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सीवान के चर्चित खान ब्रदर्स विधानसभा चुनाव 2025 लड़ने की तैयारी में जुटे

सीवान(बिहार)जिले के चर्चित खान ब्रदर्स एक बार फिर चर्चा में हैं।चर्चा हैं कि चिराग पासवान की पार्टी तरफ से विधानसभा चुनाव में टिकट दिया जा सकता है। हालांकि अभी तक चिराग पासवान की ओर से इसकी कोई जानकारी नहीं दी है।लेकिन खान ब्रदर्स रईस खान ने स्पष्ट कर दिया है कि वे लोजपा राम विलास के साथ ही जाएंगे।

2025 विधानसभा की तैयारी में खान ब्रदर्स: रईस खान अयूब खान के छोटे भाई हैं।स्थानीय निकाय से एमएलसी प्रत्याशी रह चुके हैं।दोनों भाईयों की गिनती बाहुबलियों में होती है। शहाबुद्दीन के निधन के बाद सीवान में पकड़ बना रहे हैं। अगले वर्ष 2025 में विधानसभा चुनाव होना है। ऐसे में खान ब्रदर्स के चुनाव लड़ने की चर्चा तेज हो गई है। हालांकि अभी तक पार्टी तय नहीं हुई है।लेकिन दो दिन पहले नई दिल्ली में अयूब खान,रईस खान ने लोजपा (रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान से मुलाकात की। खान ब्रदर्स के छोटे भाई रईस खान ने बताया की चिराग पासवान उभरते नेता हैं।उनमें बिहार का नेतृत्व करने की काबिलियत है। इसलिए हमलोग लोजपा में जा रहे हैं।अबकी बार जनता ने मौका दिया तो किसी तरह की शिकायत नहीं होने दूंगा”

कहा से लड़ेंगे चुनाव?: रईस खान से जब विधानसभा क्षेत्र के लिए पूछा गया तो उन्होंने रघुनाथपुर या दरौंदा से चुनाव लड़ने की इच्छा जताई।हालांकि उन्होंने कहा कि पार्टी के शीर्ष नेता जहां से टिकट देंगे वहीं से चुनाव लड़ेंगे।बता दें कि रघुनाथपुर से अगर रईस खान चुनाव लड़ते हैं, तो मुकाबला दिलचस्प होगा।

दिलचस्प हो सकता है मुकाबला: रघुनाथपुर विधानसभा क्षेत्र से अबकी बार पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन के पुत्र ओसामा ताल ठोंक सकते हैं। हालांकि ओसामा के रघुनाथपुर से चुनाव लड़ने को लेकर कोई पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन अगर ओसामा रघुनाथपुर से चुनावी मैदान में कूदे तो रघुनाथपुर जिले का हॉट सीट हो जाएगा, क्योंकि पूर्व सांसद मो . शहाबुद्दीन और खान ब्रदर्स में हमेशा तनातनी का माहौल रहा है।

रईस खान पर हुआ था हमला: बता दें कि रईस खान एमएलसी का चुनाव लड़ रहे थे।वोटिंग के दिन क्षेत्र से वापस घर जा रहे थे तभी महुअल गांव के पास उनके काफिले पर रात्रि करीब 10 बजे हमला हुआ था। एके 47 से गोलीबारी की गयी थी।हालांकि इसमें वे बाल बाल बच गए थे।एक बाराती की गोली लगने से मौत हो गयी थी।जिसके बाद उन्होंने सीधा आरोप पूर्व सांसद मो. शहाबुद्दीन के पुत्र ओसामा शहाब सहित कुल 8 लोगों पर लगाया था।