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पर्व-त्यौहार के दौरान लोगों को कोरोना के प्रति ज्यादा सतर्क रहने की आवश्यकता है : सिविल सर्जन

  • घर में रहकर परिवार के साथ ही लें त्यौहार का आनंद
  • मास्क का हमेशा उपयोग करने के साथ ही 2 गज की दूरी का रखें ध्यान
  • बाहर से आए व्यक्ति कराएँ स्वास्थ्य जांच
  • लोगों तक जानकारियां पहुँचाने में मीडिया की भूमिका रही अहम

किशनगंज(बिहार)”बड़े-बड़े पर्व-त्यौहार का समय नजदीक आ गया है. बाजारों में लोगों की चहलकदमी बढ़ने के साथ ही बाहर रहने वाले लोगों का भी घर आने का सिलसिला शुरू हो गया है. पर आपके उत्सव के शुरू हो जाने से कोरोना संक्रमण का प्रभाव कम नहीं हो गया है. इसलिए ऐसे समय में हमें कोरोना को खत्म करने के लिए ज्यादा सावधानी और सतर्कता की जरूरत है. हमारी छोटी सी गलती का असर पूरे समाज पर पड़ सकता है जबकि हमारी सावधानी संक्रमण को खत्म करने के लिए कारगर साबित होगा.” यह कहना है जिला सिविल सर्जन डॉ. श्री नंदन का. आने वाले उत्सव में कोरोना के प्रति लोगों को सतर्क रहने सम्बन्धी अपील करते हुए उन्होंने लोगों को पूरी तरह सतर्क होकर अपने परिवार के साथ उत्सव का आनंद लेने की सलाह दी है.

सीएस किशनगंज

बाजारों में सामाजिक दूरी का रखें ध्यान :
सिविल सर्जन डॉ. श्री नंदन ने कहा कि उत्सव के शुरू होने से बाजारों में लोगों की चहलकदमी ज्यादा हो गई है. बाजार में लोगों की बढ़ती सक्रियता से उनमें कोरोना संक्रमण का खतरा भी बढ़ गया है. इसलिए अगर लोग किसी विशेष कार्य के लिए घर से बाहर निकल रहे हैं तो लोगों को सामाजिक दूरी का पूरी तरह से पालन करना चाहिए. बाजार में अन्य व्यक्तियों से 2 गज की दूरी बनाएं रखें. बिना वजह यहां-वहां न थूकें. लोगों से हाथ मिलाने या दुकान पर उपलब्ध सामानों को संपर्क करने से बचें. ज्यादा खरीददारी करने की स्थिति में हाथों में ग्लव्स का इस्तेमाल जरूर करें. हैंड सैनिटाइजर का नियमित इस्तेमाल करते रहें. बाजार से घर वापस आने पर जूता-चप्पल बाहर खोलकर व हाथ-पैर को अच्छी तरह से धो कर ही घरों में प्रवेश करें. इन सावधानियों से लोग संक्रमण के प्रभाव में आने से बचे रह सकते हैं.

मास्क का उपयोग करना सबसे जरुरी :
सिविल सर्जन डॉ. श्री नंदन ने कहा कि घर से बाहर निकलने पर हमेशा मास्क का उपयोग करना कोरोना संक्रमण से बचने के लिए सबसे जरूरी है. जब तक कोरोना की वैक्सीन उपलब्ध नहीं होती है तब तक मास्क ही कोरोना से बचाव के लिए सबसे उत्तम विकल्प हैं. दोस्तों-रिश्तेदारों से मिलने पर भी ‘यह हमारे अपने हैं, इनसे संक्रमण का खतरा नहीं है’ ऐसी सोच न रखें. किसी भी लोगों से मिलने, बात करने की स्थिति में बातचीत में शामिल सभी लोगों के मुँह पर मास्क होना संक्रमण को रोकने के लिए जरूरी है. इसलिए हमेशा मास्क का उपयोग जरूर करें.

बाहर से आए व्यक्ति कराएँ स्वास्थ्य जांच :

डॉ. नंदन ने कहा कि पर्व के समय में बहुत से लोग जो बाहर रहते हैं छुट्टियां मनाने अपने घर आएंगे. ऐसे में यात्रा के दौरान वह अन्य लोगों के के संपर्क में आते हैं. इसलिए घर में प्रवेश करने से पहले उन्हें स्वास्थ्य जांच जरूर करवा लेना चाहिए. जांच में अगर व्यक्ति संक्रमित पाए जाते हैं तो उन्हें पूरी सावधानी के साथ होम आइसोलेशन में रहना चाहिए. आपकी सावधानी व सतर्कता आपके पूरे परिवार को संक्रमण के चपेट में आने से बचाया सकता है.

लोगों तक जानकारियां पहुँचाने में मीडिया की भूमिका रही अहम :

सिविल सर्जन डॉ श्री नंदन ने कहा कि इस विश्वव्यापी महामारी के समय लोगों को सही जानकारियां पहुँचाने और उन्हें जागरूक करने में मीडिया की भूमिका महत्वपूर्ण रही है. उन सबों के सामूहिक सहयोग के कारण ही आज जिले में कोरोना संक्रमण के प्रसार की गति धीमी हो सकी है. जिला प्रशासन व स्वास्थ्य समिति के साथ ही स्थानीय मीडिया भी इसके लिए प्रशंसा का पात्र है. लोगों के बीच जागरूकता बढ़ाने में जिला में कार्यरत संस्था सेन्टर फ़ॉर एडवोकेसी एंड रिसर्च (सीफार) ने भी अच्छी भूमिका निभाई है. कोरोना काल में संस्था द्वारा विभिन्न माध्यमों से लोगों तक बचाव व सावधानी सम्बन्धी सभी जरूरी जानकारीयाँ उपलब्ध कराई है जो प्रशंसनीय है. हमारे इसी सामुहिक प्रयास से हम सभी मिल कर कोरोना को हराने में सफल हो सकेंगे.