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आंगनबाड़ी केंद्रों को नजदीकी प्राथमिक विद्यालय से किया जाएगा टैग

  • आंगनबाड़ी केंद्रों का आईसीडीएस निदेशक ने लिया संज्ञान
  • बच्चों एवं माताओं को कुपोषण रहित रखने के लिए संचालित हैं आंगनबाड़ी केंद्र

पूर्णिया:नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति, 2020 के अंतर्गत बच्चों के शैक्षणिक विकास की नींव सुदृढ़ करने हेतु फाउंडेशनल लिटरेसी एंड न्यूमेरेसी (FLN) की तैयारी के लिए प्रदत्त दिशा-निर्देशों के आलोक में सभी आंगनबाड़ी केंद्रों को अपने निकटतम प्राथमिक विद्यालय से सम्बद्ध किया जाना है। इस सम्बंध में आईसीडीएस निदेशक ने जिले की कार्यक्रम पदाधिकारी (डीपीओ) को पत्र लिखकर आंगनबाड़ी केंद्रों को नजदीकी प्राथमिक विद्यालय से टैग करने का निर्देश दिया है। निदेशक द्वारा भेजे पत्र द्वारा निर्देश दिया गया है कि जिले में जितने भी आँगनबाड़ी केंद्र प्राथमिक विद्यालय परिसर या विद्यालय के भवन में संचालित हो रहे हैं वैसे आँगनबाड़ी केंद्र को नजदीक के प्राथमिक विद्यालय से टैग किया जाए।

किराए के भवन में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों का प्राथमिक विद्यालय प्रांगण में होगा संचालन :
निदेशक द्वारा जारी पत्र द्वारा कहा गया है कि वैसे सभी आंगनबाड़ी केंद्र जो प्राथमिक विद्यालय परिसर या विद्यालय के भवन में संचालित हैं उन्हें सम्बंधित प्राथमिक विद्यालय से टैग किया जाए। यदि प्राथमिक विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केंद्र एक ही वार्ड में स्थित हैं और प्राथमिक विद्यालय का अपना भवन है तो आंगनबाड़ी केंद्र को उस विद्यालय से टैग किया जाएगा। अगर किसी वार्ड में प्राथमिक विद्यालय नहीं उपलब्ध हैं तो ऐसी स्थिति में उस आंगनवाड़ी केंद्र को नजदीकी प्राथमिक विद्यालय से टैग किया जाएगा। आईसीडीएस द्वारा बनाए गए भवनों के अतिरिक्त भवन में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों को निकटतम प्राथमिक विद्यालय से सम्बंधित किया जाएगा। इसके साथ ही वैसे सभी आंगनबाड़ी केंद्र जो किराए के भवन में संचालित हैं उन्हें प्राथमिक विद्यालय प्रांगण में संचालित किये जाने का निर्देश दिया गया है। आईसीडीएस जिला कार्यक्रम पदाधिकारी द्वारा उक्त निर्देश के आलोक में कार्यों का संचालन शुरू किया जा चुका है। इस सम्बंध के सभी रिपोर्ट्स की जानकारी 20 मार्च तक आईसीडीएस निदेशालय को भेजा जाना सुनिश्चित किया गया है।

जानिए क्यों संचालित किया जाता है आंगनबाड़ी केंद्र :

भारत सरकार द्वारा एकीकृत बाल विकास सेवा कार्यक्रम के अंतर्गत आंगनबाड़ी केंद्र का संचालन किया जाता है। हर वार्ड में परिसीमित आंगनबाड़ी केंद्रों द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में तीन वर्ष से छह वर्ष के बच्चों और उनकी माता को कुपोषण से बचाने सम्बंधित जानकारी देते हुए जरूरी सहायता भी उपलब्ध कराई जाती है।
इस योजना के अंतर्गत गाँवों और कस्बों में घनी आबादी वाले क्षेत्रों में एक आंगनबाड़ी केंद्र खोला गया है। जानकारी हो कि वर्तमान में जिले में 3425 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हैं। संचालित केंद्र में क्षेत्र की माताओं और बच्चों को कुपोषण से दूर करने के लिए जरुरी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाती है। इन सुविधाओं में पोषणयुक्त खाद्य पदार्थों की जानकारी देने के साथ ही स्वास्थ्य सम्बंधित सुविधा, गर्भवती व धात्री महिलाओं की सही समय पर जाँच और परामर्श की जानकारी, बच्चों को बुनियादी ज्ञान से सम्बंधित जानकारी की सुविधा के साथ सम्बंधित पुस्तकें, खेल सामग्री आदि उपलब्ध कराई जाती है। आईसीडीएस डीपीओ शोभा सिन्हा ने कहा कि जिले के सभी आंगनबाड़ी केंद्र सुचारू रूप से चलाए जा रहे हैं जहां लोगों को जरूरी व्यवस्था का लाभ दिया जा रहा है।