Homeदेशबिहारविविध

महिलाओं से संवाद और महादलितों तक योजनाएं पहुंचाने का अभियान

मोतिहारी:महिला संवाद कार्यक्रम और भीम समग्र सेवा अभियान अगले दो माह तक चलेंगे। इन दोनों अभियानों को सफल बनाने के लिए महात्मा गांधी प्रेक्षा गृह में एक दिवसीय उन्मुखीकरण कार्यक्रम हुआ। इसकी अध्यक्षता जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल ने की। इसमें जिला, प्रखंड और पंचायत स्तर के अधिकारी और पंचायत आयोजन दल-सह-प्रखंड स्तरीय अनुश्रवण समिति के सदस्य शामिल हुए।

जिलाधिकारी ने बताया कि महिला संवाद कार्यक्रम का उद्देश्य महिलाओं से सीधा संवाद कर उनकी अपेक्षाएं जानना है। इसके जरिए राज्य सरकार की महिला सशक्तिकरण योजनाओं की जानकारी दी जाएगी। महिलाएं खुलकर अपनी बात रख सकेंगी और अपनी मांगें लिखित में दे सकेंगी। इन मांगों का दस्तावेजीकरण कर बिहार सरकार को भेजा जाएगा। सरकार इन पर विचार कर नई नीतियां बनाएगी।

भीम समग्र सेवा अभियान के तहत महादलित बस्तियों में सरकार की योजनाओं से वंचित लोगों को लाभ दिलाया जाएगा। इसके लिए 22 सरकारी योजनाओं की पहचान की गई है। इनका क्रियान्वयन महादलित टोलों में किया जाएगा। इसके लिए पंचायत से लेकर जिला स्तर तक संचालन और अनुश्रवण टीम बनाई गई है। जिलाधिकारी ने कहा कि सभी अधिकारी-कर्मी की जिम्मेदारी होगी कि अभियान को सफल बनाएं। लापरवाही पर सख्त कार्रवाई होगी।

डीपीएम जीविका ने बताया कि महिला संवाद कार्यक्रम प्रतिदिन दो शिफ्ट में होगा। सुबह 9 से 11 और शाम 4 से 6 बजे तक दो-दो घंटे का सत्र चलेगा। सभी प्रखंडों में एलईडी स्क्रीन और ऑडियो उपकरण से लैस महिला संवाद रथ चलाया जाएगा। कार्यक्रम की शुरुआत में उद्देश्य बताया जाएगा। फिर महिलाओं के लिए खुला मंच होगा। पूर्वी चंपारण जिले के 3400 ग्राम संगठनों में यह कार्यक्रम होगा। जीविका के माध्यम से सभी महिलाओं को आमंत्रित किया जाएगा। कार्यक्रम से पहले क्षेत्र में प्रचार-प्रसार कराया जाएगा। महिला संवाद कार्यक्रम की शुरुआत 17 अप्रैल से होगी और 16 जून तक चलेगा।

जिला कल्याण पदाधिकारी ने बताया कि भीम समग्र सेवा अभियान की शुरुआत 14 अप्रैल को डॉ. भीमराव अंबेडकर जयंती पर सदर मोतिहारी प्रखंड के रुलही मुसहर टोला वार्ड नंबर 6 से होगी। इसमें जिलाधिकारी खुद शामिल होंगे। इसके बाद हर बुधवार और शनिवार को जिले के सभी प्रखंडों के महादलित टोलों में कार्यक्रम होंगे।

जिलाधिकारी ने कहा कि संबंधित अधिकारी महादलित टोलों में जाकर छूटे हुए लोगों से संपर्क कर आवेदन लेंगे और उनका निष्पादन करेंगे। पहले से प्राप्त आवेदनों का भी शीघ्र निष्पादन होगा। जिला स्तर पर सूक्ष्म मॉनिटरिंग की जाएगी। हर दिन देखा जाएगा कि किस प्रखंड में कितने आवेदन आए और कितनों का निष्पादन हुआ।

प्रशिक्षण कार्यक्रम में उप विकास आयुक्त, सदर अनुमंडल पदाधिकारी, जिला पंचायत राज पदाधिकारी, डीआरडीए निदेशक, जिला कल्याण पदाधिकारी, अन्य जिला स्तरीय अधिकारी, प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचल अधिकारी, थाना प्रभारी, डीपीएम जीविका और जीविका संगठन से जुड़े सभी अधिकारी-कर्मी मौजूद रहे।