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छठ घाटों पर मेडिकल टीम के साथ एम्बुलेंस की होगी तैनाती

नहाय खाए से चार दिवसीय छठ महापर्व अनुष्ठान की शुरुआत

छठ को लेकर विभागीय तैयारियां पूरी, समुदाय की सहभागिता भी जरूरी

किशनगंज(बिहार)जिले में बुधवार को नहाय खाय के साथ चार दिवसीय लोक आस्था के महापर्व छठ की शुरुआत हो गयी। गुरुवार को खरना, शुक्रवार को सांध्यकालीन अर्घ्य एवं शनिवार को प्रातःकालीन अर्ध्य के साथ छठ महापर्व संपन्न होगा। इधर छठ पूजा में कोरोना संक्रमण से बचाव को लेकर स्वास्थ्य विभाग और गृहविभाग की ओर से एक गाइडलाइन जारी की गयी है। लोगों को सरकार के इन निर्देशों का अनुपालन करने के लिए कहा गया है। छठव्रतियों का भी मानना है कि ऐसे समय में संक्रमण से बचाव करना अपनी सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव प्रत्यय अमृत ने एक पत्र जारी कर यह निर्देश दिया है कि छठ घाटों पर विभिन्न माध्यमों से कोविड-19 के संक्रमण से बचाव के लिए आवश्यक दिशा-निर्देशों के संबंध में जानकारी दी जाए। संयुक्त रूप से जारी पत्र में कहा गया है कि छठ महापर्व के दौरान 10 वर्ष से नीचे के बच्चों एवं 60 वर्ष से ऊपर के बुजुर्ग के साथ जो सर्दी, खांसी, बुखार या अन्य तरह की गंभीर बीमारियों से ग्रसित हों वे छठ घाट जाने से परहेज करें। साथ ही मेला, जागरण और सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन नहीं करने का आदेश दिया गया है | जिला प्रशासन द्वारा आयोजकों के सहयोग से इन दिशानिर्देशों का व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाएगा। जिला एवं पुलिस प्रशासन द्वारा छठ पूजा के दौरान स्थिति पर नियंत्रण के लिए आवश्यक संख्या में मजिस्ट्रेट एवं पुलिस पदाधिकारियों, पुलिस बल की तैनाती की जाएगी। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ का भी सहयोग लिया जाएगा।
छठ को लेकर विभागीय तैयारियां पूरी, समुदाय की सहयोगिता भी जरूरी :
सिविल सर्जन डॉ. श्रीनन्दन ने बताया कि छठ घाट पर व्रतियों और श्रद्धालुओं की स्वास्थ्य संबन्धित समस्याओं से निपटने एवं उनको कोरोना प्रोटोकॉल पालन के लिए प्रोत्साहित करने और जागरूक करने के लिए मेडिकल टीम गठित की गयी है। जिले के सभी मुख्य घाटों में मेडिकल टीम तैनात रहेगी। शहरी क्षेत्र में कुल 02 एंबुलेंस की उपलब्धता रहेगी तथा सभी प्रखंडों में एक-एक एंबुलेंस की उपलब्धता रहेगी ताकि व्रत के दौरान या घाट आते जाते किसी भी स्वास्थ्य जनित असुविधाओं में रोगियों को तुरंत नजदीकी अस्पताल पहुंचाया जा सके । सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को भी इसको लेकर निर्देश दिये गये हैं। उनके मुताबिक समुदाय की भी यह नैतिक ज़िम्मेदारी बनती है कि विभागीय गाइडलाइन्स और कोविड प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करें। घर में त्यौहार मनाकर अपने और परिवार को सुरक्षित रखें। जिला कार्यक्रम प्रबंधक डॉ मुनाजिम ने बताया कि आस्था जरूरी है, लेकिन ऐसे समय में संक्रमण से बचाव भी उतना ही महत्वपूर्ण है। छठ घाट पर किसी गंभीर रोग जैसे अस्थमा, टीबी या अन्य सांस से जुड़ी बीमारी से पीड़ित लोग नहीं जायें। कमजोर नवजात या बीमार बच्चों को घाट पर ले जाने से बचें। मास्क का इस्तेमाल अवश्य करें। अन्य लोगों की देखादेखी करते हुए नियमों के अनुपालन को नजरअंदाज नहीं करें।

घाटों पर एम्बुलेंस के साथ मेडिकल टीम की होगी तैनाती:

सिविल सर्जन डॉ श्रीनन्दन ने बताया कि छठ महापर्व के अवसर पर ज़िले के विभिन्न छठ घाटों पर स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से चिकित्सक टीम के साथ एम्बुलेंस की उपलब्धता सुनिश्चित कराई गयी है। किशनगंज शहरी क्षेत्र के खगड़ा देव घाट, धोबी घाट, रमजान पुल , मझिया नदी घाट एंव घोड़ा मारा घाट पर सदर अस्पताल के अधीक्षक के नेतृत्व में एम्बुलेंस के साथ स्वास्थ्य विभाग की दो टीम की तैनाती की गई है। वहीं पोठिया बाजार में दो घाट ,खरखरी , तैयबपुर , चमनी घाट , बल्दिया हात घाट , मिर्जापुर घाट पर प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ केपी सिंह के नेतृत्व में एएनएम को तैनात किया गया है।दिघलबेंक के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ तेजनारायण रजक सिंह के नेतृत्व में दिघलबेंक टप्पू हाट घाट,प्रखंड कार्यालय परिसर घाट दिघबंक सभी जगह एक चिकित्सक एवं एक एएनएम मेडिकल टीम के साथ मुस्तैद रहेंगे।कोचाधामन प्रखंड स्थित चरघरिया, विशनपुर,मजकुरी,अलता कमलपुर,महानन्दा,बगलबारी,धनपुरा,भागालं कनकाई,पट्कोई घाट कुल 40 घाटों पर कोचाधामन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी के नेतृत्व में स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ एम्बुलेंस की व्यवस्था की गई है | सीएस ने बताया कि आगामी 20 व 21 नवंबर को आयोजित छठ महापर्व के अवसर पर छठ व्रतियों व श्रद्धालुओं को स्वास्थ्य सुविधाएं उपलब्ध कराने के उद्देश्य से सभी प्रखंडों में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी नेतृत्व में एम्बुलेंस के साथ स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से सजग है।

इन नियमों का करना होगा पालन:
•छठ पूजा के आयोजक, कार्यकर्ताओं एवं उससे संबंधित अन्य व्यक्तियों को स्थानीय प्रशासन द्वारा निर्धारित शर्तों का पालन करना होगा
• छठ पूजा घाट पर अक्सर छुए जाने वाले तत्व तथा बैरिकेडिंग आदि को समय-समय पर साफ एवं प्रभावी कीटाणुनाशक से विसंक्रमित किया जाएगा
• आमजन को खतरनाक घाटों के बारे में समाचार माध्यमों से सूचना दी जाएगी ताकि भीड़भाड़ की स्थिति न बने
• छठ पूजा घाट पर इधर-उधर थूकना वर्जित होगा
• छठ पूजा घाट पर बैठने या खड़े रहने की व्यवस्था इस तरह की जाएगी ताकि शारीरिक दूरी बनी रहे। 2 गज की दूरी अनिवार्य रूप से पालन किया जाए और मास्क का उपयोग किया जाए

• छठ घाट के आसपास खाद्य पदार्थ का स्टाल नहीं लगाया जाएगा
• कोई सामुदायिक भोज, प्रसाद या भोग का वितरण नहीं किया जाएगा