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आयुष्मान भारत योजना: मिशन 3 लाख के तहत 03 से 12 जून तक गोल्डेन कार्ड बनाने का हुआ शुरुआत

“एक पंचायत-एक हज़ार” लक्ष्य को पूरा करने के उद्देश्य से जुटे अधिकारी एवं कर्मी:
शत प्रतिशत लक्ष्य को पूरा करने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है महाअभियान: जिला समन्वयक
आयुष्मान भारत के तहत गोल्डेन कार्ड बनाने के लिए अलग-अलग दिया गया टारगेट: आई प्रबंधक
 

पूर्णिया(बिहार)केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में शामिल आयुष्मान भारत योजना के तहत ज़िलें के सभी पंचायतों को प्रति पंचायत एक हजार गोल्डेन कार्ड बनाए जाने को लेकर जिलाधिकारी सुहर्ष भगत के द्वारा आयुष्मान भारत के जिला समन्वयक नीलांबर कुमार सहित कई अन्य अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया है। आयुष्मान भारत योजना को संचालित करने वाली नेशनल हेल्थ एजेंसी द्वारा एक वेबसाइट एवं हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है। इस योजना के लाभार्थी अपना नाम खुद भी mera.pmjay.gov.in वेबसाइट पर देख सकते हैं या फ़िर हेल्पलाइन नंबर 14555 पर कॉल के द्वारा खुद से जानकारी भी ले सकते हैं। जिलाधिकारी सुहर्ष भगत के द्वारा बताया गया की ज़िले के सभी पंचायतों में आयुष्मान भारत योजना के तहत चिह्नित लगभग 03 लाख लाभार्थियों को गोल्डन कार्ड बनाये जाने को लेकर 03 जून से 12 जून तक विशेष महाअभियान चलाकर कार्ड बनावाने की जिम्मेदारी कॉमन सर्विस सेंटर (सीएससी) को दी गई हैं। वही इसकी जांच करने के लिए एसडीओ, बीडीओ, सीओ सहित कई अन्य अधिकारियों को लगाया गया है। इसके साथ ही सभी स्वास्थ्य संस्थानो के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी, बीएचएम एवं बीसीएम सहित कई अन्य स्वास्थ्य कर्मियों को इस पुनीत करत में लगाया गया है। ताकि लक्ष्य को पूरा किया जा सकें।

 शत प्रतिशत लक्ष्य को पूरा करने के उद्देश्य से चलाया जा रहा है महाअभियान: जिला समन्वयक
आयुष्मान भारत के जिला समन्वयक नीलांबर कुमार ने बताया कि जिलाधिकारी के दिशा-निर्देश के आलोक में डीसीसी मनोज कुमार के मार्गदर्शन में ज़िलें के सभी पंचायतों में स्थानीय पंचायत जनप्रतिनिधियों के सहयोग से शिविर का आयोजन कर लाभार्थियों का गोल्डन कार्ड बनवाया जा रहा है। इसके साथ ही जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्रों एवं वसुधा केंद्रों पर कार्ड बनवाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। हालांकि इसके पहले वसुधा केंद्रों पर कार्ड बनाने के एवज में मात्र 30 रुपये शुल्क लिया जाता था लेकिन अब भारत सरकार के द्वारा इसे पूरी तरह से निःशुल्क कर दिया गया है। गोल्डन कार्ड की अनुपलब्धता के कारण वैसे सैकड़ों लाभुक परिवार इस योजना का लाभ नहीं उठा पा रहे हैं। जबकिं आयुष्मान भारत योजना के तहत लाभुकों को प्रति वर्ष पांच लाख रुपये तक का स्वास्थ्य बीमा उपलब्ध कराए जाने का प्रावधान है। शत प्रतिशत लक्ष्य को पूरा करने के लिए विशेष महाअभियान का आयोजन किया जा रहा है। राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय सह अस्पताल परिसर स्थित आयुष्मान भारत काउंटर सहित ज़िले के सभी सरकारी अस्पतालों में प्रतिदिन कार्ड बनाने के लिए लाभुकों की भीड़ लगी रहती है, क्योंकि कार्डधारी मरीजों को विभिन्न तरह की बीमारियों को लेकर बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं ससमय मिलती रहती हैं, जिस कारण अभी तक 12199 मरीजों को इस योजना के तहत लाभ मिल चुका है। पहले की अपेक्षा आयुष्मान भारत के लाभार्थियों की संख्या में काफ़ी बढ़ोतरी भी हुई है।

आयुष्मान भारत के तहत गोल्डेन कार्ड बनाने के लिए अलग-अलग दिया गया टारगेट: आईटी प्रबंधक
आयुष्मान भारत के जिला आईटी प्रबंधक अजित कुमार ने बताया अमौर प्रखंड के 25 पंचायतों में 2500, बैसा के 16 पंचायतों में 1600, बायसी के 17 पंचायतों में 1700, बनमनखी के 27 पंचायतों में 2700, बड़हड़ा कोठी के 19 पंचायतों के 1900,  भवानीपुर के 14 पंचायतों में 1400, डगरुआ के 18 पंचायतों में 1800, धमदाहा के 26 पंचायतों में 2600, जलालगढ़ के 10 पंचायतों में 1000, कसबा के 13 पंचायतों में 1300, कृत्या नगर के 18 पंचायतों में 1800, पूर्णिया पूर्व के 14 पंचायतों में 1400, रुपौली के 20 पंचायतों में 2000, श्रीनगर प्रखण्ड के 09 पंचायतों में 900 एवं पूर्णिया शहरी क्षेत्र के परिवारों का गोल्डेन कार्ड बनाने का लक्ष्य दिया गया है। हालांकि पूर्णिया ज़िले में आयुष्मान भारत योजना के तहत लगभग 89 हज़ार 709 परिवारों के पास लगभग 1 लाख 61 हज़ार 875 गोल्डेन कार्ड निर्गत किए जा चुके हैं। हालांकि अभी भी 4 लाख 4 हजार 2 सौ 44 परिवारों के 19 लाख 20 हज़ार 7 सौ 48 लाभार्थियों को गोल्डेन कार्ड दिए जाने का लक्ष्य रखा गया है।