डेंगू-चिकनगुनिया से बचाव को हर जिले में अलर्ट
सिवान:बरसात से पहले डेंगू और चिकनगुनिया जैसी मच्छर जनित बीमारियों की रोकथाम को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है। विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने राज्य के सभी जिलाधिकारियों, सिविल सर्जनों और विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक कर जरूरी दिशा-निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों में नगर परिषद और नगर पंचायत फॉगिंग और एंटी लार्वा दवा का छिड़काव कराएं। ग्रामीण इलाकों में यह काम विभागीय स्तर पर होगा।

शिक्षा विभाग को निर्देश दिया गया कि स्कूली बच्चों को डेंगू और चिकनगुनिया से बचाव के लिए जागरूक किया जाए। बैठक में अपर मुख्य सचिव ने सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद और जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ ओम प्रकाश लाल को निर्देश दिया कि सदर अस्पताल में 10 बेड, अनुमंडलीय अस्पताल में 5 और प्रखंड स्तर के अस्पतालों में 2 बेड डेंगू-चिकनगुनिया मरीजों के लिए आरक्षित रखें। सभी अस्पतालों में जांच मशीन और एलिसा किट उपलब्ध करा दी गई है। प्रखंड अस्पतालों में एनएस-1 एंटीजन जांच किट भी पर्याप्त मात्रा में मौजूद है।

जिलाधिकारी डॉ आदित्य प्रकाश ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में फॉगिंग के लिए मशीन और मालाथियान उपलब्ध करा दिया गया है। शहरी इलाकों में लगातार फॉगिंग और लार्विसाइडल स्प्रे का निर्देश दिया गया है। शिक्षा विभाग के साथ-साथ ग्रामीण विकास, जीविका, पंचायती राज, पशु एवं मत्स्य संसाधन, समाज कल्याण, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण, जिला सूचना एवं जन संपर्क और अनुसूचित जाति एवं जनजाति कल्याण विभाग को भी जन जागरूकता अभियान चलाने को कहा गया है।

जिलाधिकारी ने कहा कि बरसात में जलजमाव से मच्छरों की संख्या बढ़ जाती है। इससे मलेरिया, डेंगू और चिकनगुनिया के मरीज बढ़ने की आशंका रहती है। उन्होंने कहा कि मीडिया और सोशल मीडिया के जरिए लोगों को लगातार जागरूक किया जाए। मच्छरों से मलेरिया, फाइलेरिया, डेंगू, जापानी इंसेफेलाइटिस, जीका वायरस और चिकनगुनिया जैसी बीमारियां होती हैं। इनमें सबसे ज्यादा मामले मलेरिया और डेंगू के आते हैं।
उन्होंने कहा कि सरकारी और निजी कार्यालयों, घरों और सार्वजनिक स्थलों पर सतर्कता जरूरी है। दुकानदारों से अपील की गई कि दुकान के आसपास या खाली जगहों पर रखे डिब्बों और कार्टन में पानी जमा न होने दें। बैठक में जिला सूचना एवं जन संपर्क पदाधिकारी कन्हैया कुमार, नगर परिषद सिवान की कार्यपालक पदाधिकारी अनुभूति श्रीवास्तव, सिविल सर्जन डॉ श्रीनिवास प्रसाद, डॉ ओम प्रकाश लाल, वीडीसीओ कुंदन कुमार सहित कई अधिकारी और कर्मचारी मौजूद थे।