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मिशन परिवार विकास अभियान को लेकर जिलाधिकारी ने की बैठक

नवीन गर्भ निरोधक साधन अपनाने पर दिया बल

मधुबनी(बिहार)स्वास्थ्य विभाग द्वारा कुल प्रजनन दर प्रति महिला- बच्चों की कुल संख्या में कमी, आधुनिक गर्भनिरोधों के उपयोग को बढ़ाने, गर्भनिरोधक साधनों की सामुदायिक स्तर पर पहुंच सुनिश्चित करने एवं परिवार नियोजन के प्रति जन-जागरूकता को बढ़ाने के लिए उच्च कुल प्रजनन दर की सूची में शामिल जिले में मिशन परिवार विकास की शुरुआत की गयी है। सैंपल रजिस्ट्रेशन सर्वे की रिपोर्ट के अनुसार अभी बिहार का कुल प्रजनन दर 3.2 है। मिशन विकास परिवार के तहत वर्ष 2025 तक बिहार के प्रजनन दर को 2.1 तक लाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। जिसमें नवीन गर्भनिरोधक साधन अंतरा एवं छाया, सारथी वैन से परिवार नियोजन पर जागरूकता, नवदंपति के लिए नयी पहेली किट एवं सामुदायिक जागरूकता के लिए सास-बहू सम्मेलन जैसी नवीन गतिविधियों को शामिल किया गया है। जिले में के 14 जनवरी से मिशन परिवार विकास अभियान चलाई जा रही है| यह अभियान 31 जनवरी तक चलेगा। कार्यक्रम के दौरान योग्य दंपत्तियों को परिवार नियोजन के स्थाई एवं अस्थाई साधन अपनाने के लिए प्रेरित किया जाएगा| उक्त कार्यक्रम को लेकर जिलाधिकारी डॉ अमित कुमार के द्वारा स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारियों के साथ मंगलवार की देर शाम समीक्षा बैठक की गई तथा आवश्यक दिशा- निर्देश दिया गया।

जिलाधिकारी ने परिवार नियोजन अभियान को लेकर कोविड-19 प्रोटोकाॅल साथ-साथ कई प्रकार के निर्देश दिए।आधुनिक गर्भनिरोधों के उपयोग को बढ़ाने, गर्भनिरोधक साधनों की सामुदायिक स्तर पर पहुुंच सुनिश्चित करने एवं परिवार नियोजन के प्रति जन जागरूकता को बढ़ाने मिशन परिवार विकास की शुरुआत की गई। उन्होंने जिसमें नवीन गर्भनिरोधक साधन अंतरा एवं छाया,सारथी वैन से परिवार नियोजन को लेकर लोगों को जागरूक करने को कहा है ।

नवीन गर्भ-निरोधक के इस्तेमाल पर ज़ोर:
अनचाहे गर्भ से बचने के लिए नवीन गर्भनिरोधक अंतरा एवं छाया की जानकारी दी जाती है। अंतरा गर्भ निरोधक इंजेक्शन का इस्तेमाल एक या दो बच्चों के बाद गर्भ में अंतर रखने के लिए दिया जाता है। साल में इंजेक्शन का चार डोज दिया जाता है। वहीं छाया गर्भ निरोधक एक साप्ताहिक टेबलेट है। इसे सप्ताह में एक बार सेवन करना है। साथ ही जब तक गर्भधारण नहीं करना हो तब तक इसका सेवन किया जा सकता है। साथ ही सरकार द्वारा अंतरा इंजेक्शन लगवाने पर प्रति डोज या सुई सूई लाभार्थी को 100 रूपये एवं उत्प्रेरक को भी 100 रूपये दिए जाने का प्रावधान है।
कोरोना काल में इन उचित व्यवहारों का करें पालन:

  • एल्कोहल आधारित सैनिटाइजर का प्रयोग करें।
  • सार्वजनिक जगहों पर हमेशा फेस कवर या मास्क पहनें।
  • अपने हाथ को साबुन व पानी से लगातार धोएं।
  • आंख, नाक और मुंह को छूने से बचें।
  • छींकते या खांसते वक्त मुंह को रूमाल से ढकें।