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परंपरागत खेती से कम लागत में ज्यादा मुनाफा

भगवानपुर हाट(सीवान)हिलसर एनएच 331 पर स्थित फार्मर फेस ऑर्गेनिक टेक्नोलॉजी एंड रिसर्च इंस्टीट्यूट में शुक्रवार को परंपरागत कृषि विकास योजना के तहत एक दिवसीय प्रशिक्षण सह परिभ्रमण कार्यक्रम हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला कृषि पदाधिकारी आलोक कुमार रहे।

बड़हरिया प्रखंड से आए किसानों को फार्मर फेस के कार्यकारी प्रबंधक मोहन मुरारी सिंह ने परंपरागत खेती के लाभ बताए। उन्होंने कहा, किसान जैविक विधि से खाद बनाकर खेत में डालें तो कम लागत में ज्यादा उत्पादन संभव है। इससे परिवार, समाज और प्रखंड को भी स्वास्थ्य लाभ मिलता है। सरकार भी जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है।

कृषि पदाधिकारी आलोक कुमार ने किसानों को परंपरागत खेती अपनाने के लिए प्रेरित किया। इसके बाद बिठूना गांव में किसान टीमल राय के खेत में जैविक विधि से लगे परवल की फसल का निरीक्षण किया गया। टीमल राय ने जैविक खेती से होने वाले लाभ की जानकारी दी।

कार्यक्रम में अनुमंडल कृषि पदाधिकारी सदर सीवान आलेख शर्मा, कृषि समन्वयक राम मनोहर, किसान सतेंद्र चौधरी, अच्छेलाल सिंह, राजेंद्र साह, सुष्मिता देवी, ऊषा देवी, फूलमती देवी, राजेश राम सहित कई किसान और कर्मी मौजूद रहे।