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एड्स उन्मूलन:सावधानी व जागरूकता से ही एचआईवी के खतरों से बच सकते हैं

जिले में अब तक एचआईवी के 1131 मामले, वर्ष 2022 में अब तक मिले 45 संक्रमित मरीज
विशेष अभियान संचालित कर एचआईवी के खतरों के प्रति लोगों को किया जा रहा जागरूक

अररिया(बिहार)दुनिया भर में लाखों लोग एचआईवी यानी ह्यूमन इम्यूनो डिफिशिएंसी वायरस के कारण होने वाली बीमारी एचआईवी से संक्रमित हैं।गौरतलब है कि संक्रमित व्यक्ति का खून या फिर वजाइनल प्लूइड किसी दूसरे स्वस्थ व्यक्ति के संपर्क में आता है, तो इस वजह से स्वस्थ व्यक्ति भी रोग से संक्रमित हो जाते हैं।जिले में अब तक 1131 व्यक्ति एचआईवी संक्रमण के शिकार हो चुके हैं।वर्ष 2022 में अक्टूबर माह के अंत तक रोग संबंधी कुल 45 नये मामले सामने आये हैं।जागरूकता का अभाव एचआईवी के प्रसार का मुख्य कारण माना जाता है।आम लोगों को इसके खतरे के प्रति जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल 01 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस पूरी दुनिया में मनाया जाता है।

कम हुए हैं मामले, खतरा बरकरार:

डीपीएम एड्स अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि जिले में एचआईवी के मामलों में कमी जरूर आयी है।लेकिन संक्रमण के प्रसार का खतरा अभी भी खत्म नहीं हुआ है।जागरूकता को संक्रमण से बचाव का महत्वपूर्ण जरिया बताते हुए उन्होंने कहा कि इसे लेकर निरंतर प्रयास किये जा रहे हैं।

वर्ष 2022 में अब तक 45 नये मामले आये सामने

जिला एड्स नियंत्रण व बचाव समिति के डीपीएम अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि अब तक जिले में संक्रमण के 1131 मामले सामने आये हैं।वर्ष 2022 में अब तक संक्रमण के 45 मामले सामने आने की जानकारी उन्होंने दी।डीपीएम ने बताया कि वर्ष 2018 में जिले में जहां संक्रमण के 132 मामले थे। वहीं वर्ष 2019 में 103, वर्ष 2020 में 77, वर्ष 2021 में 66 व वर्ष 2022 में अब तक संक्रमण के 45 मामले सामने आये हैं।

पीड़ितों तक पहुंचाया जा रहा उपलब्ध योजना का लाभ:

एड्स पीड़ित मरीजों को सरकार द्वारा जरूरी सहायता उपलब्ध कराने का प्रावधान है.जांच से लेकर मरीजों के इलाज का नि:शुल्क प्रावधान है.डीपीएम एड्स ने बताया कि जिले में एचआईवी संक्रमित या संक्रमित माता पिता के 18 साल से कम आयु वर्ग के 39 बच्चों को समाज कल्याण विभाग द्वारा संचालित परवरिश योजना का लाभ उपलब्ध कराया जा रहा है।

जांच व जागरूकता पर विशेष जोर:

जिला एड्स नियंत्रण पदाधिकारी डॉ. वाईपी सिंह ने बताया कि एचआईवी के खतरों से समुदाय के लोगों को संरक्षित रखने के उद्देश्य से जांच व जागरूकता पर विशेष जोर दिया जा रहा है।हाल के वर्षों में एचआईवी संक्रमण के मामलों में कमी आयी है।बावजूद इस दिशा में अभी बहुत कुछ किया जाना शेष है।उन्होंने बताया कि इस वर्ष अब तक 65 हजार 767 लोगों की जांच हुई है।इसमें 48 हजार 586 गर्भवती महिलाएं शामिल हैं।इस साल मिले 45 मरीजों में 4 गर्भवती महिलाओं में संक्रमण की पुष्टि हुई है।