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जिला राजस्व समन्वय समिति की बैठक, अतिक्रमण हटाने के निर्देश

मधुबनी:जिलाधिकारी अरविंद कुमार वर्मा की अध्यक्षता में समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिला राजस्व समन्वय समिति की समीक्षात्मक बैठक हुई। फरवरी माह के प्रदर्शन में सीओ खुटौना पहले, फुलपरास दूसरे और राजनगर तीसरे स्थान पर रहे। वहीं, बाबूबरही, बिस्फी और रहिका का प्रदर्शन कमजोर पाया गया। जिलाधिकारी ने कहा कि लगातार तीन महीने खराब प्रदर्शन करने वालों पर कार्रवाई होगी।

अतिक्रमण के मामलों की समीक्षा में जिलाधिकारी ने सभी अंचलाधिकारियों को निर्देश दिया कि अतिक्रमण को गंभीरता से लें और त्वरित कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि जलनिकायों पर अतिक्रमण को चिन्हित कर उसे मुक्त कराया जाए। सभी सीओ को निर्देश दिया गया कि अतिक्रमण वाद को सरजमीनी पोर्टल पर अनिवार्य रूप से अपलोड करें।

नीलाम पत्रवाद के मामलों में तेजी लाने के निर्देश दिए गए। लगान वसूली कार्य की समीक्षा में जिलाधिकारी ने इसमें सुधार लाने को कहा। लोक सेवाओं के अधिकार अधिनियम के तहत प्राप्त आवेदनों का समय पर निष्पादन करने के निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि विलंब होने पर संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई होगी।

भूमि विवाद के मामलों को सर्वोच्च प्राथमिकता देने को कहा गया। जिलाधिकारी ने थाना दिवस को उपयोगी बताते हुए कहा कि भूमि मापी कराकर अधिकतर विवादों का समाधान किया जा सकता है। अभियान बसेरा 2 की समीक्षा में निर्देश दिया गया कि कोई भी पात्र भूमिहीन इससे वंचित न रहे।

सीडब्ल्यूजेसी मामलों की समीक्षा में जिलाधिकारी ने कहा कि न्यायालय संबंधी मामलों को गंभीरता से लिया जाए। एसओएफ तैयार कर समय पर ओथ किया जाए। उन्होंने स्पष्ट किया कि इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं होगी।

दाखिल-खारिज मामलों की समीक्षा में हरलाखी का प्रदर्शन सबसे अच्छा और घोघरडीहा का सबसे कमजोर पाया गया। जिलाधिकारी ने सभी सीओ को निर्देश दिया कि विकास और कल्याणकारी योजनाओं के लिए भूमि उपलब्धता को प्राथमिकता दें और समय पर भूमि सुनिश्चित करें।

बैठक में अपर समाहर्ता राजेश कुमार, प्रभारी पदाधिकारी जिला राजस्व शाखा नसीम निशांत, प्रभारी पदाधिकारी विकास शाखा, जिला स्थापना शाखा के अधिकारी, सभी भूमि सुधार उप समाहर्ता और अंचल अधिकारी उपस्थित थे।