उर्दू अनुवादकों को नियुक्ति पत्र, 715 की हुई बहाली
छपरा(बिहार)शनिवार को जिला पदाधिकारी अमन समीर ने चार सहायक उर्दू अनुवादकों को नियुक्ति पत्र सौंपे। कार्यक्रम उनके कार्यालय वेश्म में हुआ। यह बहाली उर्दू निदेशालय के तहत हुई है। निदेशालय मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के अधीन कार्य करता है। अनुवादकों की तैनाती जिला, अनुमंडल और प्रखंड स्तर पर की गई है।
कर्मचारी चयन आयोग से चयन के बाद विभाग ने अभ्यर्थियों को जिला आवंटित किया। इसके बाद नियुक्ति पत्र दिए गए। डीएम ने कहा कि सरकार उर्दू भाषा के प्रचार-प्रसार और विकास को लेकर गंभीर है। सरकारी कामकाज में उर्दू के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए यह कदम उठाया गया है। उन्होंने नव नियुक्त कर्मियों को ईमानदारी और निष्ठा से कार्य करने की सलाह दी।

नव नियुक्त अनुवादकों में आयुष कुमार सुमन का नाम प्रमुख है। वे पटना के इमामगंज, शंकरपुर निवासी गनौरी कुमार पासवान के पुत्र हैं। उनकी तैनाती अंचल कार्यालय छपरा सदर में हुई है। फुलवारी शरीफ पटना की अफसाना परवीन को प्रखंड कार्यालय सोनपुर में नियुक्त किया गया है। बरेली, उत्तर प्रदेश के मो. तारिक को समाहरणालय के उर्दू भाषा कोषांग में तैनाती मिली है। चौथी अभ्यर्थी आबदा सुब्हानी कार्यक्रम में उपस्थित नहीं हो सकीं।उप निर्वाचन पदाधिकारी जावेद इकबाल ने बताया कि कर्मचारी चयन आयोग ने कुल 715 सहायक अनुवादकों का चयन किया।
विभाग की अनुशंसा पर पूरे बिहार में नियुक्ति पत्र बांटे गए। मुख्य समारोह पटना में हुआ। मुख्यमंत्री ने 50 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिए। बाकी अभ्यर्थियों को उनके आवंटित जिलों में डीएम के माध्यम से नियुक्ति पत्र मिले।उर्दू कोषांग प्रभारी सरवत जहां ने बताया कि सरकार ने 1204 नए पदों को मंजूरी दी है। अब कुल पदों की संख्या 1653 हो गई है। इनमें से 715 पदों पर नियुक्ति हो चुकी है। बाकी पदों को जल्द भरा जाएगा। उन्होंने नवनियुक्त कर्मियों को समर्पण और निष्ठा से कार्य करने के लिए प्रेरित किया।