कहा कि वे घर-घर जाकर लोगों को कालाजार के लक्षणों के बारे में बताएंगी और समय पर इलाज के लिए प्रेरित करेंगी।
प्रशिक्षण कार्यक्रम में डॉ ओपी लाल, नीरज कुमार सिंह, बसंतपुर सीएचसी के डॉ कुमार रवि रंजन, बीसीएम सरफराज अहमद, वीबीडीएस आरती कुमारी, गोरेयाकोठी की डॉ प्रिया रानी, बीएचएम विनोद कुमार सिंह, बीएचडब्ल्यू संजय श्रीवास्तव, भगवानपुर हाट के बीएचएम मोहम्मद अलाउद्दीन, बीसीएम अनूप कुमार, वीबीडीएस जावेद मियांदाद, पीरामल स्वास्थ्य के राजेश कुमार तिवारी, सोनू कुमार सिंह और सिफार के धर्मेंद्र रस्तोगी ने सहभागिता निभाई।