छपरा प्रधानमंत्री द्वारा वर्ष 2014 में शुरू किए गए स्वच्छ भारत अभियान को सफ़ल बनाने के उद्देश्य से महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा सरकारी स्वास्थ्य केन्द्रों में बेहतर साफ-सफाई, स्वच्छता एवं संक्रमण नियंत्रण हेतु कायाकल्प अवार्ड कार्यक्रम की शुरुआत की गयी है।
जिला स्तर पर 50 लाख तक का अवार्ड
सदर अस्पताल में बेहतर साफ-सफाई, स्वच्छता एवं संक्रमण रोकथाम के स्तर के मूल्यांकन के लिए कुल 500 मानक तैयार किए गए हैं। जबकि प्रखंड स्तर पर कुल 250 मानक तैयार किए गए हैं। तय मानकों के अनुरूप जिला स्तरीय एवं प्रखंड स्तरीय अस्पतालों का मूल्यांकन कर उन्हें पुरस्कृत करने के लिए केंद्र सरकार द्वारा कायाकल्प अवार्ड कार्यक्रम की शुरुआत की गयी है। इस कार्यक्रम के तहत राज्य में बेहतर प्रदर्शन करने वाले किन्हीं दो जिला स्तरीय अस्पतालों को पुरस्कृत करने का प्रावधान है। इसमें पहले स्थान पर रहने वाले जिला स्तरीय अस्पताल को 50 लाख एवं दूसरे स्थान पर रहने वाले अस्पताल को 20 लाख रुपए देने का प्रावधान है। राज्य स्तर पर किन्हीं दो बेहतर प्रदर्शन करने वाले सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र एवं अनुमंडलीय अस्पताल को भी अवार्ड के रूप में धनराशि दी जाएगी। इसमें पहले स्थान पर रहने सीएचसी या एसडीएच को 15 लाख एवं दूसरे स्थान पर रहने वाले अस्पताल को 10 लाख रुपए देने का प्रावधान है। साथ ही जिले के प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में प्रथम स्थान पाने वाले स्वास्थ्य केंद्र को 2 लाख रुपए देने का प्रावधान है। 70 प्रतिशत उपलब्धि पर सांत्वना पुरस्कार
तय मानकों के सापेक्ष 70 प्रतिशत उपलब्धि पर सांत्वना पुरस्कार दिए जाने का भी प्रावधान बनाया गया है। सांत्वना पुरस्कार के रूप में सदर अस्पताल को 3 लाख, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों या अनुमंडलीय अस्पतालों को 1 लाख एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों को 50 हजार रुपए दिए जाते हैं। 25 प्रतिशत धनराशि स्वास्थ्य कर्मियों में वितरित अवार्ड के रूप में प्राप्त कुल धनराशि का 75 प्रतिशत अस्पताल के सुदृढीकरण में खर्च किए जाते हैं।
जबकि स्वास्थ्य कर्मियों के बेहतर कार्य को प्रोत्साहित करने के लिए कुल राशि का 25 प्रतिशत स्वास्थ्य कर्मियों के बीच वितरित किए जाते हैं।तीन स्तर पर किया जाता है मूल्यांकन कायाकल्प अवार्ड के लिए कुल तीन स्तर पर मूल्यांकन किए जाते हैं। जिला स्तरीय अवार्ड के लिए आंतरिक मूल्यांकन के बाद जिला स्तर पर गठित गुणवत्ता मूल्यांकन टीम के द्वारा स्वास्थ्य केंद्र का मूल्यांकन किया जाता है। उसके बाद राज्य स्तरीय टीम द्वारा चिन्हित स्वास्थ्य केंद्र का दौरा कर केंद्रीय टीम को रिपोर्ट भेजी जाती है।
केंद्रीय टीम द्वारा दौरा कर जिला स्तरीय अवार्ड को फ़ाइनल किया जाता है। जबकि प्रखंड स्तरीय पुरस्कार के लिए सर्वप्रथम आंतरिक मूल्यांकन होता है। इसके बाद पीयर मूल्यांकन होता है जिसमें दूसरे प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों के द्वारा चिन्हित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का मूल्यांकन किया जाता है। आखिरी में जिला गुणवत्ता मूल्यांकन टीम द्वारा पुरस्कार घोषित किए जाते हैं।
इन मानकों पर तय होते हैं पुरस्कार • अस्पताल की आधारभूत संरचना • साफ-सफाई एवं स्वच्छता • जैविक कचरा निस्तारण• संक्रमण रोकथाम • अस्पताल की अन्य सहायक प्रणाली • स्वच्छता एवं साफ़-सफाई को बढ़ावा देना
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