ओपीडी सेवा समय पर दें डॉक्टर, डाटा पोर्टल पर अपलोड करें
मोतिहारी:जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल की अध्यक्षता में स्वास्थ्य विभाग की मासिक समीक्षा बैठक समाहरणालय स्थित राजेंद्र भवन सभागार में हुई। बैठक में जिले की स्वास्थ्य सेवाओं, भव्या कार्यक्रम, ओपीडी सेवा की स्थिति और एचएमआईएस पोर्टल पर डाटा अपलोड की समीक्षा की गई। डीएम ने सभी प्रखंडों के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि डॉक्टर समय पर ओपीडी सेवा दें। सभी मरीजों की शत-प्रतिशत वायटल जांच हो। मरीजों का ऑनलाइन कंसलटेशन सुनिश्चित किया जाए। अस्पताल में आने वाले मरीजों का आयुष्मान आईडी बनाया जाए।

स्वास्थ्य केंद्रों में स्कैन एंड शेयर के माध्यम से रजिस्ट्रेशन को बढ़ावा देने को कहा गया ताकि काउंटर पर भीड़ न हो। ओपीडी व्यवस्था को पूरी तरह डिजिटल और पेपरलेस बनाने पर जोर दिया गया। एएनएम या स्टाफ नर्स को मरीजों की वायटल और मुख्य शिकायत दर्ज करने का निर्देश दिया गया।

सिविल सर्जन डॉ. रविभूषण श्रीवास्तव ने एईएस और जेई से बचाव को लेकर जानकारी दी। उन्होंने कहा कि लक्षण दिखते ही बच्चों को सरकारी अस्पताल लाएं ताकि समय पर इलाज मिल सके। इसके लिए आशा और स्वास्थ्य कर्मियों के माध्यम से जागरूकता फैलाई जा रही है।
बेहतर चिकित्सकीय कार्य के लिए सदर अस्पताल की डॉ. रश्मि श्री, डॉ. सुरुचि, श्री रवि भूषण सिंह और श्री ब्रजेश ओझा को राज्य सरकार ने सम्मानित किया है।

जिले के अनुश्रवण एवं मूल्यांकन पदाधिकारी अमानुल्लाह अमन ने बताया कि मई 2024 में भव्या कार्यक्रम के तहत 1,21,161 मरीजों का पंजीकरण हुआ। इनमें से 4,757 मरीजों को ऑनलाइन कंसलटेशन मिला। 28,790 मरीजों की वायटल जांच और 48,200 मरीजों की मुख्य समस्याओं का निदान किया गया।
पीएसआई इंडिया के जिला प्रतिनिधि ने परिवार नियोजन कार्यक्रम से जुड़े आंकड़े प्रस्तुत किए। वित्तीय वर्ष 2024-25 में महिला बंध्याकरण में जिले की उपलब्धि 58%, पीपीआईयूसीडी में 20% और इंजेक्शन अंतरा में 101% रही। उन्होंने सभी स्वास्थ्य केंद्रों के शल्य कक्ष को सुदृढ़ करने का अनुरोध किया।
बैठक में सिविल सर्जन, एसीएमओ, जिला सूचना एवं जनसंपर्क पदाधिकारी, डीपीएम, अनुश्रवण पदाधिकारी, डीसीएम, डीपीसी, सभी प्रखंडों के एमओआईसी, पीएसआई इंडिया, डब्ल्यूएचओ, यूनिसेफ, पिरामल स्वास्थ्य, सी3, सिफार, भव्या के जिला प्रतिनिधि और अन्य स्वास्थ्यकर्मी मौजूद थे।

